United Nations Security Council : यूक्रेन युद्ध के बाद रूस और पश्चिम देशों के मध्य बढ़ते तनाव के बीच मास्को ने जुलाई महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) की अध्यक्षता संभाल ली है. रूस की ही अध्यक्षता में इसी महीने यूएनएससी (UNSC) के अंदर मध्य पूर्व में उत्पन्न हुए संकट, नए वैश्विक सुरक्षा समीकरण और साथ ही एससीओ (SCO) के मुद्दों पर चर्चा होनी है.
सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिस पर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की प्राथमिक जिम्मेदारी है. हर महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता एक देश से दूसरे देश को हस्तांतरित की जाती है. जून 2024 में दक्षिण कोरिया सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष रहा था और इस महीने रूस दक्षिण कोरिया से अध्यक्षता ले रहा है.
रूस इन तीन मुद्दों पर करेगा बैठक
युनाइटेड नेशन में रूस के स्थाई प्रतिनिधि वसीली नेबेंजिया रूसी न्यूज़ एजेंसी आरआईए से बताया है कि मास्को अपनी अध्यक्षता में तीन प्रमुख कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रहा है, जिसमें वैश्विक सुरक्षा समीकरण पर चर्चा, संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय संगठन पर चर्चा और रूस- यूक्रेन युद्ध पर चर्चा शामिल है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस का नेतृत्व रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव द्वारा किए जाने की उम्मीद है. हालांकि रूसी अधिकारियों ने बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिकी वीजा जारी करने पर भी संदेह जताया है.
सभी देश कर रहे समर्थन
सुरक्षा परिषद यूनाइटेड नेशन का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसका गठन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान साल 1945 में हुआ था.मौजूदा समय में यूनाइटेड नेशन में पांच स्थाई सदस्य हैं, जिनमें अमेरिका ब्रिटेन रूस फ्रांस और चीन शामिल हैं. भारत भी लगातार यूनाइटेड नेशन की स्थाई सदस्यता ग्रहण करने की आवाज़ उठा रहा है. चीन के अलावा यूनाइटेड नेशन के सभी स्थाई देश भारत को समर्थन दे रहे हैं लेकिन चीन कभी नहीं चाहता है कि भारत यूनाइटेड नेशन का स्थाई सदस्य बने. चीन हर बार अपने वीटो का उपयोग करके भारत के प्रस्ताव को निरस्त कर देता है.