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July 6, 2024

Places to visit in Monsoon in India :
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Places to visit in Monsoon in India : मनाली से पार्वती घाटी तक, इस मानसून में भारत में जाने से बचने वाली 5 जगहें

Places to visit in Monsoon in India : गर्मी का मौसम, उसके बाद भारी मानसून, आमतौर पर अपने दोस्तों या परिवार के साथ पूरे भारत की यात्रा पर निकलने का आदर्श समय होता है। देश में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां बारिश के मौसम में जाने से बचना चाहिए, क्योंकि वहां प्राकृतिक आपदाओं का खतरा ज्यादा रहता है। तो, यहां मानसून के दौरान बचने के लिए सभी स्थानों की एक सूची दी गई है। कुल्लू लगातार हो रही बारिश के कारण कुल्लू घाटी के तटीय इलाकों में बाढ़ की खबरें आ रही हैं. मानसून के कारण हुए भूस्खलन और बाढ़ के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। बाढ़ कम होने के बाद ही सड़क निर्माण कार्य दोबारा शुरू होने की उम्मीद है. मनाली रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते ही मनाली में भारी तबाही हुई है. आपदा प्रबंधन का काम किया जा रहा है लेकिन अभी भी वहां के हालात बेहद खराब हैं. पानी का स्तर पहले की तुलना में कम हो गया है और अधिकारियों ने आवश्यक कार्रवाई की है. यह सलाह दी जा रही है कि मानसून के मौसम के बाद इस स्थान पर जाना सुरक्षित है। दिल्ली हमारे देश की राजधानी होने के नाते दिल्ली में हमेशा भीड़ रहती है। हाल की बारिश के कारण शहर जाने से बचना ही बेहतर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यमुना नदी खतरे की सीमा को पार कर गई है और कुछ हिस्सों में पहले से ही बाढ़ आ गई है। पार्वती घाटी हिमाचल प्रदेश की पार्वती घाटी में भयंकर बाढ़ आ रही है, जिससे कथित तौर पर काफी नुकसान हो रहा है। अधिक रिपोर्टों में कहा गया है कि बिगड़ते हालात के कारण पर्यटकों को वहां के कसोल इलाके से निकाला गया था। अधिकारियों ने यात्रियों और आगंतुकों को फिलहाल उस स्थान की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। सैंज घाटी पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश में स्थित इस जगह पर बारिश के कारण मकानों और इमारतों के बह जाने की खबरें आई थीं. स्थानीय लोगों और पर्यटकों को निकाला जा रहा है, जबकि सरकार ने यहां किसी भी यात्रा की योजना नहीं बनाने को कहा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को चार धाम यात्रा तीर्थयात्रियों के लिए मार्गों की पहचान करने और उनकी मरम्मत करने का आदेश दिया है; जो मानसून से नष्ट हो गए।

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Abhay Mudra : क्या है भगवान शिव की अभय मुद्रा ? राहुल गांधी ने भी की चर्चा

Abhay Mudra : भगवान शिव की पूजा करने से कल्याणकारी फलों की प्राप्ति होती है हिंदू धर्म में शिव पूजन विशेष माना जाता है। भोलेनाथ की पूजा करने से सभी संकटों का नाश हो जाता है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है। भगवान शंकर की पूजा करने को लेकर यदि मानता है कि वह अभय मुद्रा का स्वरूप है इसलिए उनके इस रूप की पूरी विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। बता दें कि, भगवान शिव की अभय मुद्रा की चर्चा न केवल धार्मिक दृष्टि से हो रही है बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी की जा रही है। हाल ही में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने संसद भवन में इस मुद्रा के बारे में जिक्र किया। क्या है अभय मुद्रा ? भगवान शिव की अभय मुद्रा सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है और यह शुभ होता है। भगवान शिव, गुरु नानक देव, ईसा मसीह, भगवान बुद्ध और महावीर स्वामी को धारण करते देखा गया है। इस मुद्रा को करते समय दाहिना हाथ कंधे की ऊंचाई के बराबर उठाया जाता है और हथेली को बाहर की तरफ उंगलियों को सीधा रखते हुए दिखाया जाता है। वही बायां हाथ गोद में ही रखा जाता है इस तरह की मुद्रा का प्रयोग ज्यादातर आशीर्वाद देने के लिए किया जाता है। अभय मुद्रा का मतलब और लाभ भगवान शिव की अभय मुद्रा का मतलब यह होता है कि ‘निर्भय’ यानी कि भाई से मुक्त। भगवान शिव इस मुद्रा से भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए आते हैं इस दौरान उनकी यह मुद्रा प्रसन्नता से भरपूर मानी जाती है। इतना ही नहीं जो भक्त इस मुद्रा का पालन करते हैं उनके जीवन से अंधकार दूर हो जाता है। इसके अलावा बुराई और अज्ञानता को पीछे छोड़कर व्यक्ति विजय प्राप्त करता है।  

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Ram Mandir : अमेरिका में इंडिया डे परेड के मौके पर दिखेगी राम मंदिर की 18 फीट लंबी झलक, 150000 लोग होंगे शामिल

Ram Mandir : भारत के स्वतंत्रता दिवस के बाद 18 अगस्त को न्यूयॉर्क में इंडिया डे परेड का आयोजन किया जायेगा. जिसमें राम मंदिर की प्रतिकृति प्रदर्शित की जाएगी. जो हूबहू राम मंदिर जैसी होगी. अमेरिका में रह रहे भारतीयों के लिए यह बहुत ही खास अवसर होगा. इस अवसर में न्यूयॉर्क के इर्द गिर्द रह रहे लगभग 150000 लोग इंडिया डे परेड के दौरान एकत्रित होते हैं. मंदिर की विशाल प्रतिकृति की देखेगी झलक खबर है कि मंदिर की प्रतिकृति बहुत विशाल होगी जो 18 फीट लम्बी, 9 फीट चौड़ी, और 8 फीट की उचाई वाली होगी. अमेरिका में यह पहला ऐसा अवसर होगा जब राम मंदिर की झलकी को दिखाया जाएगा. अमेरिका में भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 42वे न्यूयॉर्क इंडिया डे परेड का आयोजन किया जाएगा. खास तौर पर इंडिया डे परेड भारत की आजादी को ही समर्पित है और भारत के बाहर स्वतंत्रता का किसी देश में यह सबसे बड़ा आयोजन है. इस आयोजन में भारत की ओर से भी कई बड़े चेहरे शामिल होते हैं. पिछली बार इसके आयोजन में रविशंकर समेत कई अभिनेता और अभिनेत्री शामिल हुए. इंडिया डे परेड के अवसर पर कई कार्यक्रम इंडिया के नाम पर दूसरे मुल्क में आयोजित किया जाने वाले इंडिया डे परेड का संचालन फेडरेशन ऑफ इंडिया एसोसिएशन के द्वारा किया जायेगा. इस मौके पर अमेरिकी और भारतीय समुदायों की संस्कृति और विविधता को लोगो के सामने पेश किया जायेगा. राम मंदिर से जुड़ा एक आयोजन अभी हाल ही में अमेरिका में किया गया था. विश्व हिन्दू परिषद अमेरिका ने हाल ही में राम मंदिर रथ की यात्रा निकाली थी. यह रथ यात्रा 60 दिनों के सफर में अमेरिका के 48 राज्यों से होते हुए 851 मंदिरों में गई. बता दें, इसी साल के शुरुआत में भारत के अयोध्या में 22 जनवरी को पीएम मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की गई थी.  

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HIV News : त्रिपुरा में 828 छात्र हुए एचआईवी पॉजिटिव,47 की हुई मौत

HIV News : त्रिपुरा में HIV बिमारी ने छात्रों को जकड़ लिया है। राज्य में छात्रों में HIV के केस बढ़ते जा रहे हैं। एड्स नियंत्रण सोसाइटी (टीएसएसीएस) (Tripura State AIDS control Society, TSACS) के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि,त्रिपुरा में एचआईवी से 47 छात्रों की जाने जा चुकी है।साथ ही एचआईवी के रोगी राज्य में लगातार बढ़ रहे है जिस वजह से 828 छात्र HIV पॉजिटिव पाए गए हैं। TSACS अधिकारी ने बताया कि अब तक 828 छात्र HIV पॉजिटिव पाए गए हैं।जिनमें से खतरनाक संक्रमण के चलते अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी हैं।TSACS ने 220 स्कूलों और 24 कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के ऐसे छात्रों की खोजा है जो कि इंजेक्शन से ड्रग्स लेते हैं।TSACS के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इतना ही नहीं,प्रतिदिन हो रही जांचों में एचआईवी के पांच से सात नए मामले निकल रहे हैं। राज्य में सक्रिय मामलों की कुल संख्या पर,TSACS के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,मई 2024 तक,हमने एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) केंद्रों में 8,729 लोगों को रजिस्टर किया है।एचआईवी से 5,674 लोग पीड़ित हैं,जिसमे से 4,570 पुरुष,1,103 महिलाएं है।वहीं जानकारी देते हुए वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन मरीजों में से केवल एक ही मरीज ट्रांसजेंडर है। किस वजह से बढ़ रहे केस राज्य में एचआईवी मामलों में बढ़ोतरी के लिए ज्वाइंट डायरेक्टर भट्टाचार्जी ने नशीली दवाओं (ड्रग्स) के दुरुपयोग को जिम्मेदार ठहराया है।उन्होंने कहा, ज्यादातर मामलों में,बच्चे अच्छे परिवारों के होते हैं,जहां, माता-पिता दोनों सरकारी सेवा में होते हैं और वो बच्चों की हर जिद और हर मांग को पूरा करते हैं। लेकिन बाद में माता-पिता को एहसास होता है कि उनका बच्चा नशे की गिरफ्त में आ गया है।लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती और बच्चे संक्रमित हो चुके होते हैं। एचआईवी क्या है एचआईवी का मतलब है ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस। एचआईवी आपके प्रतिरक्षा तंत्र की कोशिकाओं को संक्रमित और नष्ट कर देता है, जिससे अन्य बीमारियों से लड़ना मुश्किल हो जाता है। जब एचआईवी आपके प्रतिरक्षा तंत्र को गंभीर रूप से कमजोर कर देता है, तो यह अधिग्रहित इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) का कारण बन सकता है। एड्स क्या है एड्स एचआईवी संक्रमण का अंतिम और सबसे गंभीर चरण है। एड्स से पीड़ित लोगों में कुछ श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या बहुत कम होती है और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होती है। उन्हें अतिरिक्त बीमारियाँ हो सकती हैं जो संकेत देती हैं कि वे एड्स की ओर बढ़ चुके हैं। उपचार के बिना, एचआईवी संक्रमण लगभग 10 वर्षों में एड्स में परिवर्तित हो जाता है। चूंकि एचआईवी आपके डीएनए में अपने निर्देश डालने के लिए पीछे की ओर काम करता है, इसलिए इसे रेट्रोवायरस कहा जाता है। एचआईवी और एड्स में क्या अंतर है? एचआईवी और एड्स के बीच अंतर यह है कि एचआईवी एक वायरस है जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है। एड्स एक ऐसी स्थिति है जो एचआईवी संक्रमण के परिणामस्वरूप हो सकती है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली गंभीर रूप से कमजोर हो जाती है।अगर आप एचआईवी से संक्रमित नहीं हैं तो आपको एड्स नहीं हो सकता। वायरस के प्रभाव को धीमा करने वाले उपचार की बदौलत, एचआईवी से पीड़ित हर व्यक्ति को एड्स नहीं होता। लेकिन उपचार के बिना, एचआईवी से पीड़ित लगभग सभी लोग एड्स की चपेट में आ जाएंगे।

Petrol Diesel Price
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Petrol Diesel Price : 6 जुलाई को जाने अपने शहर में फ्यूल का रेट,जाने आखिर क्यों हर शहर में कम-ज्यादा रेट होता है

Petrol Diesel Price : प्रति दिन सुबह 6 बजे भारतीय तेल कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के रेट के आधार पर अपने यहां पर ईधन के दाम तय करती है।इसी तरह से रोज कच्चे तेल के दाम तय होने के बाद भारतीय तेल कंपनियों द्वारा भारत में फ्यूल के दाम अपडेट लिए जाते है।आज यानी 6 जुलाई,शनिवार को भी ईधन के दाम पुनर्निर्धारित किए गए।ऐसे में आज ईंधन की कीमत में किसी तरह का कोई बदलाव राष्ट्रीय स्तर पर नहीं हुआ है। जबकि अलग अलग शहरों और राज्यों में विभिन्न टैक्स के कारण फ्यूल रेट कम ज्यादा होते रहते हैं। आइए जाने किस शहर में ईंधन की कीमत कितनी है – महानगरों में पेट्रोल की कीमत (प्रति लीटर) देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये है। आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये है। कोलकाता में पेट्रोल 104.95 रुपये है। बेंगलुरु में पेट्रोल 102.84 रुपये है। चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये है। महानगरों में डीजल की कीमत (प्रति लीटर) देश की राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमत 87.62 रुपये है। आर्थिक राजधानी मुंबई में डीजल की कीमत 92.15 रुपये है। कोलकाता में डीजल की कीमत 91.76 रुपये है। बेंगलुरु में डीजल की कीमत 88.95 रुपये है। चेन्नई में डीजल की कीमत 92.34 रुपये है। क्या है आपके शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत? शहर पेट्रोल की कीमत डीजल की कीमत नोएडा 94.66 87.76 गुड़गांव 94.90 87.76 लखनऊ 94.56 87.66 कानपुर 94.50 88.86 प्रयागराज 95.28 88.45 आगरा 94.47 87.53 वाराणसी 95.07 87.76 मथुरा 94.41 87.19 मेरठ 94.34 87.38 गाजियाबाद 94.65 87.75 गोरखपुर 94.97 88.13 पटना 106.06 92.87 जयपुर 104.85 90.32 हैदराबाद 107.41 95.65 बेंगलुरु 102.84 88.95 भुवनेश्वर 101.06 92.64 चंडीगढ़ 94.64 82.40 किस तरह से पेट्रोल और डीजल की कीमत अपने शहर में जाने भारतीय तेल कंपनियों के मोबाइल ऐप्स या ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए रोज पेट्रोल-डीजल की कीमत देख सकते हैं। SMS नंबर पर मैसेज भेजकर भी ईधन के रेट जान सकते हैं। हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ग्राहक हैं तो 9222201122 पर HPPrice और शहर का पिन कोड SMS करके ईंधन रेट जान सकते हैं। इंडियन ऑयल कंपनी के ग्राहक हैं तो 9224992249 पर RSP और शहर का पिन कोड SMS कर सकते हैं। भारत पेट्रोलियम के ग्राहक 9223112222 पर भेजकर फ्यूल रेट जान सकते हैं। कच्चे तेल की कीमत बात करें कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों की तो यह 87 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गई हैं। लेटेस्ट अपडेट के अनुसार,03 जुलाई 2024 ब्रेंट क्रूड ऑयल 86.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड 83.03 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है।

Jeans Cleaning Tips
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Jeans Cleaning Tips : जींस में लगा है जिद्दी दाग, तो अपना लीजिए घरेलू तरीके

Jeans Cleaning Tips : मानसून सीजन शुरू हो गया है ऐसे में अगर आप जींस पहन कर बाहर निकल रहे हैं तो लाजमी सी बात है कि कीचड़ लग सकता है। ऐसे में महिलाओं के लिए जिद्दी दाग-धब्बे छुड़ाना बहुत मुश्किल हो जाता है। महिला जितनी दाग को छुड़ाने के लिए कड़ी मेहनत करती है इसके बावजूद भी वह हटने का नाम नहीं लेते। ऐसे में आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया जाएगा जिससे कपड़े के जिद्दी दाग आसानी से साफ किया जा सकते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि यदि समय पर कीचड़ के दाग को साफ नहीं किया गया तो यह गहरा दाग बन जाता है। आज इस आर्टिकल में कुछ ऐसे टिप्स बताए जाएंगे जिससे महिलाएं आसानी से कपड़ों पर लगे जिद्दी दाग को रिमूव कर सकती हैं। टिशू पेपर जींस से कीचड़ के जिद्दी दाग को हटाने के लिए आपको टिशू पेपर का इस्तेमाल करना चाहिए। आपकी जींस पर जहां कीचड़ लगी है आपको टिशू पेपर को कुछ देर के लिए वहां दबाकर रखना है। इस तरह से गंदगी टिशू पेपर पर चिपक जाएगी और आप कीचड़ वाली जगह को पानी से धो दीजिए। किस तरह से कीचड़ का ताजा दाग आसानी से छूट जाएगा। डिटर्जेंट का घोल सूखे कीचड़ को साफ करने के लिए काफी मेहनत लगती है ऐसे में आपको डिटर्जेंट का घोल तैयार कर लेना है। इसके अलावा आप चाहे तो चाकू और ब्रश कभी इस्तेमाल कर सकती हैं, इस दौरान आपको सावधान रहना है कि कपड़े को नुकसान न पहुंचे। डिटर्जेंट के घोल में कपड़े को धोने के लिए 20 मिनट तक छोड़ दीजिए इसके बाद साफ पानी से धो दीजिए। बेकिंग सोडा अगर आपकी जींस पर लगा हुआ दाग काफी पुराना और जिद्दी है तो इसे छुड़ाने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करें। सबसे पहले डिटर्जेंट का घोल तैयार करें अब इस मिश्रण में सिरका या फिर बेकिंग सोडा डाल दीजिए। अब दाग वाली जगह पर अच्छी तरह से रगड़े इस तरह से आपका जिद्दी तक छूट जाएगा।

Dalai lama birthday
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Dalai lama birthday : बौद्ध भिक्षुओं ने शिमला के दोर्जे ड्रैक मठ में दलाई लामा का 89वां जन्मदिन मनाय

Dalai lama birthday :  तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं ने 14वें दलाई लामा के 89वें जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए शनिवार सुबह शिमला के दोरजे ड्रैक मठ में प्रार्थना की। आध्यात्मिक नेता की दुनिया भर में तिब्बती समुदाय द्वारा प्रशंसा की जाती है, और यह अवसर भारत और विदेशों में निर्वासित तिब्बतियों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। समाचार एजेंसी ANI ने एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, “तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं ने 14वें दलाई लामा के 89वें जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए शिमला के दोर्जे ड्रैक मठ में सुबह-सुबह प्रार्थना की।” इस विशेष अवसर पर भिक्षुओं ने अपने आध्यात्मिक नेता 14वें दलाई लामा की लंबी उम्र और कल्याण के लिए प्रार्थना की। मठ में समारोह शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों के लिए भक्ति, सम्मान और कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में कार्य करता था। हिमाचल प्रदेश तिब्बती बौद्धों के लिए एक पवित्र भूमि के रूप में जाना जाता है। यह राज्य बड़ी संख्या में तिब्बती आबादी का भी घर है और यहां कई मठ और पवित्र स्थल हैं। यह तिब्बती बौद्ध धर्म का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। हाल ही में, दलाई लामा की न्यूयॉर्क के एक शीर्ष अस्पताल में सफल घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई और वह तेजी से ठीक हो रहे हैं और चलने में सक्षम हैं, जैसा कि IANS ने बताया है। “परम पावन तेजी से ठीक हो रहे हैं और चलने में सक्षम हैं। जल्द ही, वह बेहतर वातावरण वाले स्थान पर चले जाएंगे। चिंता की कोई बात नहीं है,” चिकित्सकों – त्सेतन डी सदुतशांग और त्सेवांग तामदीन ने कहा। इस बीच, दुनिया भर के तिब्बती और आध्यात्मिक नेता के अनुयायी भी विशेष अवसर का जश्न मनाने के लिए धर्मशाला में एकत्र हो रहे हैं। इस मौके को सेलिब्रेट करने की तैयारियां जोरों पर हैं। तिब्बती आध्यात्मिक जीवन के प्रतीकात्मक केंद्र, मुख्य तिब्बती मंदिर, त्सुगलाग्खांग में एक आधिकारिक समारोह होने वाला है। यह दलाई लामा की भलाई और लंबी उम्र के लिए समर्पित प्रार्थनाओं और समारोहों की मेजबानी करेगा। 14वें दलाई लामा, तेनज़िन ग्यात्सो का जन्म 6 जुलाई, 1935 को उत्तरपूर्वी तिब्बत के ताक्तसेर, अमदो में हुआ था। इसके बाद वह 1959 में भारत आये और तब से धर्मशाला में रह रहे हैं। वह तिब्बती बौद्ध धर्म में एक प्रमुख व्यक्ति और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता हैं। दलाई लामा को अहिंसा, अंतरधार्मिक संवाद और तिब्बती संस्कृति के संरक्षण की वकालत के लिए जाना जाता है। वीडियो और फोटो

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UK Election Results 2024 : यूके के नए पीएम स्टार्मर के मंत्रिमंडल में किसे मिली बड़ी ज़िम्मेदारी

UK Election Results 2024 : 14 साल के बाद ब्रिटेन की सत्ता से कंजर्वेटिव पार्टी बाहर हो चुकी है और ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में लेबर पार्टी की जीत के साथ स्टार्मर नए प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्य शुरू कर दिया है. स्टार्मर अपने कैबिनेट की घोषणा भी कर दी है. जिनकी कैबिनेट में भारतीय मूल के नेताओं को भी शामिल किया गया है. ब्रिटेन की पहली महिला वित्त मंत्री रेचल रीव्स को ब्रिटेन का वित्त विभाग सौंपा गया है और वह ब्रिटेन की पहली महिला वित्त मंत्री बन गईं हैं. रेचल की उम्र 45 वर्ष है.डेविड लैमी को ब्रिटेन का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है. डेविड लैमी चुनावी नतीजे के पहले ही लंदन में इंडिया ग्लोबल फोरम में भारत के साथ अपने दोस्ताना संबंध रखने की बात कह चुके हैं. उन्होंने कहा था अगर इस बार चुनाव में लेबर पार्टी सत्ता में काबिज होती है तो वह अपने कार्यकाल के शुरुआती महीने में सबसे पहले भारत का रुख करेंगे. लेबर पार्टी ने एंजेला रेनर को उप प्रधानमंत्री नियुक्त किया है. इसके अलावा उन्हें आवास और समुदायों के मंत्री की भी जिम्मेदारी दी गई है. भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड के विगन संसदीय क्षेत्र से शानदार जीत दर्ज करने वाली भारतीय मूल की लीसा नंदा को तीन विभागों की जिम्मेदारी सौंप गई है और उन्हें संस्कृति, मीडिया और खेल मंत्री नियुक्त किया गया है. लीसा ने अपने विपक्षी को बड़े अंतराल से मात दी है. लीसा 2020 में लेबर पार्टी के अध्यक्ष के रूप में भी अपनी उम्मीदवारी पेश कर चुकी हैं. ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली सरकार की तुलना में इस बार स्टार्मर की सरकार में भारतीय मूल के सांसदों की संख्या लगभग दो गुनी हो गई है. ब्रिटेन में हुए इस बार आम चुनाव में भले ही भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश न कर पाए हो लेकिन भारतीय मूल के नेताओं की संख्या काफी बढ़ गई है. बहुमत से कहीं ज्यादा लेबर पार्टी 412 सीटों को जीतकर सरकार बनाने में सफल हो गई है.

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8 जुलाई को रूस और Austria के दौरे पर जाएंगे भारत के PM Modi, विदेश मंत्रालय ने की आधिकारिक पुष्टि

पिछले कई दिनों से पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर लगातार खबरें तूल पकड़ रही थी जिस पर विदेश मंत्रालय ने मोहर लगा दी है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए बताया कि PM Modi भारत रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए 8 से 9 जुलाई तक रूस की यात्रा करेंगे. जिसमें द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने और साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर समीक्षा की जाएगी. रूस के दौरे के पश्चात प्रधानमंत्री मोदी Austria पहुचेंगे. पिछले 4 दशकों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा नहीं किया है. 41 वर्षों के बाद मोदी भारत ऐसे प्रधानमंत्री होंगे जो उसे देश की यात्रा करेंगे. गहरे होते संबंध में संवाद स्थापित करने का एक मजबूत तंत्र कोविड और तेजी से बदलती वैश्विक भू राजनीति के चलते पिछले 5 वर्षों से पीएम मोदी ने रूस की यात्रा नहीं की. उनकी पिछली यात्रा 2019 में हुई थी, जब प्रधानमंत्री मोदी आर्थिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस पहुंचे थे. भारत और रूस के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच गहरे होते संबंध में संवाद स्थापित करने का एक मजबूत तंत्र माना जाता है. अब तक दोनों देशों के बीच 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया जा चुका है. भारत और रूस के बीच पिछला सम्मेलन 2021 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था, जिसका नेतृत्व पीएम मोदी कर रहे थे और इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति पुतिन भारत के दौरे पर आए थे.रूस के साथ अपने घनिष्ठ संबंध को लेकर भारत ने यूक्रेन पर हमले की एक बार भी निंदा नही की है. पहली बार ऑस्ट्रिया के दौरे पर जाएंगे प्रधानमंत्री विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक सूचना देते हुए कहा है कि 41 वर्षों में किसी प्रधानमंत्री का यह पहला ऑस्ट्रिया दौरा होगा. इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर से मुलाकात करेंगे और साथ ही ऑस्ट्रिया चांसलर के साथ भी बैठक करेगें. इसके अलावा ऑस्ट्रिया के व्यापारिक नेताओं के साथ पीएम मोदी मीटिंग करेंगे.  

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Bigg Boss OTT 3 : मसाज ऑफर का बचाव करते हुए शिवांगी खेडकर ने लिखा लंबा चौड़ा नोट, इमोशनल हुए Sai Ketan Rao

Bigg Boss OTT 3 बहुत ज़्यादा दिलचस्प होता जा रहा है और प्रतियोगी शो में अपनी जगह बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। प्रतिभागियों ने भी एक-दूसरे के साथ अपने जीवन के बारे में खुलना शुरू कर दिया है और उनमें से कई के बीच मौखिक झगड़े भी हो रहे हैं। हाल ही में, Sai Ketan Rao घर में Chandrika Rao और Sana Maqbul के बीच चर्चा का विषय बन गए, क्योंकि उन्होंने चंद्रिका राव और सना मकबुल को मालिश की पेशकश की थी। साईं की पूर्व सह-कलाकार शिवांगी खेडकर ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अभिनेता को अपना समर्थन दिया और कहा कि समाज की मानसिकता को बदलने की जरूरत है। इस सप्ताह के एक एपिसोड में, साईं केतन राव ने बाएं हाथ में दर्द की शिकायत के बाद चंद्रिका दीक्षित को मालिश की पेशकश की। उसने इससे इनकार किया और चली गई, लेकिन बाद में सना मकबुल को स्थिति बताई। चंद्रिका ने स्थिति की नकारात्मक व्याख्या की और बताया कि उनके पति इससे काफी परेशान होंगे। शो मेहंदी है रचने वाली में साई की सह-कलाकार शिवांगी खेडकर ने सोशल मीडिया पर इस बात पर असंतोष व्यक्त किया कि पूरी स्थिति को सार्वजनिक रूप से कैसे देखा गया है। उन्होंने साई का समर्थन करते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनके कार्य पूरी तरह से एक साथी दावेदार की देखभाल से प्रेरित था। शिवांगी ने सामाजिक धारणाओं को बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया। https://t.co/mzA0TAwBJz @saiketanrao pic.twitter.com/YgzyKUN9Q7 — Shivangi Khedkar (@KhedkarShivangi) July 5, 2024 शिवांगी ने लिखा, ”बिग बॉस के अंदर क्या होता है, इसके बारे में मुझे बोलना पसंद नहीं है क्योंकि मैं अच्छी तरह से जानती हूं कि वे जिस स्थिति में हैं वह बाहरी दुनिया से बहुत अलग है। मैं साईं केतन राव के बारे में कुछ लेखों में एक स्थिति की गलत व्याख्या से बेहद परेशान हूं। मुझे लगता है कि उनकी PR Team के पास अपने कलाकार के लिए लिखने के लिए और कुछ नहीं है और इसलिए उन्होंने इसे चुना क्योंकि हो सकता है कि यह काम उनके कलाकार को सुर्खियों में लाने के लिए हो। अफसोस की बात है कि मसाज लेना या मसाज देना फ्लर्ट/छेड़खानी/बुरे व्यवहार का संकेत माना जाता है। लेकिन उन्होंने उसे दर्द में देखा और एक सच्चे सज्जन/इंसान की तरह उसे बेहतर महसूस कराने के लिए मदद की पेशकश की!” उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि शो में पुरुषों ने महिला दावेदारों के साथ सभ्य व्यवहार किया है, लेकिन उनके कार्यों को एक अलग तरीके से प्रस्तुत किया गया है। “सोच बदलना जरूरी है! सिर्फ साईं के बारे में नहीं, मैं घर के अंदर हर आदमी के लिए बोलता हूं। मुझे नहीं लगता कि वे लोग वही हैं जो कोई मूर्ख PR टीम दिखाने की कोशिश कर रही है,” शिवांगी ने कहा। इसके अलावा, उन्होंने PR टीमों से दूसरों को नीचा न दिखाने का आग्रह किया।

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