China aircraft carrier : दक्षिण चीन सागर युद्ध की नई रणभूमि बन रहा है. चीन और फिलीपींस एक दूसरे के अमाने-सामने आ गये हैं. अमेरिका में स्थित फिलीपींस के राजदूत ने 25 जून को ही एक साक्षात्कार में बताया था कि उनका चीन के साथ संघर्ष बढ़ता जा रहा है. अब इस बीच खबर आई है कि चीन ने अपने दूसरे विमान वाहक युद्धपोत को उतार दिया है. चीन के इस विमान वाहक युद्धपोत का नाम शांडोंग है. जिस पर कई फाइटर जेट के साथ विध्वंसक हथियार तैनात किए गए हैं. यह चीनी विमान वाहक युद्धपोत फिलिपींस के तट पर गश्त लगाते हुए देखा गया है. कई बार फिलीपींस चीन के इस तरीके के घुसपैठ का विरोध दर्ज करा चूका है.
तनाव का कारण द्वितीय थॉमस शोल
चीन दक्षिण चीन सागर के 80% हिस्से पर अपनी दावेदारी पेश करता है. जिसको लेकर फिलिपींस मलेशिया वियतनाम ब्रूनेई और ताइवान के बीच कई वर्षों से बहस का विषय बना हुआ है. चीन और फिलिपींस की नौसेनाओं और तटरक्षकों के बीच तनाव की मुख्य वजह द्वितीय थॉमस शोल को माना जा रहा है. वहीं दक्षिण चीन सागर एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर भारी मात्रा में प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं, साथ ही अन्तराष्ट्रीय व्यापारिक आवागमन के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है.
चीन के नए कानून से सेना को मिली गोली चलाने की खुली छूट
चीन की ओर से पिछले महीने समुद्रीय क्षेत्र से जुड़ा हुआ एक नया कानून लागू किया गया. इस कानून से चीन अपने तटरक्षक बलों को इस बात की खुली छूट देता है कि अगर कोई भी विदेशी जहाज चीन के जल क्षेत्र में अवैध रूप से घुसने की कोशिश करता है तो उस जहाज को जब्त कर लिया जाए. इतना ही नहीं इस कानून के तहत विदेशी चालक दल को 60 दिनों तक हिरासत में रखने का भी प्रावधान किया गया है. इसके अलावा इस कानून के तहत चीन की सरकार अपने नौ सैनिक बलों को जरुरत के अनुसार विदेशी जहाजों पर गोली चलाने की भी खुली छूट दी है.