Hariyali Amavasya 2024 : यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लगता है तो उन्हें अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपके पास हरियाली अमावस्या यह कैसा मौका है जिससे आप पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं। इस तिथि को भगवान शिव के साथ-साथ पितरों को भी प्रसन्न किया जाता है। हिंदू धर्म में पितृ दोष की मान्यता होती है। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि एक बहुत ही महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है। सावन के महीने में यह तिथि आती है अमावस्या का विशेष महत्व होता है। इस दिन पुत्र दोष से निवारण के कल उपाय कारगर साबित होते हैं। आप हरियाली अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ मित्रों का जाप कर लीजिए।
ये काम है जरूरी
हरियाली अमावस्या के दिन पीपल का पौधा लगाना शुभ माना जाता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। इस काम को करने से आपको पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और आप अपने जीवन में हमेशा खुश रहते हैं। अगर आप पितृ दोष का यह निवारण करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको खुले स्थान या फिर जंगल में पीपल को लगाना होगा। पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए अमावस्या तिथि के दिन काले तिल दान किए जाते हैं। यह निवारण आपके लिए शुभ साबित होता है और आप अपने जीवन में कभी दुखी नहीं रहते।
1. पितृ दोष निवारण मंत्र
ॐ पितृ देवतायै नम: ॐ पितृ गणाय विद्महे जगतधारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात्।
ओम सर्व पितृ देवताभ्यो नमः प्रथम पितृ नारायण नमः नमो भगवते वासुदेवाय नमः।
हरियाली अमावस्या के दिन आपको इस मंत्र का उच्चारण 108 बार करना है यह उपाय करने से आपको पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
2. पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए हरियाली अमावस्या पर शिव मित्रों का जाप लाभदायक साबित होता है।
शिव जी के मंत्र – ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात
महामृत्युंजय मंत्र – ॐ त्र्यम्बकं स्यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
3. हरियाली अमावस्या पर आपको 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इस तरह से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन सुखमय होता है।
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्
जरूरी है पितृ दोष का निवारण
बताए गए इन सभी मित्रों से आप अपने घर में लगे पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं। इतना ही नहीं पितृ दोष एक ऐसा दोष होता है जो एक बार लग जाए तो व्यक्ति का जीवन भ्रष्ट हो जाता है। जरूरी है कि पितरो को खुश किया जाए और उन्हें अपनी पूजा पाठ से प्रसन्न किया जाए। अगर पितृ एक बार नाराज हो जाए तो सारे बनते काम बिगाड़ देते हैं घर में अशांति बनी रहती है। अगर आप भी अपने घर में सुख समृद्धि और शांति चाहते हैं तो आपको पितृ दोष के बताए गए नियम को हरियाली अमावस्या के दिन जरूर करना चाहिए।