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Author name: Sonee Srivastav

सोनी श्रीवास्तव 100टॉप न्यूज में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। सोनी मीडिया में लगभग पिछले 3 सालों से कार्य कर रही हैं और लेखन से लेकर एंकरिंग के क्षेत्र में भी अनुभव है। मनोरंजन की खबरों में सबसे अधिक रुचि रखती हैं, जबकि खेल और राजनीति में भी अच्छी पकड़ है।

Mahakumbh Google Search
ASTRO

Mahakumbh Google Search: गूगल सर्च में हुआ बदलाव, महाकुंभ सर्च करने पर हो रही है फूलो की वर्षा

Mahakumbh Google Search: महाकुंभ(Mahakumbh)की शुरुआत 13 जनवरी से हो चुकी है यह दुनिया भर में 26 फरवरी तक जारी रहेगा. प्रयागराज में महाकुंभ के लिए लाखों करोड़ों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं. लोग ही नहीं बल्कि गूगल भी महाकुंभ का जबरदस्त जश्न मना रहा है. अगर आप भी गूगल पर महाकुंभ सर्च (Mahakumbh Google Search) करते हैं तो आपके मोबाइल स्क्रीन पर गुलाब के फूलों की बारिश हो जाएगी. इस तरह के एनिमेशन लोगों को खुश कर रहे हैं गूगल ने इसका खास इंतजाम किया है. गूगल ने की पुष्प वर्षा(Mahakumbh Google Search)   हर खास मौके पर गूगल अपना डूडल रेडी करता है इस बार भी महाकुंभ के मौके पर खास एनीमेशन किया गया है. गूगल पर महाकुंभ सर्च करने पर गुलाब की पंखुड़ियां की वर्षा होने लगती है. गूगल पर सर्च ओपन करके आप यहां हिंदी या इंग्लिश में महाकुंभ लिख सकते हैं. जब आप टाइप करेंगे तो रिजल्ट के साथ ही गुलाब की पंखुड़ियों गाड़ियों की बारिश होने लगेगी. शेयर का ऑप्शन   अगर आप इस खूबसूरत एनीमेशन को लोगों के साथ शेयर करते हैं तो आपको नीचे तीन ऑप्शन मिलते हैं. पहले ऑप्शन से आप एनीमेशन को बंद कर सकते हैं दूसरा ऑप्शन क्लिक करते ही गुलाब की पंखुड़ियां नजर आएगी. इसके बाद तीसरा ऑप्शन क्लिक करने के बाद आपको एनीमेशन को शेयर करने का मौका मिलता है. स्क्वाड गेम का प्रमोशन   स्क्विड गेम सीजन 2 के प्रमोशन के लिए भी गूगल ने एक एनिमेशन रेडी किया था. यह एक ऐसा मौका था जब यूजर्स गूगल सर्च पर ही इस गेम को खेल सकते थे. गेम के अंदर आपको ग्रीन कलर के स्वेटशर्ट में छह वर्चुअल अनोखे किरदार देखने को मिले होंगे. स्क्रीन पर आपको गेम कंट्रोलर्स भी मिल रहे थे. यह भी पढ़ें- Makar Sankranti Special: मकर संक्रांति में इन राशियों का गोल्डन टाइम शुरू, किस्मत पलटने में नहीं लगेगा समय

Meerut Metro Start
TECH

Meerut Metro Start: जमीन के अंदर AC में लें सफर का मजा, मेरठ सेंट्रल तक जा रही है मेट्रो

Meerut Metro Start: NCRTC में आज एक ट्रायल शुरू किया है जिसमें मेरठ (Meerut) शहर में मेट्रो को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है. इस ट्रायल के दौरान मेरठ साउथ से लेकर सेंट्रल तक मेट्रो की गति को देखा गया है. इसका निर्माण गुजरात के सवाली प्लांट में किया गया. अभी तक 10 ट्रेन सेट दुहाई डिपो पहुंच गए हैं. अब भारत में पहली बार ऐसा हो रहा है की सेमी हाई स्पीड नमो भारत मेरठ में स्थानीय मेट्रो का संचालन हो रहा है. मैनुअल तरीके से हुई ऑपरेट (Meerut Metro Start)   ट्रायल के समय में मेट्रो मेरठ की ट्रैक और ट्रैक्शन के साथ टेस्ट(Meerut Metro Start) किया गया है. इतना ही नहीं इस दौरान ट्रेन कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम को भी पूरी तरह से मैन्युअल ऑपरेट किया गया. इस ट्रेन को मेरठ साउथ स्टेशन से काम रफ्तार में मेरठ सेंट्रल तक पहुंचाया गया. वापसी के दौरान स्पीड को थोडा बढ़ा दिया गया. ट्रेन ने 40 किलोमीटर प्रति घंटे से 135 किलोमीटर तक डिजाइन किया गया है. किस तरह के हुए परीक्षण   ट्रायल के समय में इंटरनेशनल प्रक्रिया के तहत टेस्ट किया गया है. इस दौरान यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन में सेंडबैग भर गया और वजन का परीक्षण किया गया. एमरजैंसी सिचुएशन को लेकर सुरक्षा जांच भी की गई. इन चीजों का रखा गया ध्यान   मेट्रो ट्रेन को लेकर यात्रियों के कंफर्ट को भी ध्यान में रखा गया ताकि यात्री आराम से यात्रा कर सके. मेट्रो के अंदर सिगनलिंग, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर, ओवरहेड सप्लाई सिस्टम जैसी चीजों पर भी ध्यान दिया गया है.  कब से चलाई जाएगी मेट्रोमेट्रो शुरू(Meerut Metro Start) करने को लेकर बता दें कि तीन कोच वाले 12 ट्रेन सेट गुजरात के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट से बनाए गए हैं. अब ऐसे में NCRTC का यह लक्ष्य है कि जनता के लिए मेट्रो को परिचलित कर दिया जाए. इस मेट्रो के लिए 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. इसमें मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भंसाली के अलावा कई और स्टेशन शामिल है.

Makar Sankranti Special
ASTRO

Makar Sankranti Special: मकर संक्रांति में इन राशियों का गोल्डन टाइम शुरू, किस्मत पलटने में नहीं लगेगा समय

Makar Sankranti Special: चंद्र ग्रह की बात करें तो यह हर सवा दिन पर दूसरी राशि में प्रवेश कर जाता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चंद्र ग्रह राशि और नक्षत्र दोनों का परिवर्तन कर देता है. जब व्यक्ति के जीवन में यह स्थिति मजबूत होती है तो वह बड़ी से बड़ी ऊंचाइयों तक जा सकता है. 14 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके(Makar Sankranti Special) पर कुछ राशियों की किस्मत पलटने वाली है उनके लिए चंद्र ग्रह काफी खास रहने वाला है. इस दिन शुरू होगा चंद्र गोचर(Makar Sankranti Special)   14 जनवरी को मंगलवार के दिन सुबह 4:19 से ही चंद्र गोचर(Chandra Gochar 2025) कर्क राशि में प्रवेश कर जाएगा. इस तरह से 12 राशियों में शुभ और अशुभ चीजों का पता चलेगा. मेष राशि(Aries)   मेष राशि के जातकों की बात करें तो चंद्र ग्रह की कृपा से उनके सभी कार्य पूरे होंगे. घर परिवार में खुशहाली बनी रहेगी और जीवनसाथी का भरपूर साथ मिलेगा. इसके अलावा किस्मत भी आपके साथ रहेगी और सोचे हुए सारे काम पूरे होंगे. कर्क राशि(Cancer)   कर्क राशि की बात करें तो चंद्र गोचर आपके लिए लाभकारी रहने वाला है. अगर आप कहीं इन्वेस्टमेंट के बारे में सोच रहे हैं तो अच्छा खासा मुनाफा मिलेगा. आज के दिन आपके घर रिश्तेदार आ सकते हैं कामकाज बढ़ सकते हैं. आपकी आय में वृद्धि होगी तनाव से मुक्ति मिलेगी। आज के दिन आपकी सोच हुए सभी काम पूरे होंगे. आसपास के लोगों से आपकी बेहतर बनेगी. आपको अपनी दुश्मनों से थोड़ा सा सतर्क रहना चाहिए. कन्या राशि(Virgo)   कन्या राशि वालों के लिए चंद्र गोचर उत्तम रहेगा। आज के दिन आपको कोई खुशखबरी मिल सकती है जमीन खरीद बिक्री का मामला सही चलेगा. अगर आप पढ़ाई के क्षेत्र में है तो सफलता हासिल होगी. ऑफिस में सेक्स वीडियो का साथ मिलेगा और धन में वृद्धि होगी. आपको मनचाहा जीवन साथी मिलेगा नौकरी में तरक्की होगी. इसके अलावा आज के दिन आप गाड़ी खरीद सकते हैं निवेश कर सकते हैं यह काम आपके लिए शुभ होगा.

BCCI New Rules
SPORTS

BCCI New Rules: BCCI ने खिलाड़ियों के लिए लिया सख्त फैसला, परिवार के साथ नहीं रह सकते प्लेयर्स

BCCI New Rules: भारतीय खिलाड़ियों को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा फैसला लिया है. बता दें कि, भारतीय क्रिकेट टीम काफी समय से खराब पर दर्शन दे रही है. टीम को न्यूजीलैंड का सामना करते हुए हार मिली थी. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भी प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं था. इस तरह से टेस्ट चैंपियनशिप में जाने का सपना अधूरा सा रह गया. अब BCCI ने नया नियम लागू कर दिया है. इस नियम के अनुसार भारतीय खिलाड़ी अपने परिवार के साथ नहीं रह सकते. BCCI ने भारतीय टीम की खराब प्रदर्शन को देखते हुए यह फैसला जारी(BCCI New Rules) किया है. खिलाड़ियों के लिए बना सख्त नियम(BCCI New Rules)   काफी समय से भारत का खराब प्रदर्शन चल रहा है जिसे लेकर अब BCCI  सख्त हो चुकी है. बोर्ड की तरफ से यह कहा गया है कि अगर कोई भी विदेशी दौरान 45 दिन से ज्यादा का होता है तो खिलाड़ियों का परिवार उनके साथ 14 दिन ही रह सकता है. इससे ज्यादा दिन साथ रहने की अनुमति नहीं है. बोर्ड में जो गाइडलाइन तैयार की है उसके मुताबिक खिलाड़ियों की पत्नियों उनके साथ निर्धारित समय से ज्यादा नहीं रह सकती. बस के साथ करना होगा सफर   कई बार ऐसा देखा गया है की खिलाड़ी टिम की बस के अलावा दूसरे ट्रांसपोर्ट से सफर करते हुए नजर आते हैं. इस मामले में भी फैसला लिया जाएगा की सभी प्लेयर्स को अपनी बस में ही सफर करना होगा. अगर कोई खिलाड़ी ऐसा नहीं करता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. परिवार की वजह से छोड़ चुके हैं ट्रॉफी 🔥अब पूरे दौरे में क्रिकेटरों के साथ नहीं रह सकेंगी पत्नियां🔥टीम के प्रदर्शन के सुधार के लिए बीसीसीआइ बना रहा नई गाइडलाइन🔥45 दिन के विदेश दौरे में अधिकतम दो सप्ताह साथ रह सकेगा किसी क्रिकेटर का परिवार🔥मुख्य कोच के साथ रहने वाले मैनेजर को लेकर भी तय किए गए नियम🔥सभी खिलाड़ी… pic.twitter.com/CYVxwIuomy — Abhishek Tripathi / अभिषेक त्रिपाठी (@abhishereporter) January 14, 2025 बोर्ड की मीटिंग में BCCI में रोहित शर्मा और विराट कोहली(Virat Kohli) की तरफ इशारा किया. हालांकि मीटिंग में यह साफ तौर पर नहीं कहा गया लेकिन विराट कोहली ने अपने दूसरे बच्चे के जन्म के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट मैच नहीं खेला था. रोहित शर्मा(Rohit Sharma) ने भी कुछ ऐसा ही किया था. दोनों ही खिलाड़ियों ने दलीप ट्रॉफी को भी छोड़ दिया था.  इस ट्रॉफी के लिए केएल राहुल ऋषभ पंत और शुभमन गिल टूर्नामेंट में खेल रहे थे.

Hollywood Stars Homes Burned
ENTERTAINMENT

Hollywood Stars Homes Burned: हॉलीवुड स्टार्स के घर खाक, जान बचाने को छोड़ना पड़ा आशियाना

Hollywood Stars Homes Burned: अमेरिका के लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी भीषण आग ने तबाही मचा दी है. इस विनाशकारी आग ने न केवल कई लोगों की जान ली, बल्कि लाखों की संपत्तियों को भी खाक कर दिया. Hollywood Wildfire से प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, लेकिन आग की भयावहता ने वहां रहने वाले लोगों को अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया. हॉलीवुड स्टार्स के घर बने आग की चपेट(Hollywood Stars Homes Burned)   जंगल की आग से हॉलीवुड इंडस्ट्री भी अछूती नहीं रही. कई Hollywood Celebrities को अपने घर खाली करने पड़े हैं, जबकि कुछ के आलीशान आशियाने पूरी तरह से राख हो गए हैं. सर एंथनी हॉपकिन्स, टॉम हैंक्स, माइली साइरस, बेन एफ्लेक, स्टीवन स्पीलबर्ग और जैमी ली कर्टिस जैसे दिग्गज सितारे इस त्रासदी का सामना कर रहे हैं.      View this post on Instagram            A post shared by Page Six (@pagesix) मशहूर स्टार्स जैसे जस्ट फ्रेंड्स फेम अन्ना फारिस और रियलिटी टीवी की लोकप्रिय जोड़ी स्पेंसर प्रैट और हेइडी मोंटाग के घर भी इस आग में जलकर खाक हो गए. Emmy Award Winner जेम्स वुड्स का घर भी आग की चपेट में आ गया, जिससे हॉलीवुड में शोक का माहौल है. स्टार्स ने सोशल मीडिया पर जताया दुख   लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी आग ने सितारों के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है. कई स्टार्स ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया पर साझा की है. मैंडी मूर, कैरी एल्वेस और पेरिस हिल्टन ने बताया कि आग के कारण उनके घर को काफी नुकसान हुआ है. हॉलीवुड एक्टर बिली क्रिस्टल ने अपने जल चुके घर के बारे में कहा, “हमारा घर, जो 1979 से हमारे परिवार का हिस्सा था, अब राख हो चुका है. यहां हमने अपने बच्चों और नाती-नातिनों के साथ अनगिनत खूबसूरत पल बिताए. यह हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान है, लेकिन हम परिवार और दोस्तों के प्यार से इस मुश्किल दौर से उबरने की कोशिश करेंगे.” रेस्क्यू ऑपरेशन और आगे की चुनौती   आग की भीषणता को देखते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. लेकिन इस त्रासदी ने पर्यावरण और संपत्तियों को इतना नुकसान पहुंचाया है कि उसकी भरपाई करना आसान नहीं होगा. Los Angeles Wildfire ने यह दिखा दिया कि प्राकृतिक आपदाएं किसी को नहीं छोड़तीं. चाहे वह आम लोग हों या हॉलीवुड स्टार्स, सबको इस विनाशकारी आग का सामना करना पड़ा. यह समय है कि हम पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान दें और ऐसी आपदाओं से बचने के उपायों पर काम करें.

Social Media Impact Youth Health
HEALTH

Social Media Impact Youth Health: सोशल मीडिया बढ़ा रहा यंग जेनरेशन का ब्लड प्रेशर, दिल की बातें पहुंची सुसाइड तक

Social Media Impact Youth Health: सोशल मीडिया(Social Media) आज हर इंसान की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. जैसे खाना, पीना और सोना हमारी दिनचर्या का हिस्सा हैं, ठीक वैसे ही सोशल मीडिया भी. लेकिन इसका बढ़ता उपयोग आज की युवा पीढ़ी के लिए वरदान कम और अभिशाप ज्यादा बनता जा रहा है. Social Media Impact on Youth अब एक गंभीर चर्चा का विषय बन चुका है. बदलते समय के साथ बढ़ता सोशल मीडिया का क्रेज   कुछ साल पहले, सोशल मीडिया का इस्तेमाल सीमित था. बारहवीं पास करने के बाद युवा अपना फेसबुक या इंस्टाग्राम अकाउंट बनाते थे और कभी-कभार अपनी बातें शेयर करते थे. लेकिन आज, चौथी क्लास के बच्चे भी Social Media Platforms पर सक्रिय हैं. न सिर्फ उनका वहां अकाउंट है, बल्कि वे अपने पोस्ट्स और फॉलोअर्स की गिनती पर भी ध्यान देते हैं. यह बदलाव भले ही तकनीकी जागरूकता को दर्शाता हो, लेकिन इसका दूसरा पहलू चिंता का विषय है. छोटी उम्र में ही बच्चे सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभावों का शिकार हो रहे हैं. सोशल मीडिया और बदलता व्यवहार   पहले जहां शिक्षक की डांट या टोक से बच्चे सीखते थे, अब वही टोकाटाकी सोशल मीडिया पर पोस्ट बनकर वायरल हो जाती है. बच्चे खुद को Gangster-like Personality के रूप में दिखाने लगते हैं. यह प्रवृत्ति न सिर्फ सामाजिक मूल्यों को प्रभावित कर रही है, बल्कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल रही है. मोहब्बत और सोशल मीडिया का नकारात्मक ट्रेंड   आजकल प्यार का इजहार भी सोशल मीडिया पर होता है और इसका अंजाम भी. कई युवा, रिश्तों में आई परेशानियों को सहन नहीं कर पाते और सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर Suicide Trends को बढ़ावा दे रहे हैं. यह खतरनाक चलन युवाओं की मानसिकता और उनकी Decision-Making Ability पर सवाल खड़ा करता है. युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर(Social Media Impact Youth Health)   सोशल मीडिया ने युवाओं को High Blood Pressure और तनाव का मरीज बना दिया है. लगातार लाइक्स और फॉलोअर्स की होड़, ट्रोलिंग और नकारात्मकता से युवाओं का आत्मविश्वास और मानसिक स्थिरता प्रभावित हो रही है. इसके साथ ही, उनकी प्रेशर सहने की ताकत और फैसले लेने की क्षमता भी कम हो गई है. समाधान की जरूरत   जरूरी है कि युवा सोशल मीडिया का सही और सीमित उपयोग करें। अभिभावकों और शिक्षकों को भी बच्चों को इसका सही उपयोग सिखाना होगा। सोशल मीडिया को जीवन का हिस्सा बनाएं, लेकिन इसे अपनी जिंदगी पर हावी न होने दें। सोशल मीडिया के इस बदलते दौर में, जिम्मेदारी से इसका उपयोग ही इसे वरदान बना सकता है।

Delhi Vidhan Sabha Election
POLITICS

Delhi Vidhan Sabha Election: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में होगा त्रिकोणीय मुकाबला, किसे जाएगा ममता और अखिलेश का समर्थन

Delhi Vidhan Sabha Election: दिल्ली में विधानसभा चुनाव(Delhi Vidhan Sabha Election) होने वाले हैं जो 5 फरवरी से शुरू हो रहा है. वोटिंग के बाद 8 फरवरी को चुनावी नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे. इस चुनाव के शुरू होते ही राजनीतिक गलियारे में आफत मच गई है. दो आम आदमी पार्टी(AAP) और कांग्रेस(Congress) एक दांत की रोटी खाते थे आज वह चुनावी मैदान में आमने-सामने हो गए हैं. ममता बनर्जी और अखिलेश का समर्थन   आने वाले चुनाव में देखा जाए तो सबसे ज्यादा संकट के बदले इंडिया की दो पार्टियों पर नजर आ रहा है. भले ही दिल्ली की राजनीति से इनका कोई लेना-देना नहीं है फिर भी यह तय नहीं कर पा रहे हैं की चुनाव में कांग्रेस की तरफ जाना है या फिर आम आदमी पार्टी के समर्थन में वोट देना है. लेकिन दोनों ही पार्टियों ज्यादा अंधेरे में नहीं है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने अपना ऐलान कर दिया है कि वह अपना समर्थन आम आदमी पार्टी को दे रहे हैं. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने भी आम आदमी के साथ हाथ मिला लिया है. क्या है संजय राउत की नसीहत   उद्धव की शिवसेना यह तो नहीं कर पा रही है की किसके पक्ष में जाना है इसलिए नेता भी बयान देने से बच रहे हैं. लेकिन संजय रावत ने नसीहत दी है की कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मर्यादा में चुनाव लड़े तो ज्यादा बेहतर होगा. वहीं, तेजस्वी यादव का कहना है कि चुनाव के लिए गठबंधन का कोई अस्तित्व नहीं दिख रहा है. पृथ्वीराज चव्हाण का बयान   अब कांग्रेस के लिए गड़बड़ी शुरू हो गई है क्योंकि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता पृथ्वीराज चौहान ने यह साफ कर दिया है कि वह दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की जीत देखेंगे. इस बयान को लेकर जब बवाल शुरू हुआ तो उन्होंने ऐसा बताया कि बयान को ही गलत तरीके से देखा गया है. चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला (Delhi Vidhan Sabha Election)   दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी की दिग्गज टीम चुनाव के मैदान में आ रही है. कांग्रेस की तरफ से शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उतरते हुए दिख रहे हैं.

Underworld Don Chhota Rajan in Hospital
NATIONAL

Underworld Don Chhota Rajan in Hospital: अस्पताल पहुंचा अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन, पुलिस की कड़ी निगरानी

Underworld Don Chhota Rajan in Hospital: अंडरवर्ल्ड का सबसे बड़ा लेकिन नाम से छोटा राजन(Chhota Rajan) दिल्ली की राजधानी एवं अस्पताल में भर्ती हो गया है. छोटा राजन कई तरह के अपराधों में शामिल था जिसकी वजह से दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद किया गया था. ताजा जानकारी के मुताबिक दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में भर्ती है और इस दौरान पुलिस की कड़ी व्यवस्था की गई है. पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच डॉन पर निगरानी रखी जा रही है. इंडोनेशिया से भारत आया छोटा राजन (Underworld Don Chhota Rajan in Hospital)   छोटा राजन अंडरवर्ल्ड का बहुत बड़ा डॉन है जो साल 2015 में इंडोनेशिया से गिरफ्तार किया गया था जिसे भारत लाया गया. अपने अपराधों को लेकर छोटा डॉन को दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंदी बनाकर रखा गया है. फिलहाल तबीयत खराब होने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया. 25 अक्टूबर 2015 को छोटा राजन को बाली हवाई अड्डे से भारत लाया गया. हुई उम्र कैद की सजा   छोटा राजन के अपराधों की लिस्ट काफी बड़ी है जिसकी वजह से मई के महीने में छोटा राजन को हत्या के मामले में दोषी पाकर उम्र कैद की सजा सुनाई गई. बाद में बंबई हाई कोर्ट से छोटा राजन को उम्र कैद की सजा से निलंबित कर दिया गया और जमानत भी मिल गई. फिलहाल छोटा राजन के ऊपर कई आपराधिक मामले हैं जिसकी वजह से वह जेल में बंद है. हत्या मामले में हुआ था गिरफ्तार   इतना ही नहीं बता दे कि, अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के सदस्य के साथ मिला हुआ था और हत्या के मामले में भी शामिल था. इस मामले की वजह से छोटा राजन को 1999 में सितंबर के महीने में अंधेरी से गिरफ्तार किया गया था.

Sleep Divorce
CURRENT MAGAZINE

क्या है ‘Sleep Divorce’? जानिए कपल्स के बीच बढ़ते इस ट्रेंड के फायदे और नुकसान

Sleep Divorce: आज के व्यस्त और तनावपूर्ण जीवन में, रिश्तों और नींद की गुणवत्ता दोनों पर असर पड़ रहा है. इसी के चलते Sleep Divorce नामक एक नया ट्रेंड सामने आया है. यह ऐसा समझौता है जिसमें कपल्स एक ही घर में रहते हुए अलग-अलग बिस्तरों या कमरों में सोते हैं. इसका उद्देश्य है नींद की गुणवत्ता में सुधार करना और रिश्ते में अनावश्यक तनाव को कम करना. यह कोई अलगाव का संकेत नहीं है, बल्कि बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए उठाया गया एक सकारात्मक कदम है, जो कपल्स को उनके रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है. Sleep Divorce के फायदे   बेहतर नींद: अक्सर कपल्स की अलग-अलग नींद की आदतें, जैसे कि खर्राटे लेना, बार-बार हिलना, या देर रात तक फोन इस्तेमाल करना, एक-दूसरे की नींद में बाधा डाल सकती हैं. अलग-अलग सोने से दोनों पार्टनर्स को पर्याप्त और शांतिपूर्ण नींद मिलती है. तनाव में कमी: अच्छी नींद का सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. इससे मूड बेहतर होता है और कपल्स के बीच अनावश्यक झगड़े और तनाव कम होते हैं. पर्सनल स्पेस: अलग-अलग सोना पर्सनल स्पेस का सम्मान करने का एक तरीका है. इससे दोनों पार्टनर्स खुद को रिचार्ज और रिलैक्स कर पाते हैं, जो रिश्ते को और मजबूत बनाता है. शारीरिक समस्याओं का समाधान: यदि किसी पार्टनर को Sleep Apnea, खर्राटे, या अन्य नींद संबंधी समस्याएं हैं, तो अलग सोना दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है. Sleep Divorce के नुकसान   इमोशनल दूरी: कुछ कपल्स का मानना है कि एक साथ सोना भावनात्मक कनेक्शन का हिस्सा है. अलग-अलग सोने से यह कनेक्शन कमजोर हो सकता है. रोमांटिक रिश्तों पर असर: रोमांटिक रिश्तों के लिए शारीरिक नजदीकी महत्वपूर्ण है. अलग सोने से रोमांस और इंटिमेसी पर असर पड़ सकता है. सोशल प्रेशर: समाज में अभी भी यह धारणा है कि कपल्स को एक साथ सोना चाहिए. इससे कपल्स को judgment और आलोचना का सामना करना पड़ सकता है. क्या यह सही विकल्प है?   Sleep Divorce हर कपल के लिए सही नहीं हो सकता. यदि नींद की समस्याएं आपके रिश्ते को प्रभावित कर रही हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन इससे पहले, दोनों पार्टनर्स को एक-दूसरे की भावनाओं को समझते हुए आपसी सहमति से यह फैसला लेना चाहिए. Sleep Divorce का मुख्य उद्देश्य बेहतर नींद और स्वस्थ रिश्ता बनाए रखना है. यह ट्रेंड आधुनिक कपल्स के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. हालांकि, इसके फायदे और नुकसान दोनों ही हैं, लेकिन सही संवाद और आपसी समझ से यह रिश्तों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.

Rabbit Fever Symptoms
WORLD

Rabbit Fever Symptoms: अमेरिका में Rabbit Fever का खतरा बढ़ा, जानें कौन से लोग हैं अधिक जोखिम में

Rabbit Fever Symptoms: अमेरिका में Rabbit Fever, जिसे Tularemia भी कहा जाता है, के मामलों में हाल ही में तेज़ी देखी जा रही है. CDC (Centers for Disease Control and Prevention) की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक दशक में इस बीमारी के मामलों में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है. यह बीमारी एक जूनोटिक संक्रमण है, जो Francisella Tularensis नामक बैक्टीरिया के कारण होता है. यह बैक्टीरिया मुख्य रूप से खरगोशों, गिलहरियों और अन्य छोटे जानवरों में पाया जाता है. मनुष्यों में यह संक्रमण संक्रमित जानवरों से सीधे संपर्क, उनके काटने या संक्रमित भोजन और पानी के माध्यम से फैल सकता है. Rabbit Fever के लक्षण(Rabbit Fever Symptoms)   Tularemia के लक्षण संक्रमण के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करते हैं। आमतौर पर, यह तेज बुखार (जो 104°F तक जा सकता है), ठंड लगना, और flu-like symptoms जैसे थकान, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द पैदा करता है। कुछ मामलों में, लिम्फ नोड्स की सूजन, त्वचा पर घाव, और सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है। संक्रमण अगर आंखों के जरिए हो, तो जलन, सूजन, और लालिमा जैसी समस्याएं देखी जाती हैं। गंभीर मामलों में, यह septicemia और pneumonia जैसी जटिलताएं पैदा कर सकता है। कौन से लोग हैं अधिक जोखिम में?   Rabbit Fever मुख्य रूप से उन लोगों को प्रभावित करता है जो जंगलों में काम करते हैं, शिकार करते हैं, या संक्रमित जानवरों के पास रहते हैं। यह बीमारी 5-9 साल के बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर immune system वाले व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकती है। संक्रमित क्षेत्रों में रहने वाले या काम करने वाले farmers, veterinarians, और hunters अधिक जोखिम में होते हैं। बचाव और इलाज   Rabbit Fever का इलाज antibiotics जैसे Streptomycin, Doxycycline, और Ciprofloxacin के माध्यम से किया जाता है। समय पर इलाज न किया जाए, तो यह संक्रमण जानलेवा हो सकता है। बचाव के लिए संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से बचें, जंगल में protective clothing पहनें, और insect repellents का उपयोग करें। खाना और पानी को हमेशा साफ रखें। Rabbit Fever एक गंभीर लेकिन रोकथाम योग्य बीमारी है। इसके प्रति जागरूकता और सही समय पर इलाज से संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप किसी जोखिम वाले क्षेत्र में हैं और लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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