Bihar Election 2025: मोकामा सीट का हाल — बाहुबल, राजनीतिक विरासत और जनता का मूड

परिचय

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मोकामा सीट (पटना जिला) एक बार फिर सुर्खियों में है। यह सीट हमेशा से बाहुबल और राजनीतिक प्रभाव के लिए जानी जाती रही है। इस बार भी मोकामा का चुनावी रण सत्ता, शक्ति और रणनीति का संगम बन चुका है।


मोकामा सीट का राजनीतिक इतिहास

मोकामा विधानसभा सीट बिहार की उन चुनिंदा सीटों में से है जहाँ स्थानीय दबदबा और पारिवारिक राजनीतिक विरासत दोनों का गहरा असर है।

  • पिछले कई चुनावों में इस सीट से बाहुबली नेताओं का प्रभाव रहा है।
  • यहां के मतदाता जातीय समीकरण, स्थानीय विकास और उम्मीदवार की व्यक्तिगत छवि – तीनों पहलुओं को ध्यान में रखकर वोट करते हैं।

2025 के उम्मीदवार और समीकरण

इस बार मोकामा सीट से कई प्रमुख चेहरे मैदान में हैं — कुछ पुराने खिलाड़ी और कुछ नए दावेदार।

  • हलफनामों के अनुसार कई उम्मीदवारों ने करोड़ों की संपत्ति घोषित की है।
  • कुछ उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं, जो इस सीट की “परंपरा” बन चुकी है।
  • प्रमुख दलों — राजद, जदयू, भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय मुकाबले की संभावना बन रही है।

बाहुबल बनाम विकास का मुद्दा

मोकामा सीट पर लंबे समय से बाहुबल बनाम विकास की बहस जारी है।

  • एक वर्ग चाहता है कि इलाके में सड़कों, शिक्षा और रोजगार के मुद्दे पर राजनीति हो।
  • जबकि दूसरा वर्ग अब भी पारंपरिक निष्ठा और जातीय समीकरणों के आधार पर वोट देने की ओर झुका हुआ है।

युवाओं का कहना है कि इस बार वे “काम करने वाले उम्मीदवार” को वोट देंगे, न कि डर या दबाव में।


2020 के चुनाव परिणाम की झलक

2020 में मोकामा सीट पर राजद का कब्जा था।
हालांकि चुनाव के बाद कई राजनीतिक समीकरण बदले और उपचुनावों ने भी स्थानीय राजनीति का रुख बदल दिया।
अब 2025 में यह सीट एक बार फिर बिहार की सबसे हॉट सीटों में गिनी जा रही है।


मतदाता की सोच

मोकामा के मतदाताओं में इस बार उत्साह है, लेकिन साथ ही एक सवाल भी —

“क्या इस बार मोकामा अपने बाहुबली छवि से आगे बढ़कर विकास की राजनीति अपनाएगा?”

चुनावी मैदान में हो रही गहमागहमी से साफ है कि जनता अपने विकल्पों पर गहराई से विचार कर रही है।


निष्कर्ष

मोकामा विधानसभा सीट बिहार की राजनीति की वह तस्वीर पेश करती है, जिसमें धन, बाहुबल और जनाधार तीनों का दिलचस्प मेल दिखाई देता है।
2025 का यह चुनाव यह तय करेगा कि मोकामा एक बार फिर “पुराने तरीकों” से चलेगा या बदलाव की नई दिशा अपनाएगा।

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