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January 16, 2025

Government Employees Free Travel
BUSINESS

Government Employees Free Travel: सरकारी कर्मचारियों की बल्ले बल्ले, वंदे भारत और तेजस में मिलेगी फ्री यात्रा

Government Employees Free Travel: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा एनडीए सरकार देश के करोड़ों सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला लिया है. सरकारी कर्मचारी (Government Employees) अवकाश यात्रा रियायत के जरिए अब वंदे भारत और तेजाजी जैसे साधन से फ्री में सफर कर सकते हैं. एचटीसी को लेकर ऑफिस व्यक्ति और प्रीमियम ट्रेनों के सुझाव सामने आए हैं. बता दें कि, केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए वंदे भारत और तेजस से फ्री यात्रा की मंजूरी दे दी है. फ्री में कर सकते हैं यात्रा (Government Employees Free Travel)   मंगलवार के दिन जारी किए गए आदेश में यह कहा गया था कि इस मामले की जांच परख के बाद यह फैसला लिया जाएगा. अब सरकारी कर्मचारियों की पात्रता देखने के बाद एचटीसी के तहत उन्हें तेजस, वंदे भारत, हमसफर एक्सप्रेस जैसे ट्रेनों में फ्री में यात्रा की अनुमति दी गई है. इससे पहले भी केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए राजधानी एक्सप्रेस शताब्दी एक्सप्रेस और प्रीमियम ट्रेनों में एचटीसी के तहत यात्रा की अनुमति दी थी. वापस मिल जाता है पैसा   केंद्र सरकार ने कर्मचारियों को लीव ट्रैवल कंसेशन की सुविधा दी है. यात्रियों के लिए टिकट पर किए गए खर्च का पैसा उन्हें वापस मिल जाता है। यह सुविधा सरकारी कर्मचारी 4 साल के अंदर गांव घर और भारत के किसी भी जगह से ले सकते हैं. इस सरकारी योजना के तहत कर्मचारियों को 2 साल में दो बार अपने घर जाने का लाभ मिल सकता है.

Indian Company Ban Remove
NATIONAL

Indian Company Ban Remove: अमेरिका और भारत के रिश्ते होंगे मजबूत, भारतीय कंपनियों से हटा बैन

Indian Company Ban Remove: अमेरिकी प्रशासन ने भारतीय कंपनियों (Indian Companys) को बैन किया था अब यह प्रतिबंध हटा दिया गया है. शीत युद्ध के समय में तीन भारतीय कंपनियों को टारगेट किया गया था जिनमे इंडियन रेअर अर्थ्स (Indian Rare Earths), इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र(IGCAR) और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र शामिल है. एडमिनिस्ट्रेशन बाइडेन ने यह फैसला लिया था. एक खबर के मुताबिक वाणिज्यिक विभाग की तरफ से यह जानकारी दी गई है. अमेरिकी प्रशासन ने जो पहल की है इससे ऊर्जा सुरक्षा की जरूरत की दिशा में विकास और विज्ञान प्रौद्योगिकी को सहयोग मिला है. अमेरिकी विदेश नीति को भी प्रोत्साहन मिला है. देशों को मिला है लाभ (Indian Company Ban Remove)   अंग्रेजी प्रशासन के स्पेशल से देश को लाभ मिला है. बीआईएस का कहना है कि अमेरिका और भारत के बीच में शांतिपूर्ण परमाणु सहयोग और अनुसंधान विकास गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। इस तरह से विज्ञान और प्रौद्योगिकी को भी मजबूत सहयोग मिलेगा. इस तरह से पूरे देश और दुनिया को लाभ मिलेगा. राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक सहयोग   उद्योग और सुरक्षा लिहाज से देखा जाए तो वाणिज्य सचिन ऐलन एफ ने कहा है कि इस तरह से यह पता चलता है कि शक्तिशाली उपकरण अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक सहयोग को बढ़ाने का व्यवहार एक आकार देने वाला है. इन सभी इकाइयों की मदद से जोड़ने और चीजों को हटाने में मदद मिलेगी. यह आधुनिकरण समर्थन का एक परिणाम है। इस तरह से हमारे लक्ष्य और नीति मजबूत होती है. मिलेगा घनिष्ठ सहयोग   निर्यात प्रशासन की बात करें तो वाणिज्य के प्रधान सहायक सचिव मैथ्यू बोरमैन ने कहा है भारत की तीन कंपनियों से बैन हटाने पर अब संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच में लचीलेपन का संबंध होगा. खनिज और ऊर्जा से घनिष्ठ सहयोग भी मिलेगा. भारत और अमेरिका की साझेदारी राजनीतिक दिशा दिखाती हुई नजर आएगी.

Jasprit Bumrah Bed Rest
SPORTS

Jasprit Bumrah Bed Rest: चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लेंगे जसप्रीत बुमराह, बेड रेस्ट पर गए खिलाड़ी

Jasprit Bumrah Bed Rest: चैंपियंस ट्रॉफी 2025(Champions Trophy 2025) शुरू होने वाला है इससे पहले ही टीम इंडिया को बड़ा झटका लग चुका है. खेल जगत से बुरी खबर सामने आ रही है जो तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) से जुड़ी हुई है. पिछले मैच के दौरान जसप्रीत घायल हो गए थे फिलहाल उनकी बैक की सूजन ठीक होने के बाद ही खेलने का फैसला लेंगे. बुमराह ने पिछले हफ्ते ही ऑस्ट्रेलिया के साथ मैच खेला था और बीच मैदान से ही घर वापस लौट आए थे. रेस्ट पर हैं जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah Bed Rest) बीसीसीआई के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में बुमराह शामिल होंगे लेकिन अभी तक तारीख की घोषणा नहीं की गई है. खेल के मैदान में बुमराह की वापसी को लेकर किसी तरह की जल्दबाजी नहीं की जा रही है. क्रिकेटर अभी बेड रेस्ट पर हैं. रेस्ट के दौरान क्रिकेटर की मांसपेशियां रिकवर हो जाए और सूजन है जाए इसके बाद ही आगे की चीजों के बारे में सोचा जाएगा. I know fake news is easy to spread but this made me laugh 😂. Sources unreliable 😂 https://t.co/nEizLdES2h — Jasprit Bumrah (@Jaspritbumrah93) January 15, 2025 रिकवरी में लग सकता है समय जसप्रीत बुमराह को लेकर सोर्स की तरफ से यह खबर सामने आई है की रिकवरी में समय लग सकता है. टीम इंडिया के स्ट्रैंथ एंड कंडीशनिंग कोच रामजी श्रीनिवास ने बुमराह की रिकवरी को लेकर बातचीत की है. उन्होंने कहा है कि अगर एडिमा फॉर्मेशन की वजह से सूजन ज्यादा हो जाती है तो मांसपेशियों के टूटने का डर है. क्रिकेटर के ठीक होने के बाद ही आगे की चीजों को डिसाइड किया जाएगा.

SpaDeX Mission
TECH

SpaDeX Mission: सफल हुआ ISRO का नया मिशन, अंतरिक्ष में पहुंचा दो सैटेलाइट

SpaDeX Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी की ISRO ने बड़ी सफलता हासिल की है. स्पेडेक्स मिशन (SpaDex Mission) के जरिए अंतरिक्ष में दो सैटेलाइट डोटिंग का फोर्थ ट्रायल सक्सेसफुल रहा है. इस मिशन को लेकर इसरो की तरफ से यह जानकारी दी गई है कि वैज्ञानिकों का प्रयास सफल रहा है और कामयाबी मिली है. इस मिशन में कामयाबी पाने वाला भारत चौथा देश बन गया है. यह भविष्य में चलाई जाने वाले मानव मिशन और इंटर प्लेनेटरी मिशन में काम आएगा. क्या है डोटिंग प्रोसेस   1. डॉटिंग प्रक्रिया में ऐसा होता है की दो सैटेलाइट एक दूसरे के पास आते हैं और एक साथ जुड़ जाते हैं.2. यह एक कठोर प्रक्रिया है जिसमें अंतरिक्ष अभियानों का इस्तेमाल किया जाता है.3. इसका यह मकसद है कि दो उपग्रहों को एक साथ जोड़ा जाए और डाटा शेयर किया जाए. इसके अलावा पावर सोर्सेस को जोड़ना और मिशन को अंजाम देना.4. स्पेस डोटिंग के समय अंतरिक्ष यान को दूसरे यह के पास ले जाते हैं और इस तरीके से जोड़ना होता है ताकि कोई नुकसान का सामना न करना पड़े. क्या होता है स्पेडेक्स मिशन(SpaDeX Mission)   1. इस मिशन में दो सैटेलाइट होते हैं जिसमें से पहले चेसर और दूसरा टारगेट होता है.2. चेसर सैटेलाइट टारगेट को टारगेट को पकड़ के डोटिंग इन करता है.3. सैटेलाइट का वजन 220 किलो का होता है.4. इस तरह के सैटेलाइट को रोके पीएसएलवी के जरिए लॉन्च किया जाता है.5. इसरो की तरफ से 30 दिसंबर को श्रीहरिकोटा से रात 10:00 बजे लॉन्च किया गया था. इस दिन की गई थी कोशिश   12 जनवरी को इसरो ने यह जानकारी दी थी की स्पेस डोटिंग एक्सपेरिमेंट प्रोजेक्ट लक्ष्य के करीब पहुंचकर मिशन पूरा नहीं कर पाया था. दोनों सेटेलाइट की दूरी 15 मीटर से 3 मीटर तक लाने की कोशिश सक्सेसफुल नहीं हो पाई थी. यह एक दूसरे से दूर हो गए थे. 12 जनवरी को तीसरी कोशिश की गई थी.

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