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Author name: Sonee Srivastav

सोनी श्रीवास्तव 100टॉप न्यूज में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। सोनी मीडिया में लगभग पिछले 3 सालों से कार्य कर रही हैं और लेखन से लेकर एंकरिंग के क्षेत्र में भी अनुभव है। मनोरंजन की खबरों में सबसे अधिक रुचि रखती हैं, जबकि खेल और राजनीति में भी अच्छी पकड़ है।

SPORTS

दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इस धाकड़ खिलाड़ी की वापसी

कोहनी में चोट के चलते बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में नहीं खेल पाने वाले दक्षिण अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा की जल्द ही क्रिकेट में वापसी हो रही हैं. वह श्रीलंका के खिलाफ आगामी दो मैचों की टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी टीम की ओर से एक बार फिर मैदान पर नजर आएँगे. टेम्बा बावुमा दक्षिण अफ्रीकी टीम के मध्यक्रम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं. दक्षिण अफ्रीकी टीम में उनकी वापसी अगले साल लार्ड्स में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. ऑलराउंडर मार्को जानसन और तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएत्ज़ी की भी टीम में वापसी हुई है।इस संबंध मे दक्षिण अफ्रीकी टीम के कोच शुकरी कॉनराड ने कहा, “हमने प्रतिस्पर्धा में बने रहने और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए सबसे मजबूत संभावित टीम चुनी है. हमने चयन के दायरे में आने वाले खिलाड़ियों को अपनी-अपनी प्रांतीय टीमों के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का अवसर देने के लिए सामान्य 15 के बजाय 14 सदस्यीय टीम का चयन किया है. उन्होंने कहा कि हमने 15 के बजाय 14 खिलाड़ियों की टीम बनाई है, ताकि चयन से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों को अपनी प्रांतीय टीमों के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेलने का अवसर मिल सके. टेम्बा बावुमा का ठीक होकर टीम का नेतृत्व करना बहुत अच्छा है. उनका नेतृत्व और कौशल टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका टेस्ट सीरीज की सारणी दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका पहला टेस्ट: 27 नवंबर से 1 दिसंबर तक डरबन में साउथ अफ्रीका बनाम श्रीलंका, दूसरा टेस्ट: 5 से दिसंबर 9 दिसंबर तक सेंट जॉर्ज पार्क में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए श्रीलंका की टीम इस प्रकार हैं : कप्तान धनंजय डी सिल्वा,एंजेलो मैथ्यूज,पथुम निसांका,दिनेश चंडीमल,दिमुथ करुणारत्ने,ओशादा फर्नांडो,कुसल मेंडिस, कामिंडु मेंडिस,सदीरा समरविक्रमा,प्रभात जयसूर्या,निशान पेइरिस,मिलान रत्नायके,लसिथ एम्बुलडेनिया,असिथा फर्नांडो,कसुन राजिथा,विश्वा फर्नांडो, लाहिरू कुमार.टेम्बा बावुमा की टीम में वापसी इस टेस्ट सीरीज के लिए मेजबान साउथ अफ्रीका ने भी अपनी टीम का ऐलान कर दिया है. टेम्बा बावुमा की बतौर कप्तान टीम में वापसी हो गई है. वह बाएं कोहनी की चोट से उबर चुके हैं, जिसकी वजह से वह बांग्लादेश के हालिया टेस्ट दौरे के दौरान बाहर हो गए थे. ऑलराउंडर मार्को यानसन और तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएट्जी पिछली गर्मियों में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद पहली बार टेस्ट टीम में लौटे हैं. श्रीलंका के खिलाफ साउथ अफ्रीकी की टेस्ट टीम: कप्तान टेम्बा बावुमा,डेविड बेडिंघम, गेराल्ड कोएत्जी,कगिसो रबाडा, टोनी डी जोर्जी,मार्को यानसन, काइल वेरिन,केशव महाराज,एडेन मार्कराम,वियान मुल्डर,सेनुरन मुथुसामी,डेन पैटरसन,ट्रिस्टन स्टब्स और रयान रिकेल्टन।

UP Police Constable Bharti Result 2024
INDIA

UP Police Constable Bharti Result 2024: इस दिन यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा का आएगा परिणाम

UP Police Constable Bharti Result 2024:  उत्तर प्रदेश में जब से यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल (UP Police Constable Bharti Result 2024) का परीक्षा संपन्न हुआ है, तभी से सभी की निगाहें इसके परिणाम पर है.अगर आप भी यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे है तो यह खबर आपके लिए ही है. दरअसल इस परीक्षा के परिणाम को लेकर एक तजा अपडेट सामने आया है. दरअसल यूपी पुलिस की परीक्षा यूपी के छात्रों के लिए बहुत ही एहम है. इससे पहले भी यह परीक्षा सभी छात्रों ने बड़ी ही मेहनत के साथ दिया था, हालांकि पेपर लीक के कारण इसे रद्द कर दिया गया. जिसके बाद सभी छात्रों ने दुबारा परीक्षा कराने की मांग की और उत्तर प्रदेश के मुख्यम्नत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस परीक्षा को एहमियत देते हुए जल्दी ही एक्शन लिया और दुबारा परीक्षा करवाई. यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल का दुबारा परीक्षा करवाया गया. जिसमे बहुत ही सावधानी और सुरक्षा का ध्यान रखा गया. परीक्षा संपन्न होने के बाद अब सभी परीक्षार्थियों की निगाहें परिणाम पर रुकी हुई हैं. बता दें इस परीक्षा का परिणाम इसी हफ्ते कभी भी जारी किया जा सकता है. ख़बरों के मुताबिक अभी किसी भी तारीख का एलान नहीं किया गया है. ऑनलाइन देख सकते है रिजल्ट यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा का परिणाम आने के बाद आप उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) की ऑफिशियल वेबसाइट uppbpb.gov.in पर ऑनलाइन रिजल्ट चेक कर सकते है. जानकारी के लिए बता दें, जो अभ्यर्थी रिजल्ट में पास हो जाएंगे, वे अगले साल तक होने वाले फिजिकल टेस्ट (PET/ PST) के लिए क्वालीफाई माने जाएंगे. बता दें, परीक्षा फॉर्म आने के बाद करीबन 48 लाख नौजवानों ने आवेदन किया था लेकिन सिर्फ 34 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने इसका एग्जाम दिया था. लिखित परीक्षा पास करने वाले परीक्षार्थी ही अगले साल होने वाले फिजिकल टेस्ट में भाग ले सकते है. फिजिकल टेस्ट के लिए जनरल, OBC एवं SC कैटेगरी के अभ्यर्थियों की न्यूनतम लंबाई 168 सेंटीमीटर होनी चाहिए. इसके अलावा सीना बिना फुलाए 79 सेंटीमीटर एवं फुलाकर 84 सेंटीमीटर तक होना चाहिए. महिला परीक्षार्थियों को बता दें उन्हें 14 मिनट में 2.4 किलोमीटर की दौड़ लगानी होगी. जितने भी परीक्षार्थी इन सभी टेस्ट को पूरा करते है. उनका मेडिकल टेस्ट होगा. अगर उनका मेडिकल सब सही रहता है तो उनका पूरा मेहनत और तैयारी सफल मानी जाएगी.

Rahul Gandhi VIP Treatment
POLITICS

Rahul Gandhi VIP Treatment: राहुल गांधी को स्वर्ण मंदिर में VIP ट्रीटमेंट मिलने से आखिर क्यों मचा हंगामा ?

Rahul Gandhi VIP Treatment: देश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव की तैयारियां जोरो शोरो से चल रही है. अगले दिन 20 नवंबर को महाराष्ट्र और झारखण्ड में मतदान होने है. जिसको लेकर चुनाव चुनाव आयोग पूरी तैयारी कर रहा है. इसके अलावा सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार प्रसार में लगे हुए है. इस बीच मतदान से एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी(Rahul Gandhi) पंजाब के अमृतसर पहुंचे हुए है. वहां पर उन्होंने स्वर्ण मंदिर में माथा टेका और साथ ही सेवा समारोह में भी भाग लिया. दरअसल राहुल गांधी का चुनाव से पहले गुरूद्वारे जाना और वहां माथा टेकना साथ ही सेवा करना एक लड़की को रास नहीं आया और वह वहीं पर गुरुद्वारे में चिल्लाना शुरू कर दी. जी हाँ राहुल गांधी जब वहां माथा टेकने पहुंचे तो उन्हें VIP ट्रीटमेंट दिया गया. लाइन में लगे लोगों को साइड करके सबसे पहले राहुल गांधी को आगे बढ़ाया गया और उन्हें अलग से दर्शन कराया गया. राहुल गांधी का यु पंजाब दौरा हंगामा बन गया है. गुरु के दरबार में सभी है बराबर दरअसल राहुल गांधी जिस मंदिर में पूजा अर्चना करने गए वहीं एक लड़की ने सबके सामने हंगामा करना शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि उस लड़की को राहुल गांधी को दी गई स्पेशल ट्रीटमेंट से दिक्कत थी. लड़की का कहना है कि गुरु के दरबार में सभी लोग बराबर है तो राहुल गांधी को स्पेशल तरीके से दर्शन क्यों कराया गया. लड़की ने सभी के सामने चिल्ला चिल्ला कर बोला कि राहुल गांधी का मंदिर के बाहर जोरदार स्वागत किया गया मुझे इससे दिक्कत नहीं है. दिक्कत इस बात से है कि राहुल गांधी को मंदिर के अंदर स्पेशल ट्रीटमेंट क्यों दिया जा रहा है. बता दें, राहुल गांधी ने मंदिर के अंदर माथा टेका और सेवा में भाग लेते हुए लोगो को पानी पिलाया साथ ही बर्तन भी धुला. इस मौके पर उनके साथ गुरजीत सिंह औजला और पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी समेत कई नेता भी उपस्थित थे.

Expansion of computer networks
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Expansion of computer networks : कैसे शुरु हुआ इंटरनेट का दौर, आज दुनिया भर को जोड़ने का कर रहा काम

Expansion of computer networks : जब भी कंप्यूटर नेटवर्क की बात आती है तब या सबसे पहले सामने आता है कि इंटरनेट क्या है क्योंकि इंटरनेट के बिना कंप्यूटर का कोई उद्देश्य नहीं है। प्रौद्योगिकी के इस संसार में सूचना एवं आंकड़ों के आदान-प्रदान के लिए इंटरनेट का सबसे पहले प्रयोग किया जाता है। आज के युग में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र बच्चा रह गया हो, जहां इंटरनेट का प्रयोग नहीं हो रहा हो इंटरनेट के माध्यम से किसी भी क्षेत्र जैसे सरकारी संस्थान बैंकिंग संस्थानों में से संबंधित सूचनाओं एक आंकड़ों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है आज इंटरनेट के सर्वपरी उपयोग से ही विश्व व्यापी दूरियां कम हो गई है हजारों किलोमीटर दूर बैठा व्यक्ति भी आज हम इंटरनेट की सहायता से उसको देख सकते हैं मोबाइल फोन पर विश्व के प्रमुख इंटरनेट प्रदाता gti, mci स्प्रिट युजनेट ओर अमेरिका को ans माध्यमों को रीड की हड्डी कहा जाता है। वाइड एरिया नेटवर्क इंटरनेट का उदाहरण इंटरनेट विश्व व्यापी एवं देशव्यापी कंप्यूटर के नेटवर्क का एक जाल रूप में बढ़ा हुआ है। संसार भर में कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार कंप्यूटर नेटवर्क मुख्ता तीन प्रकार का होता है – 1 स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क 2 व्यापारिक क्षेत्र नेटवर्क 3 मेट्रो एरिया नेटवर्क इंटरनेट के विभिन्न कार्यों का वर्णन इंटरनेट की नेटवर्किंग प्रणाली में एक या एक से अधिक कंप्यूटर होते हैं जिन्हें सरवर कहा जाता है सरवर के संपूर्ण सूचनाओं एवं आंकड़ों को स्थाई रूप से संग्रहित करते हैं सरवर के माध्यम से सूचना एवं आंकड़ों को स्थानांतरण भी किया जा सकता है सरवर के रूप में मुख्ता में फ्रेम कंप्यूटर का प्रयोग होता है इंटरनेट एक एक प्रकार से अत्यधिक बलिशाली एवं गतिशील संचार के माध्यम है इंटरनेट की विश्व में शुरुआत 1969 में हुई तथा देश में सर्व प्रथम वर्ष 1990 के आसपास कंप्यूटर का प्रयोग हुआ उसे समय उसका प्रयोग केवल शिक्षक या रक्षा संबंधी कार्यों में ही किया जाता था । इंटरनेट द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न प्रकार की सेवाएं निम्न प्रकार से हैं। इंटरनेट द्वारा लोगों को इतनी ज्यादा सुविधा प्रदान हो चुकी है कि अब लोगों का जीवन इंटरनेट के बिना या कंप्यूटर के बिना अधूरा है लगभग सभी क्षेत्रों में कंप्यूटर की अति आवश्यकता है बढ़ गई है इंटरनेट के अन्य क्षेत्र निर्मित है। जैसे – 1 ) ई मेल इसका पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक मिल है ईमेल का स्थानांतरण इलेक्ट्रॉनिक रूप में एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में होता है जिस प्रकार डाक संदेश एवं पत्रों को इधर से उधर भेजता है उसी तरीके से ईमेल भी कार्य करता है । 2 ) टेलनेट यह सुविधा भौगोलिक दृष्टि से अलग-अलग स्थान पर रख अलग-अलग कंप्यूटरों के माध्यम संपर्क स्थापित करने की सुविधा प्रदान करता है। 3 ) गोफर यह सुविधा विश्व के अनेकों लाइब्रेरी तथा सर्वरों से सूचना उपलब्ध कराने का सरलतम माध्यम माना जाता है। 4 ) आर्ची यह एक सरवर का समूह है जिसके माध्यम से सूचनाओं को ढूंढा वह खोजा जा सकता है। 5 ) इलेक्ट्रॉनिक बुलेटिन बोर्ड इस बोर्ड के माध्यम से किसी समाचार अथवा सूचना को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराया जाता है यह एक इंटरनेट द्वारा जारी समाचार सेवा है इसकी सुविधा निशुल्क दोनों प्रकार से प्रदान की जाती है। 6 ) ई कॉमर्स इस सुविधा का उपयोग दूर स्थित व्यक्तियों तथा संसाधनों के द्वारा इंटरनेट के माध्यम से वस्तुओं तथा सेवाओं की खरीद एवं बिक्री का लेनदेन करने में किया जाता है इस सुविधा को ई-कॉमर्स कहते हैं । 7 ) ऑनलाइन संचार इस संचार के माध्यम से संदेश भेजने वाला व्यक्ति तथा संदेश प्राप्त करने वाला व्यक्ति एक समय में इंटरनेट से जुड़े जुड़े होते हैं अतः संदेश भेजने वाला व्यक्ति जो संदेश अपने कंप्यूटर में मैसेज बॉक्स में टाइप करता है वह संदेश दूसरे व्यक्ति के मॉनिटर पर प्रदर्शित होता दिखाई देता है इस प्रकार से इसे इंटरनेट सुविधा को कंप्यूटर की भाषा में चैटिंग भी कहते हैं। 8 ) ऑनलाइन बैंकिंग इंटरनेट की सहायता से कभी भी मुद्रा का लेनदेन कर सकते हैं हम इसी कारण ऑटोमेटिक लेटर मशीन का प्रचलन बढ़ गया है। 9 ) इंटरनेट पर अनेक कंपनियों के एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को ममुफ्त में और डाउनलोड किया जा सकता है जैसे कि संगीत मूवी एनीमेशन गेम ग्राफ्टिंग आदि कंप्यूटर की डिस्क में संग्रहित हो जाते हैं। 10 ) इंटरनेट पर किसी भी व्यवसाय संस्था आदि की संपूर्ण जानकारी व्यवस्थित रहती है एक सीट के रूप में प्रदर्शित की जाती है जिसके बारे में हम बहुत ही आसानी से जान सकते हैं वह समझ सकते हैं इत्यादि सभी चीज इंटरनेट के द्वारा उपलब्ध हो जाती हैं।

China aircraft carrier
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China aircraft carrier : दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलीपींस के बीच बढ़ी तनातनी, विमान वाहक पोत हुए तैनात

China aircraft carrier : दक्षिण चीन सागर युद्ध की नई रणभूमि बन रहा है. चीन और फिलीपींस एक दूसरे के अमाने-सामने आ गये हैं. अमेरिका में स्थित फिलीपींस के राजदूत ने 25 जून को ही एक साक्षात्कार में बताया था कि उनका चीन के साथ संघर्ष बढ़ता जा रहा है. अब इस बीच खबर आई है कि चीन ने अपने दूसरे विमान वाहक युद्धपोत को उतार दिया है. चीन के इस विमान वाहक युद्धपोत का नाम शांडोंग है. जिस पर कई फाइटर जेट के साथ विध्वंसक हथियार तैनात किए गए हैं. यह चीनी विमान वाहक युद्धपोत फिलिपींस के तट पर गश्त लगाते हुए देखा गया है. कई बार फिलीपींस चीन के इस तरीके के घुसपैठ का विरोध दर्ज करा चूका है. तनाव का कारण द्वितीय थॉमस शोल चीन दक्षिण चीन सागर के 80% हिस्से पर अपनी दावेदारी पेश करता है. जिसको लेकर फिलिपींस मलेशिया वियतनाम ब्रूनेई और ताइवान के बीच कई वर्षों से बहस का विषय बना हुआ है. चीन और फिलिपींस की नौसेनाओं और तटरक्षकों के बीच तनाव की मुख्य वजह द्वितीय थॉमस शोल को माना जा रहा है. वहीं दक्षिण चीन सागर एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर भारी मात्रा में प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं, साथ ही अन्तराष्ट्रीय व्यापारिक आवागमन के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है. चीन के नए कानून से सेना को मिली गोली चलाने की खुली छूट चीन की ओर से पिछले महीने समुद्रीय क्षेत्र से जुड़ा हुआ एक नया कानून लागू किया गया. इस कानून से चीन अपने तटरक्षक बलों को इस बात की खुली छूट देता है कि अगर कोई भी विदेशी जहाज चीन के जल क्षेत्र में अवैध रूप से घुसने की कोशिश करता है तो उस जहाज को जब्त कर लिया जाए. इतना ही नहीं इस कानून के तहत विदेशी चालक दल को 60 दिनों तक हिरासत में रखने का भी प्रावधान किया गया है. इसके अलावा इस कानून के तहत चीन की सरकार अपने नौ सैनिक बलों को जरुरत के अनुसार विदेशी जहाजों पर गोली चलाने की भी खुली छूट दी है.

National Doctors day 2024
INDIA

National Doctors day 2024 : 1 जुलाई को भारत में क्यों मनाया जाता है चिकित्सक दिवस, क्या है इसका इतिहास और थीम

National Doctors day 2024 : जिंदगी दबे पांव कब इतनी तेज़ी से दौड़ जाती है कि हमे पता ही नही चलता कि उम्र कब ढलान पर आ गई. ये नई नई पनपती बीमारियों की प्रभाव होता है. जब शरीर से सांस उखड़ने लगे तो डॉक्टर ही नया जीवन देने का काम करते हैं. इसलिए प्रतिवर्ष 1 जुलाई को पूरे भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (Doctors day 2024) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को हमारे जीवन में डॉक्टर्स की क्या अहमियत है इसे बताने के लिए समर्पित किया जाता है. जब भी बीमारी हमारे शरीर से दोस्ती करने के लिए हाथ आगे बढ़ाती है तो वह डॉक्टर ही होते हैं जो इस दोस्ती का सबसे बड़ा विलेन बनकर सामने आते हैं. प्रतिदिन न जाने कितने लोगों को डॉक्टर की वजह से नया जीवन मिलता है. इसीलिए हमारे समाज में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है. हर साल नई नई बीमारियां हमारे शरीर में घुसने की कोशिश करती हैं लेकिन डॉक्टर इन बीमारियों को बाहर निकालने का काम करते हैं. चिकित्सक दिवस को मनाकर डॉक्टर के प्रति सम्मान वक्त करने का एक तरीका है. क्या है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का इतिहास भारत में हर साल 1 जुलाई को मशहूर चिकित्सक और बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर बीधान चंद्र रॉय की याद में चिकित्सक दिवस को मनाया जाता है. इस दिवस को भारत के नागरिक डॉक्टर के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हैं. इस दिवस की नीव 1991 में रखी गई थी. राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस की इस वर्ष की यह है थीम भारत में इस बार राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 की थीम हीलिंग हैंड्स, केयरिंग हार्ट्स तय की गई है. यह थीम डॉक्टर के समर्पण और करुणा पर जोर देती है, जिसे वे हर दिन अपने दैनिक जीवन में अपनाते हैं. डॉक्टर बिधान चन्द्र रॉय और महात्मा गांधी जी के बीच कैसा था सम्बन्ध डॉक्टर बिधान बापू महात्मा गांधी के बहुत ही करीबी चिकित्सक रहे हैं. इन दोनों महानायकों के बीच एक बहुत मशहूर किस्सा रहा है. एक बार गांधी जी 1933 में अनशन कर रहे थे, जिससे लगातार उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा था. जैसे ही डॉक्टर बीधान को खबर मिलती है तो वह बापू के इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन गांधी जी दवा लेने से इनकार कर देते हैं, क्योंकि उस दवा का निर्माण स्वदेशी रूप से भारत में नहीं किया गया था.

United Nations Security Council
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United Nations Security Council : रूस ने संभाली UNSC की अध्यक्षता जुलाई में होगी तीन बड़ी बैठकें, क्या पुतिन जायंगे अमेरिका

United Nations Security Council : यूक्रेन युद्ध के बाद रूस और पश्चिम देशों के मध्य बढ़ते तनाव के बीच मास्को ने जुलाई महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) की अध्यक्षता संभाल ली है. रूस की ही अध्यक्षता में इसी महीने यूएनएससी (UNSC) के अंदर मध्य पूर्व में उत्पन्न हुए संकट, नए वैश्विक सुरक्षा समीकरण और साथ ही एससीओ (SCO) के मुद्दों पर चर्चा होनी है. सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिस पर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की प्राथमिक जिम्मेदारी है. हर महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता एक देश से दूसरे देश को हस्तांतरित की जाती है. जून 2024 में दक्षिण कोरिया सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष रहा था और इस महीने रूस दक्षिण कोरिया से अध्यक्षता ले रहा है. रूस इन तीन मुद्दों पर करेगा बैठक युनाइटेड नेशन में रूस के स्थाई प्रतिनिधि वसीली नेबेंजिया रूसी न्यूज़ एजेंसी आरआईए से बताया है कि मास्को अपनी अध्यक्षता में तीन प्रमुख कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रहा है, जिसमें वैश्विक सुरक्षा समीकरण पर चर्चा, संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय संगठन पर चर्चा और रूस- यूक्रेन युद्ध पर चर्चा शामिल है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस का नेतृत्व रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव द्वारा किए जाने की उम्मीद है. हालांकि रूसी अधिकारियों ने बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिकी वीजा जारी करने पर भी संदेह जताया है. सभी देश कर रहे समर्थन सुरक्षा परिषद यूनाइटेड नेशन का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसका गठन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान साल 1945 में हुआ था.मौजूदा समय में यूनाइटेड नेशन में पांच स्थाई सदस्य हैं, जिनमें अमेरिका ब्रिटेन रूस फ्रांस और चीन शामिल हैं. भारत भी लगातार यूनाइटेड नेशन की स्थाई सदस्यता ग्रहण करने की आवाज़ उठा रहा है. चीन के अलावा यूनाइटेड नेशन के सभी स्थाई देश भारत को समर्थन दे रहे हैं लेकिन चीन कभी नहीं चाहता है कि भारत यूनाइटेड नेशन का स्थाई सदस्य बने. चीन हर बार अपने वीटो का उपयोग करके भारत के प्रस्ताव को निरस्त कर देता है.

India Russia Relations
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India Russia Relations : पीएम मोदी का काफिला रूस की यात्रा के लिए तैयार, पुतिन से होगी खास बातचीत

India Russia Relations : भारतीय प्रधानमंत्री तीसरी बार देश की सत्ता संभालने के बाद 8 जुलाई को रूस पहुच सकते हैं, जहां पर उनकी मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होगी. इस मुलाकात को दुनिया की सबसे बड़ी मुलाकातों में से एक माना जा रहा है. दुनिया में भारत एकलौता ऐसा देश है जो बीते कुछ सालों में अमेरिका से अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है तो वहीं भारत ने रूस से भी अपने पुराने संबंधों को पहले जैसे ही मजबूत रखा है. पश्चिमी देशों का प्रभाव भारत की हितों पर कभी नही पड़ा है. भारत बिना किसी देश के दबाव में आए स्वतंत्र रूप से फैसले लेता आया है. जिसकी एक सबसे बड़ी वजह भारत की स्वतंत्र विदेश नीति है, भारत कभी भी किसी भी देश के गुट में नही रहा है. पिछले वर्ष पीएम मोदी अमेरिका स्टेट विजिट के लिए गए तो अब रूस जाने की तैयारी में हैं. रूस में स्थित भारत के राजदूत वेंकटेश वर्मा ने द हिन्दू से बातचीत में कहा, ‘ कोरोना और तेजी से बदलते अन्तरराष्ट्रीय स्वरूप की वजह से भारत और रूस के बीच हर साल होने वाला वार्षिक शिखर सम्मेलन पर विराम लग गया था. अब जरुरी हो गया है कि दोनों देशों के बीच सम्बन्धों को मजबूत बनाया जाए. फरवरी 2022 में यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से पीएम मोदी अभी तक रूस की यात्रा पर नही गए हैं. लेकिन जब से मोदी भारत के प्रधानमंत्री के पद को ग्रहण किया है, तब से अभी तक 5 बार रूस की यात्रा कर चुके हैं. अगर पीएम मोदी के विदेशी दौर के आंकड़ों पर नजर डालें तो उन्होंने सबसे अधिक दौरा अमेरिका का किया है. अमेरिका को सन्देश भारत बनाएगा रिश्तों में संतुलन प्रधानमंत्री मोदी आखरी बार साल 2019 में रूस का दौरा किया था. इसके बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में कुछ बदलाव भी देखे गए हैं. माना जा रहा है कि यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के बाद रूस भारत के विरोधी देश चीन की खेमे में चला गया है. विशेषज्ञों का मानना है मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकता है. यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के बाद रूस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कई बार यूनाइटेड नेशन में वोटिंग की गई लेकिन भारत हर बार वोटिंग से अपने आपको बाहर करता नजर आया है. भारत ना ही रूस का खुला समर्थन किया है ना ही रूस का विरोध किया है. इतना ही नहीं जब अमेरिकी प्रतिबंधों के डर की वजह से दुनिया के कई देश रूस से अपने व्यावसायिक संबंध को खत्म कर रहे थे, तो उसे वक्त भी भारत ने रूस पर लगे अमेरिकी और यूरोपीय प्रतिबंधों की परवाह नहीं किया और आज रूस भारत को सबसे ज्यादा कच्चा तेल बेचने वाला देश बन गया है. हालांकि अमेरिकी और यूरोपीय देशों के अंदर लगातार भारत के खिलाफ आवाज उठती रही, लेकिन भारत पर इन देशों का जरा भी असर नहीं पड़ा. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर हमेशा कहते रहे कि देश हित सबसे ऊपर है.

Ravindra Jadeja Retirement
SPORTS

Ravindra Jadeja Retirement : टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद रविंद्र जडेजा ने फैंस को दिया झटका, संन्यास का कर दिया ऐलान

Ravindra Jadeja Retirement : भारतीय टीम के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के बाद सभी को चौंकाते हुए टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट (ICC T20 Cricket World Cup 2024) को अलविदा कह दिया है. जडेजा ने अपने ऑफिशल इंस्टाग्राम अकाउंट से टी20I फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान किया. जडेजा कई वर्षों से लगातार भारतीय टीम के तीनों फॉर्मेट में खेलते नजर आए हैं. जडेजा ने खेली बहुत सी बेहतरीन पारी  जडेजा के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2024 कुछ खास नहीं गुजरा. सर जडेजा ना तो बल्ले से कमाल दिखा पाए ना ही अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया. इस वर्ल्ड कप के दौरान आठ मैचों की पांच पारियों में जडेजा ने सिर्फ 36 रन बनाए. इतना ही नही इस पूरे टूर्नामेंट में जडेजा गेंदबाजी करते हुए सिर्फ एक विकेट ही हासिल कर पाए. इंस्टाग्राम पर किया पोस्ट  रविंद्र जडेजा ने रविवार को अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए टी20 इंटरनेशनल से संन्यास की घोषणा करते हुए लिखा, ‘ टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतना मेरा सपना था और इसी खिताबी जीत के साथ मैं अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कहता हूं. उन्होंने आगे लिखा है कि मैंने अपने देश के लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है. और मैं अभी भी अन्य फॉर्मेट में अपना बेस्ट देना जारी रखूंगा. जडेजा जितना अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी के लिए मशहूर हैं, उतना ही बेहतरीन क्षेत्ररक्षक के रूप में भी जाने जाते हैं. लगभग डेढ़ दशक से भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे, जडेजा हाल ही में समाप्त हुए विश्वकप में अच्छे फॉर्म में नहीं दिखे. शनिवार को बारबाडोस में टी20 विश्वकप के खिताबी मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सात रनों से मात देकर दूसरी बार टी20 विश्वकप जीतने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया. रविंद्र जडेजा का अंतरराष्ट्रीय टी20 सफ़र 35 वर्षीय रविंद्र जडेजा ने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की थी. उन्होंने 74 मैच खेले, जिसमें 21.5 की औसत और 127.6 के स्ट्राइक रेट से 515 रन बनाएं और 54 विकेट हासिल किया. पीएम मोदी ने किया पोस्ट जडेजा की विदाई के लिए पीएम मोदी ने किया पोस्ट, जडेजा को आलराउंडर बताते हुए लिखा नोट.  

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