Modi’s visit to Russia : मोदी पुतिन का गले मिलना अमेरिका को रास नहीं आया
Modi’s visit to Russia : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र का रूस जाना (Modi’s visit to Russia) और पुतिन को गले लगाना अमेरिका को बिलकुल भी पसंद नहीं आया है. पांच साल के बाद पहली बार रूस पहुंचे मोदी को लेकर सबसे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री का हत्यारे पुतिन को गले लगाना दुनिया के लिए अच्छा संकेत नहीं है. अब मोदी की इसी यात्रा को लेकर बाइडेन प्रशासन के दो अधिकारियों की ओर टिप्पणी की गई है. अमेरिका भारत से मोदी की यात्रा के चलते नाराज हो गया है. पीएम मोदी ऐसे समय पर रूस पहुंचें जब नाटो की एक बैठक अमेरिका में बाइडेन के नेत्रत्व में की जाने वाली है. इस बीच मोदी की रूस की यात्रा के दौरान ही दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु सहयोग का ऐलान किया गया है. जो किसी भी मायने में अमेरिका के लिए राहत वाली खबर नहीं है. ब्लूमबर्ग न्यूज़ से बात करते हुए बाइडेन प्रशासन के दो अधिकारियों ने कहा है , मॉस्को की यह यात्रा भारत अमेरिका के बीच संबंधों के ऊपर प्रश्न उठाने का मौका दिया है. उस बीच जब मोदी रूस पहुंचें थे, तभी रूस के हमलें में यूक्रेन में लगभग 38 लोग मारे गए थें. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के सबसे बड़े विरोधी संगठन नाटो का अमेरिका में शिखर सम्मलेन होने जा रहा है. ऐसे में मोदी की मॉस्को यात्रा अमेरिका को यूक्रेन के लिए और अधिक सहयोग बढ़ाने पर मजबूर करेगी. अमेरिकी अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि भारत और अमेरिका इस घटनाक्रम से जल्द ही उभर जायेंगे. अमेरिकी विदेश उप सचिव ने कॉल कर जाहिर की नाराजगी मोदी की यात्रा को लेकर अमेरिका चिंतित हो गया है. अमेरिका के उप विदेश सचिव कर्ट कैंपबेल ने भारत में अपने समकक्ष से कॉल करके भारत अमेरिका के सम्बन्धों पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने भारतीय विदेश सचिव मोहन से कहा कि मोदी की रूस यात्रा का समय अमेरिका के लिए समस्या पैदा करने वाला है.