Cryptocurrency Updates: शुक्रवार को भी बिटकॉइन के भावों में वही तेजी देखने को मिली जो लगातार अमेरिकी चुनाव के बाद देखी जा रही थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को बिटकॉइन की कीमत भरी उछाल के साथ 99,000 डॉलर पार कर गई.
दोपहर को पार किए सभी आंकड़े
बाजार खुलते के साथ ही जहां बिटकॉइन का प्राइस तेजी से ऊपर जा रहे थे वहीं दोपहर होते होते ये 99,502.92 पे पहुंच गया जो लाइफटाइम में सबसे ज्यादा था. वहीं बात करें क्रिप्टोकरेंसी(Crypto Currency) के उछाल के प्रतिशत की तो ये 40 प्रतिशत ज्यादा गया. ऐसा सामने आया है कि ये एसटीएक्स के पतन के बाद 2 सालों में पहली बार इतनी तेजी से वापस आया है.
ट्रंप के सपोर्ट का नतीजा
एक्सपर्ट्स की मानें तो बिटकॉइन की कीमतों में तेजी इस वजह से आई क्योंकि लोग उम्मीद कर रहे है कि डोनाल्ड ट्रंप(donald trump) प्रशासन डिजिटल करेंसी को रेगुलेट करने के लिए क्रिप्टो के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होगा. ये भी देखा गया कि पहले ट्रंप इस मामले को ले कर थोड़े संशय में थे मगर चुनाव के पहले वह इसे लेकर पक्के तौर से सहमत हो गए और उन्होंने अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाने की घोषणा की.
चुनाव के दौरान क्रिप्टोकरेंसी स्वीकार
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप ने क्रिप्टो करेंसी भी चंदे के रूप में स्वीकार की थी. और ऐसा करके उन्होंने क्रिप्टो इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया था। इससे क्रिप्टो इंडस्ट्री को ये भरोसा है कि ट्रंप जल्द ही विधायी और रेगुलेटरी बदलावों को करके उसके स्तर को बेहतर बनाएंगे.
क्या है क्राइप्टीकरेंसी
इनका फर्जी व दो बार इस्तेमाल करना लगभग असंभव है. वे ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर विकेंद्रीकृत नेटवर्क पर मौजूद हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जो क्रिप्टोग्राफी (कोड) द्वारा सुरक्षित वहीं बिटकॉइन सबसे अधिक प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी का नाम है, जिसके लिए ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी बनाई गई थी.
ब्लॉकचेन एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जिससे बिटकॉइन जैसी मुद्रा का संचालन होता है. क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है. इसकी आपूर्ति प्रोटोकॉल द्वारा निर्धारित होती है, केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं.