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Author name: Azanma

Hey ! This is Azanma persuing Bachelor of Art from a college affiliated to Deen Dayan University Gorakhpur. I had passed my 10th class with 83% of marks wherein I have secured 89% in my 12th. Apart from my main course, I'm interested and existed to learn something new where I can enhance my level up and build my career accordingly, Currently I'm looking for a role of content writer so that I can present my opinion and skills along with the rational thoughts of society. I'm interested in writing blog, Article that may be of any issues like political, social, or other subjects, as according to needs of the institution/authority. Thank you !

Jagannath Puri Rath Yatra 2024
INDIA, ASTRO

Jagannath Puri Rath Yatra 2024 : क्या है इस मंदिर का राज वैज्ञानिक भी देखकर हैरान

Jagannath Puri Rath Yatra 2024 : ओडिशा के पूरी में स्थित भगवान जगन्नाथ जी का मंदिर हिंदू धर्म के श्रद्धालुओं के आस्था का प्रतीक है। माना जाता है कि यहां के दर्शन मात्र से श्रद्धालुओं के बिगड़े काम सवर जाते हैं। हर साल भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा निकाली जाती है जिसका भक्तों को खास इंतजार रहता है और इनका पालन वे भाव के साथ करते हैं। इस साल इस पवित्र यात्रा का शुभारंभ 7 जुलाई से हो रहा है। जगन्नाथ रथ यात्रा का भव्य आयोजन 10 दिन तक चलता है। कहते हैं कि रथ यात्रा के दर्शन मात्र से 1000 यज्ञों का पुण्य फल मिल जाता है। रथयात्रा को उन लोगो के लिए विशेषकर निकाली जाती है जो पूरे वर्षभर मंदिर में प्रवेश नहीं पा सके हैं, इसलिए उन्हें भगवान के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो। आइए जानते है इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ,जगन्नाथ पुरी सबसे पवित्र धामों में से एक है। यह धाम भगवान विष्णु के एक रूप श्री जगन्नाथ जी को समर्पित है। उनके साथ ही इस स्थान पर उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा भी वास करते हैं। जगन्नाथ धाम के पीछे कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं कहते हैं कि पुरी वो जगह है जहां भगवान श्री कृष्ण का ह्रदय धड़कता है। मान्यता यह भी है की इस स्थान पर भक्तो की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है। इससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण और रोचक तथ्यों को जानना बेहद ज़रूरी है जो इस प्रकार हैं। आज भी धड़कता है श्री कृष्ण का ह्रदय पौराणिक कथाओं और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहते हैं कि श्रीजी का ह्रदय आज भी जीवित है और वो यही जगन्नाथ धाम में वास करता है एव धड़कता है। यह भी कहा जाता है की श्री कृष्ण ने जब अपने शरीर को त्यागा था तब पांडवों ने उनका अंतिम संस्कार किया था। शरीर के जलने के बाद भी उनका हृदय जला नही इसलिए पांडवों ने उनके हृदय को पवित्र नदी में प्रवाहित कर दिया। ऐसा माना गया है जब हृदय को नदी में प्रवाहित किया गया तब वह लठ का रूप ले लिया। जिसकी जानकारी श्रीकृष्ण ने राजा इंद्रदयुम्न को सपने में दी, इसके बाद राजा ने लट्ठे से भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा जी की मूर्ति को बनाने का निर्माण कार्य विश्वकर्माजी जी को सौंपा। क्यूं अधूरी है जगन्नाथ धाम की तीनों मूर्तियां देखा गया है कि जगन्नाथ धाम की तीनों मूर्तिया अभी भी अधुरी हैं। अभी भी वे मूर्तियां बिना हाथ ,पैर, पंजे की ही हैं। ऐसा कहते हैं कि जब राजा ने विश्वकर्मा जी को मूर्ति बनाने का कार्य सौंपा तो उन्होंने राजा के सामने एक शर्त रखी कि जिस स्थान पर वें मूर्ति बनाएंगे उस स्थान पर कोई भी नही आएगा अगर कोई उस स्थान में प्रवेश करता है तो वहीं वह निर्माण कार्य रोक देंगे । राजा ने विश्वकर्मा जी की बात तुरंत मान ली क्योंकि वे उसे बनवाने के लिए बहुत उत्साहित और भावुक थे। इसके बाद विश्वकर्मा जी उन मूर्तियों को बनाने के कार्य में लग गए। उनके इस दिव्य कार्य की आवाज दरवाजे के बाहर तक आती , जिसे राजा रोजाना सुनकर संतुष्ट हो जाते थे, लेकिन एक दिन अचानक से आवाजें आना बंद हो गईं, जिस कारण राजा इंद्रदयुम्न सोच में पड़ गए और उन्हें ये लगा कि मूर्तियों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस गलतफहमी में उन्होंने दरवाजा खोल दिया, शर्त के अनुसार दरवाजा खुलते ही विश्वकर्मा भगवान वहां से ओझल हो गए, जबकि प्रतिमाएं तैयार नहीं हुई थीं। लोगों का ऐसा मानना है कि तभी से ये मूर्तियां अधूरी हैं और इन तीनों मूर्तियों के हाथ पैर-पंजे नहीं होते हैं।

Pradhan Mantri Museum
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Delhi’s Prime Minister Museum : जानें टिकट बुक करने का तरीका, क्या हैं म्यूजिम के अंदर

Delhi’s Prime Minister Museum : देश की राजधानी दिल्ली में तीन मूर्ति मार्ग पर बना Prime minister museum, प्रधानमंत्री संग्रहालय 15600 square metre में बना हुआ है इसे कुल 306 करोड़ रूपए की लागत से बनाया गया है। प्रधानमंत्री संग्रहालय में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर अब तक जितने भी प्रधानमंत्री बने है उन सबकी तस्वीरें और उनसे जुड़ी समस्त जानकारियां मौजूद है। Prime minister museum ka उद्घाटन पीएम नरेंद्र दामोदर दास मोदी द्वारा 22 अप्रैल 2022 में किया गया था। इस संग्रहालय का उद्देश्य देश की आजादी के बाद से अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों द्वारा उनके योगदान के बारे में विशेष जानकारी प्रदर्शित करना है। आइए जानते है दिल्ली के प्रधानमंत्री संग्रहालय से जुड़ी ख़ास बाते जो आप शायद नहीं जानते होंगे PM के साथ ले सकते हैं तस्वीर प्रधानमन्त्री संग्रहालय में आप अब तक के सभी प्रधानमंत्री (Pt. नेहरू से लेकर अब तक) के साथ सेल्फी या फोटो भी ले सकते है साथ ही यहां लगे हैंडराइटिंग रोबोट की मदद से उनके ऑटोग्राफ भी बड़ी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप किसी प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए भाषण या इतिहास से जुड़ी कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो वह सब इस संग्रहालय के अंदर उपलब्ध है। आधुनिकता का समावेश PM museum के अंदर आधुनिक तकनीक द्वारा 3D की मदद से कई दुर्लभ चीजों को देख सकते हैं। आप वर्तमान में रहते हुए ही टाइम मशीन की सहायता से भारत के इतिहास से जुड़े तथ्यों को आसानी से देख, सुन और समझ सकते हैं। यहां Kinetic LED light से तैयार राष्ट्रीय ध्वज भी देखने को मिल जाएगा । मिलेगा हेलीकॉप्टर राइड का मौका यहां आपको हेलीकॉप्टर राइड का भी मौका मिलता है जो युवा पीढ़ी को यहां आने के लिए आकर्षित करता है। जहां आप भारत के प्रति अपने विचारो को आसानी से व्यक्त कर सकते हैं। टिकट कैसे बुक करें पीएम म्यूजियम में जाने से पहले टिकट जरूर बुक कर ले । आप ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते है जो आपको इनकी ऑफिशियल वेबसाइट pmsangrahalaya.gov.in पर आसानी से मिल जाएगा।

mirzapur 3
INDIA

Mirzapur 3 : विजय वर्मा के काम को मिल रही तारिफ, लेकिन एक्टर क्यों नहीं खुश अपने रोल से

Mirzapur 3 : मिर्जापुर 3 में शत्रुघ्न त्यागी की भूमिका निभाने वाले विजय वर्मा ने एक हालिया इंटरव्यू में बताया कि वह ऐसे घर में पले-बढ़े हैं जहाँ गाली देना समान्य था। उन्होंने आगे ये भी कहा कि “मैंने अपने दादा, दादी, पिता और माँ को देखा है, हर कोई उस (भाषा) का इस्तेमाल करता है। मेरे लिए, हम इसी तरह बोलते है ।” किरदार द्वारा अपशब्दों के इस्तेमाल के बारे में बात की विजय वर्मा मिर्जापुर 3 में एक अहम भूमिका निभा रहे हैं। मिर्जापुर 3 जो प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रहा है। जहां उनका किरदार छोटे त्यागी का है। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान एक्टर ने शो में अपने किरदार द्वारा अपशब्दों के इस्तेमाल के बारे में बात की और बताया कि कैसे वह ऐसे घर में पले-बढ़े हैं, जहां यह भाषा कोई बड़ी बात नहीं थी। शो के आधार पर एक्टर को नही आंकना चाहिए विजय ने कहा की दर्शकों को किसी भी शो को इस आधार पर नहीं आंकना चाहिए की वो किस भाषा में बात कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा की”मेरा मतलब है कि मैं ऐसे घर में पला-बढ़ा हूँ जहाँ गाली देना ठीक था। जैसे मैंने अपने दादा, दादी, पिता और माँ को देखा है, हर कोई उस (भाषा) का उपयोग करता है। मेरे लिए, हम इसी तरह बोलते हैं। मुझे लगता है कि यह एक सच्चा प्रतिनिधित्व है। अगर मुझे कभी अपने परिवार के बारे में कोई फिल्म बनानी पड़ी, तो मैं उन्हें किसी और रोशनी में नहीं रखूंगा , मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। मैं कौन होता हूँ न्याय करने वाला? विजय का डबल रोल किरदार मिर्जापुर  2 में ही लोगों को इंप्रेस कर चुका था। लोगों ने विजय को भाभी-देवर के स्वीट रिलेशनशिप में भी बहुत प्यार दिया। विजय अभी तमन्ना भाटिया के साथ एक अच्छे रिश्ते में है। कपल की खूबसूरत फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है।

Aditya L1 mission Update
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Aditya L1 Mission Update : जल्द पूरा करेगा अपना मिशन पहले बिंदु को किया पार

Aditya L1 Mission Update : आदित्य-एल1 मिशन लैग्रैंजियन बिंदु एल1 पर एक भारतीय सौर वेधशाला है, जिसे 2 सितंबर, 2023 को लॉन्च किया गया था और इसे 6 जनवरी, 2024 को अपने लक्षित हेलो कक्षा में स्थापित किया गया था। हेलो कक्षा में आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को एल1 बिंदु के चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में 178 दिन लगते हैं। ‘178 दिनों में’: इसरो के आदित्य-एल1 ने लैग्रेंज पॉइंट-1 के चारों ओर पहली Halo orbit पूरी की है। पहली हेलो कक्षा पूरी हुई भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 अंतरिक्षयान ने सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु के चारों ओर अपनी पहली हेलो कक्षा सफलतापूर्वक पूरी कर ली है, इसकी घोषणा इसरो ने मंगलवार को की। प्रक्षेपण और कक्षा में प्रवेश 2 सितंबर, 2023 को प्रक्षेपित आदित्य-एल1 मिशन 6 जनवरी, 2024 को अपनी लक्षित हेलो कक्षा में प्रवेश कर गया, जो लैग्रेंजियन बिंदु एल1 पर भारत की सौर वेधशाला के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। परिक्रमा अवधि इसरो के अनुसार, आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को अपनी हेलो कक्षा में एलआई बिंदु के चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में 178 दिन लगते हैं। कक्षा को बनाए रखना हेलो ऑर्बिट में यात्रा के दौरान अंतरिक्ष यान को कई तरह की परेशान करने वाली ताकतों का सामना करना पड़ता है, जिससे वह अपने लक्षित पथ से भटक सकता है। इसरो ने कक्षा को बनाए रखने के लिए 22 फरवरी और 7 जून को स्टेशन-कीपिंग युद्धाभ्यास किया। तीसरा स्टेशन-कीपिंग पैंतरेबाज़ी मंगलवार को किए गए तीसरे स्टेशन-कीपिंग पैंतरेबाज़ी ने सुनिश्चित किया कि अंतरिक्ष यान L1 के आसपास दूसरी हेलो कक्षा में अपनी यात्रा जारी रखे, जैसा कि इसरो ने पुष्टि की है। जटिल गतिशीलता इसरो ने बताया कि सूर्य-पृथ्वी L1 लैग्रेंजियन बिंदु के चारों ओर आदित्य एलआई की यात्रा में अंतरिक्ष यान के प्रक्षेप पथ को सटीक रूप से निर्धारित करने और सटीक कक्षा युद्धाभ्यास की योजना बनाने के लिए जटिल गतिशील मॉडलिंग शामिल है। अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर इसरो ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस सफल युद्धाभ्यास ने आदित्य-एल1 मिशन के लिए यूआरएससी-इसरो में विकसित अत्याधुनिक उड़ान गतिशीलता सॉफ्टवेयर को प्रमाणित किया है। अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्व यह उपलब्धि जटिल अंतरिक्ष मिशनों के प्रबंधन और चुनौतीपूर्ण कक्षीय वातावरण में अंतरिक्ष यान के प्रक्षेप पथ पर सटीक नियंत्रण सुनिश्चित करने में इसरो की क्षमता को प्रदर्शित करती है।

Tattoo Benefits and Risks
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Tattoo Benefits and Risks : क्या आप भी टैटू बनवाने के शौकीन हैं? तो हो जाएं सावधान

Tattoo Benefits and Risks : ऐसे तो टैटू शरीर पर आत्म-अभिव्यक्ति, कलात्मकता और आत्मविश्वास प्रदर्शित करने के लिए उत्तम है। लेकिन आजकल कल यह एक ज़रूरी फैशन बन गया है और बहुत प्रचलन में हैं खासकर युवा वर्ग में इसका क्रेज दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहा है। पर क्या आप इससे होने वाले परिणामों से अवगत है। चलिए जानते हैं इसके फ़ायदे और नुकसान – फायदे * टैटू बनवाने से व्यक्ति खुद को एक अनोखे तरीके से व्यक्त कर सकता है। * टैटू को कलात्मक माना जाता है * व्यक्ति अपने परिवार के सदस्यों, पालतू जानवरों या जीवन साथी के साथ अपने संबंधों को व्यक्त करने के लिए टैटू बनवाते हैं * टैटू कुछ लोगों को अधिक आत्मविश्वासी और आकर्षक महसूस कराते हैं * कई लोग अपने आध्यात्मिक विचारों या कथनों को व्यक्त करने के लिए टैटू बनवाते हैं। * शरीर के कई निशान जिनका पूरी तरह से इलाज नहीं किया जा सकता, उन्हें टैटू से छिपाया जा सकता है * सौंदर्य की दृष्टि से आजकल अपने रूप-रंग को निखारने के लिए भौंहों या सौंदर्य स्थलों पर टैटू बनवाना बहुत आम बात है। नुकसान •टैटू बनवाने की प्रक्रिया में त्वचा टूट जाती है। इसका मतलब है कि इसके बाद त्वचा में संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं विकसित हो सकती हैं। •हाल ही में एक समीक्षा में पाया गया कि टैटू वाली त्वचा में त्वचा कैंसर की संख्या कम थी, और इसलिए यह संयोग प्रतीत होता है, हालांकि टैटू स्याही में पाए गए कई कार्सिनोजेन्स शरीर के अन्य हिस्सों जैसे यकृत या मूत्राशय में कैंसर से जुड़े पाए गए हैं। * टैटू बन जाने के बाद स्थायी हो जाता है, इसे पूरी तरह से हटाया नहीं जा सकता, कॉस्मेटिक त्वचाविज्ञान में उन्नत तकनीक में लेजर है जो लगभग 6-10 सत्रों में टैटू हटा सकता है, लेकिन हटाने के बाद हमेशा हल्का रंग रह जाता है। * कुछ स्वास्थ्य जोखिम जैसे स्याही से एलर्जी, और जीवाणु और वायरल संक्रमण (दाद, एचआईवी) बहुत आम हैं यदि उपयोग किए जाने वाले उपकरण निष्फल नहीं हैं। •एक शोध में पाया गया कि टैटू के आकार का कैंसर के जोखिम पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है। •स्वीडिश समूह पर किए गए एक अवलोकनात्मक अध्ययन में पाया गया कि टैटू के कारण लिम्फोमा (एक प्रकार का रक्त कैंसर) का खतरा 21% बढ़ जाता है। * अनजाने में किया गया टैटू केलोइडल प्रवृत्ति वाले व्यक्तियों के लिए केलोइड में बदल सकता है। क्या टैटू आपके जीवन को कैसे प्रभावित करता है? तनाव से राहत, अवसाद से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। आप सोच रहे होंगे कि एक साधारण टैटू मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव कैसे डाल सकता है। लेकिन सच्चाई यह है कि जब आप टैटू बनवाते हैं और टैटू बनवाते हैं, तो आपको एड्रेनालाईन और एंडोर्फिन का ऐसा अनुभव होता है जो आपको ऐसा महसूस कराता है कि आप दुनिया से बाहर हैं।  

MacBook air vs MacBook pro
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MacBook air vs MacBook pro : Which M3 laptop is best for you

MacBook air vs MacBook pro : Apple launches many MacBook air and MacBook pro model in the market. It can be more difficult for you to choose from, and picking the right one if you’re unsure of what you want and need. Here’s how to decide which is best for you. If you are looking for a new MacBook, you might wonder if it makes more sense to buy a MacBook Pro or a MacBook Air. the company has added more than five new MacBook configurations and retired more than three over the past 18 months. While buying MacBook, you’ll consideration of their Price, Storage capacity, display size, computing power, is must. The most recent MacBook Pro and MacBook Air models include Apple’s M3 chips, which are even more efficient and capable than the M2 chips. In this situation, think of yourself as you’re confronted with five different MacBook models, but you need to find the one that’s just right for you. So, before you decide which one to buy, let’s cover the main differences between the Pro and the Air. Difference between the MacBook Pro and Air It will not be wrong to say that , there are a multitude of differences between the MacBook Pro and the MacBook Air. The biggest differences between these two are pricing and computing power. The most affordable MacBook Pro with an M3 chip will cost more than the most affordable Air with an M3 chip. However, the Pro is more powerful. The M3 MacBook Pro models have more unified memory, longer battery life, more ports (including HDMI and SD card) . generally There are two MacBook Pro display sizes which are:14-inch and 16-inch. On the other end,The MacBook Air with an M3 processor, available in 13-inch and 15-inch configurations, is the right choice for most people who use their laptops for daily tasks like online shopping, watching YouTube, doing homework and editing family photos. For educators seeking a top-tier laptop that seamlessly integrates into their demanding schedules, the Apple MacBook Air (M3, 2024) emerges as a preeminent choice. MacBook duration of Air and Pro On average, a MacBook Pro is expected to last around 7–10 years and a MacBook Air for 5–7 years. MacBook longevity can be affected by the frequency of use, tasks performed, and the quality of care for the battery and other components.

Ashadha Amavasya 2024
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Ashadha Amavasya 2024 : कल करें यह आसान उपाय तुरंत मिलेगा पितृ दोष से छुटकारा

Ashadha Amavasya 2024 : सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही घर में व्याप्त आर्थिक अस्थिरता से भी निजात मिलती है।इस दिन पूजा जप-तप और दान-पुण्य किया जाता है और पितरों का भी तर्पण और पिंड़दान किया जाता है। कब है आषाढ़ अमावस्या हिंदू पंचांग के अनुसार , इस साल आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई, शुक्रवार को है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। फिर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इस दिन सुबह पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं। अपने पूर्वजों को तर्पण करें। गंगा स्नान और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि अमावस्या के दिन शुभ कार्यों की मनाही है। अमावस्या के दिन कोई भी मांगलिक कार्य जैसे- मुंडन, गृह प्रवेश और शादी जैसे कार्यों को करने से भी बचना चाहिए। कहते हैं कि अमावस्या के दिन पितर धरती पर आते हैं और इस दिन यदि उनका विधि-विधान से तर्पण किया जाए तो वह प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं । अमावस्या के दिन ध्यान देने योग्य बातें आषाढ़ अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 08 मिनट से लेकर 04 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। पूजा करने के बाद दान करें। अमावस्या के दिन सुबह पवित्र नदी में जाकर नहाएं। अगर ऐसा करना आसान नहीं है, तो घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल ड़ालकर नहा लें। चूंकि अमावस्या तिथि मुख्यतः पितरों को समर्पित होती है, इसलिए इस दिन मांस, मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. – अमावस्या के दिन नाखून और बाल नहीं काटने चाहिए. इस दिन ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। करें ये उपाय पितृ दोष के उपाय इसके लिए पीपल पेड़ को जल का अर्घ्य देने से पितृ दोष दूर होता है। अगर आप अपने पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आषाढ़ अमावस्या पर गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान करें। इसके बाद नदी या सरोवर में अंजलि यानी हथेली में काले तिल और गंगाजल लेकर तीन बार दक्षिण दिशा में मुखकर पितरों का तर्पण करें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। गुरुड़ पुराण में निहित है कि तीन पीढ़ी के पितरों का तर्पण किया जाता है। इसके लिए तीन बार पितरों का जल का अर्घ्य दें। इस समय पितृ से सुख-समृद्धि की कामना करें। साथ ही जीवन में आने वाली बलाओं से रक्षा करने की याचना करें। आषाढ़ अमावस्या पर स्नान-ध्यान के बाद पितरों का जल का अर्घ्य दें। इस समय पितृ चालीसा, कवच और स्तोत्र का पाठ करें। इसके बाद पशु-पक्षी को भोजन दें। सनातन धर्म में दान-पुण्य का विशेष महत्व है। इसके लिए आषाढ़ अमावस्या पर पूजा-पाठ, जप-तप करने के बाद अपनी आर्थिक स्थिति के हिसाब से ही दान-पुण्य करें। दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। आप चावल, नमक, गेंहू, दूध, दही, काले तिल,वस्त्र बाकि चीजों का दान भी कर सकते हैं ।  

Swami Vivekananda death anniversary
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Swami Vivekananda death anniversary : अपने अंतिम समय में स्वामी जी ने युवाओं को क्या दी सीख

Swami Vivekananda death anniversary : स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863, कलकत्ता [अब कोलकाता] और मृत्यु आज ही के दिन 4 जुलाई, 1902, कलकत्ता के पास हुई। भारत में एक हिंदू आध्यात्मिक नेता और सुधारक के तौर पर इन्होंने देश में हुए बदलाव की नींव रखी। इन्होंने भारतीय आध्यात्मिकता को पश्चिमी भौतिक प्रगति के साथ जोड़ने का प्रयास किया, यह मानते हुए कि दोनों एक दूसरे के पूरक और पूरक हैं। आज भारत में उन्हें उनकी पुण्यतिथि पर याद सभी के लिए प्रेरणास्रोत बने विशेषकर युवाओं के लिए उनके योगदान को भुला पाना मुश्किल है। उनके द्वारा बोली गई बाते आज भी युवा पीढ़ी के लिए किसी विषेश प्रेरणा से कम नहीं है । उन्होंने बताया है कि जो कुछ भी आपको शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से कमजोर बनाता है, उसे जहर समझकर त्याग दें।” “स्वतंत्र होने का साहस करें, जहाँ तक आपके विचार आपको ले जाएँ, वहाँ तक जाने का साहस करें और उसे अपने जीवन में उतारने का साहस करें।” “हम वही हैं जो हमारे विचारों ने हमें बनाया है; इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या सोचते हैं। विवेकानंद जी ने नैतिकता की परिभाषा देते हुए बताया है कि जो स्वार्थी है वह अनैतिक है और जो निःस्वार्थ है वह नैतिक है। विवेकानंद ने यह भी देखा कि, यदि शिक्षा को संपूर्ण मानव जाति की सेवा करनी है, तो उसके सभी आयामों में, ज्ञान की खोज एक आजीवन प्रक्रिया होगी। पीएम मोदी ने किया पोस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है और कहा कि “हम एक समृद्ध और प्रगतिशील समाज के उनके सपने को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं”। मोदी ने एक पोस्ट के जरिए कहा की मैं स्वामी विवेकानंद को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनकी शिक्षाएं लाखों लोगों को ताकत देती हैं। उनका गहन ज्ञान और ज्ञान की निरंतर खोज भी बहुत प्रेरक है।” उन्होंने कहा, “हम एक समृद्ध और प्रगतिशील समाज के उनके सपने को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।” स्वामी विवेकानंद का निधन 4 जुलाई, 1902 को हुआ था।

sunita Williams
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Life lessons from astronaut sunita Williams

Who is Sunita Williams? Sunita Williams (born September 19, 1965 in Euclid, Ohio) is the second woman of Indian origin to go to space through the US space agency NASA. She hails from Ahmedabad, Gujarat, India. She has set a world record of staying in space for 127 days as a female astronaut. Her father Deepak Pandey is a doctor in America. She was Selected in US Space Agency ‘NASA'(1998) Her role in various missions has been glorified by all. She was the part of mission STS 116, Expedition 14, Expedition 15, STS 117, Soyuz TMA-05M, Expedition 32, Expedition 33, and successfully achieved them. Sunita Lyn Williams is an American astronaut, United States Navy officer, and former record holder for most spacewalks by a woman (seven) and most spacewalk time for a woman (50 hours, 40 minutes). Here are some best life lessons by her to lead a wonderful life: Self believe •Believe in yourself and never let anyone else opinion define your worth or limit your potential. Be limitless •The only limits in life are the one you impose on yourself. Break free from those limitations and soar high . Learn from failure •Failure is not the end , it’s just a stepping stone towards success. Learn from your mistakes and keep moving forward. Dream big •According to her, always dream big and work hard to achieve your goals. Surround yourself with positive people. Accept the challenges •Your life is a journey not a destination, so enjoy each process and accept the challenges that come your way. Work hard towards your goals •According to her, hard work beats talent that’s why stay dedicated towards your work and be consistent until you get them. Gain more knowledge •The more knowledge you gain the more you will be confident. So dream big and achieve great things with courage and confidence. Follow your passion •Find your passion and persui it unstoppably. When you do what you love, success will naturally come to your place.  

Best places to visit in monsoon
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Best Places to Visit in Monsoon to Make Your Eyes Bliss

Hey! Dear travellers out there , Monsoon has arrived and it is the best time to vacate your holidays and get a lifetime experience in India. It will surely leave you stunned. The mountains and the hill stations are fully covered with the lush greenery, the lakes are overflowing with the sparkling water inside it and the heavenly waterfall sceneries can surely make you fall in love with the beauty and the heritage of India. so what are waiting for -pack your bag now and set out to enjoy this from the front . Don’t wait to visit the best destination in india with your family,this monsoon. Best places to visit in monsoon in India If you are confused about where to start exploring the beauty of India’s monsoon. Here are the lists of all the places that must be in your bucket list: 1) Darjeeling , West Bengal Do you want to see the Himalayas closely during your trip? If yes then Darjeeling can be the best option for you . Darjeeling is known as “The Queen of Himalayas “. It is the best place to be during monsoon. It’s tea garden and the insane view can melt your heart to be there for lifetime. The cool weather and mountain,and the greenery around there add cherry to the charm . It is kid’s favourite holiday destination. We’re sure your family going to love it, and enjoy their stay at the fullest. 2) Lonavala, Maharashtra Just 86 km far from Mumbai, lonavala is weekend destination for every mumbaikar. It can be yours too. The best time to visit is June to September, during monsoon season, when surroundings come alive in beautiful lush greenery, and the lakes get filled up to the brim with the rain. Lonavala is a romantic ecape from the chaotic noise of city life. The mesmerizing waterfall and famous khandala hills and monkey points attract the visitors here. 3) Goa , Goa Goa is not all about beaches .The bustling Party Capital of India, Goa is one destination that all of us surely dream of visiting at least once in our lifetime. The church , fort beside beaches and amidst greenery are main attraction here. You can explore the Dudhsagar falls discover the charm of Aguada fort. Parra road ,baga beach ,lavish resorts are worth to visit once and again. 4) Mount Abu , Rajasthan If you want to experience the seren music of rain then mount Abu can be the place for you to have the best monsoon memories .Serving as a source of comfort from the sultry dessert climate of Rajasthan, Mount Abu, the state’s only hill station stands at a height of 1722 metres above sea level, and is embraced by lush green hills of the Aravalli range. Places to visit in Mount Abu include waterfalls, lakes, forests, temples and scenic spots for sightseeing. Standing at 1722 m above the sea, Mount Abu is the only hill station in Rajasthan. 5) Wayanad, Kerala Wayanad is known as ‘God’s own country’,Kerala. Wayanad hosts a three day monsoon festival known as splash. If you are looking lush tea garden or intrested in trekking in Wayanad during rainy season, then we are sure you will not be disappointed at all. There is no doubt that Wayanad is one of the best hill stations and a picture-perfect place to visit during monsoons in South India. 6) Laddakh, Jammu and Kashmir Ladakh is famous for its snow-glaciers, high-altitude trekking routes, magnificent mountain peaks, stunning lakes, and scenic beauty. The region is also rich in Buddhist culture and history. In Ladakh, you can see many ancient and rich Buddhist monasteries. Ladakh Festival takes place from 17th to 27th September every . It’s a spectacle of a show and a must visit! This cold desert of India is sure on the list of many travelers and it truly lives up to its expectations. With its numerous mountain passes, sparkling lakes with crystal clear water surrounded by snow-covered mighty mountains, it is simply magical. This place is a must visit in summers and post-monsoons as the roads are clear for travel unlike in winters. This is one of the best places to visit in monsoon in India for couples. Attractions: Ladakh Festival Tour, Stroll around the Pangong lake which rightly means long, narrow, enchanted lake in Tibetan, play with snow at Changla pass, and seek blessings at the Thiksey monastery. Plan your bike trip as soon as possible to enjoy the beauty of Laddakh this monsoon.  

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