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Credit Card: घरेलू महिलाएं भी बनवा सकती हैं क्रेडिट कार्ड, जानिए यह आसान तरीका

Credit Card: जो लोग नौकरी या बिजनेस करते हैं, उन्हें आय के आधार पर आसानी से क्रेडिट कार्ड(Credit Card) मिल जाता है. लेकिन क्या ऐसे लोग, जो कमाई नहीं करते, जैसे गृहणियां, Credit Card के लिए आवेदन कर सकते हैं? इसका जवाब है हां, गृहणियां भी Credit Card के लिए अप्लाई कर सकती हैं.   इसके लिए बैंकों के कुछ विशेष नियम होते हैं, जैसे किसी फिक्स्ड डिपॉजिट के आधार पर क्रेडिट कार्ड लेना या परिवार के किसी अन्य सदस्य की आय का सहारा लेना. इन शर्तों को पूरा कर गृहणियां भी आसानी से अपने नाम पर क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकती हैं. हाउसवाइफ भी क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें हैं. आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के अनुसार, किसी गृहिणी को क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते समय कम से कम 18 साल का होना चाहिए और वह भारतीय नागरिक होनी चाहिए. साथ ही, उसके पास फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) खाता होना चाहिए, जो संचयी, रीइन्वेस्टमेंट या ऑटो रिन्युअल मोड में हो. क्रेडिट कार्ड गृहिणियों को न केवल वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करता है, बल्कि यह उनकी बचत को बढ़ाने में भी मदद करता है. इसके साथ ही रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैक जैसे आकर्षक ऑफर भी मिलते हैं, जिससे खरीदारी करना और भी फायदेमंद हो जाता है. क्रेडिट लिमिट आपके एफडी खाते में जमा राशि पर आधारित होती है. आमतौर पर, क्रेडिट लिमिट आपके FD के 100% तक हो सकती है, और यह 200% तक भी बढ़ सकती है. गृहिणियां अपने पति के क्रेडिट कार्ड के साथ ऐड-ऑन कार्ड के माध्यम से भी Credit Card का लाभ ले सकती हैं, इसके लिए उन्हें फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की आवश्यकता नहीं होती. इसके अलावा, अगर गृहिणी के पास एफडी खाता है, तो वह उसके आधार पर भी क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकती हैं. कुछ क्रेडिट कार्ड के लिए आय का प्रमाण मांगा जाता है, लेकिन यदि हाउसवाइफ किसी वैकल्पिक स्रोत से आय अर्जित करती हैं, तो वह उसे बैंक को दिखा सकती हैं और इसके आधार पर भी कार्ड के लिए आवेदन कर सकती हैं.

Stock Market
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Stock Market : लाल निशान पर जाकर बंद हुआ,सेंसेक्स 454 अंक गिरा

Stock Market : शेयर बाजार में आज यानी गुरुवार,18 अप्रैल को लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली।सेंसेक्स 454 अंक की गिरावट के साथ 72,488 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं,Nifty में भी 103 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।ये 22,044 के स्तर पर जाकर बंद हुआ। आज के कारोबार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 में तेजी रही और 7 में गिरावट देखने को मिली।भारती एयरटेल ने सबसे ज्यादा गेन किया। ये 3.97% से बढ़कर 1265 रुपए पर जाकर बंद हुआ। वहीं सबसे ज्यादा 3.05% की गिरावट नेस्ले में रही। ये 2469 रुपए पर बंद हुआ। बेबी फूड में ज्यादा शुगर की रिपोर्ट से गिरा नेस्ले बेबी फूड में ज्यादा शुगर होने की खबरों के कारण नेस्ले का शेयर गिरा है। ज्यूरिख स्थित पब्लिक आई एंड इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क ने अपनी रिपोर्ट में कहा है नेस्ले एशिया-अफ्रीका में बेचे जाने वाले फूड में से 1 सर्विंग में 4 ग्राम शुगर मिलाती है। हालांकि नेस्ले ने अपनी सफाई में कहा है कि बेबी फूड में सभी जरूरी न्यूट्रीशन का सही मात्रा में इस्तेमाल करते हैं। अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी को लेकर कभी समझौता नहीं करेंगे। हम प्रोडक्ट की न्यूट्रीशन प्रोफाइल की बेहतरी के लिए R&D करते रहे हैं। FMCG और हेल्थकेयर के शेयर सबसे ज्यादा गिरे आज हेल्थकेयर और FMCG शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स 1.75% की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं FMCG में 1.08% की गिरावट रही। बैंक और ऑटो इंडेक्स में भी करीब 1% की गिरावट रही। मीडिया में 0.77% की तेजी रही। गुरुवार के कारोबारी दिन सेंसेक्स 454.69 अंक या 0.62%गिरकर 72,488.99 स्तर पर बंद हुआ है। वहीं,Nifty 152.05 अंक या 0.69% गिरने के बाद 21,995.85 के स्तर पर बंद हुआ है। सुबह हरे निशान पर खुला था बाजार गुरुवार के कारोबारी दिन शेयर बाजार हरे निशान पर खुला। हरे निशान के साथ खुलने की यह इस हफ्ते की पहली अच्छी शुरुआत रही। बीते दिन 17 अप्रैल 2024 को बाजार रामनवमी के मौके पर बंद था। इससे पहले लगातार दिन से मार्केट लाल निशान पर बंद हो रहा था आज सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 271.72 अंक या 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 73215.40 स्तर पर था। वहीं,Nifty 104.60 अंक या 0.47 की तेजी के साथ 22,252.50 स्तर देखा गया। कच्चे तेल की कीमत में आई तेजी वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.29 प्रतिशत चढ़कर 87.54 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 4,468.09 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। डॉलर के मुकाबले 12 पैसे बढ़ा रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से ऊपर उठा और 12 पैसे से बढ़कर 83.49 पर पहुंचा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, स्थानीय इकाई ग्रीनबैक के मुकाबले 83.51 पर खुली। बाद में शुरुआती कारोबार में यह 83.49 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद से 12 पैसे की बढ़ोतरी दर्शाता है। मंगलवार को रुपया चार सप्ताह में दूसरी बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे गिरकर 83.61 के निचले स्तर पर पहुंच गया था।

Modi Government
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Modi Government : प्रॉपर्टी की बिक्री पर नई-पुरानी दोनों टैक्स व्यवस्था का विकल्प, वित्त मंत्री ने संसद में पेश किया विधेयक

Modi Government : घर खरीदारों के लिए बड़ी राहत की खबर है। सरकार ने रियल एस्‍टेट के लिए लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) व्यवस्था में संशोधन किया है। इसमें टैक्‍सपेयर्स को इंडेक्सेशन के बिना 12.5 फीसदी की कम टैक्‍स दर या इंडेक्सेशन के साथ 20 फीसदी की ऊंची दर के बीच ऑप्‍शन चुनने की इजाजत दी गई है। 23 जुलाई, 2024 से पहले खरीदी गई संपत्तियों पर यह लागू होगा। इससे लोगों या हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ) को दोनों योजनाओं के तहत टैक्‍स कैलकुलेशन करने और कम राशि का भुगतान करने में मदद मिल सकती है। यह व्‍यवस्‍था रियल एस्‍टेट के लिए एलटीसीजी पर पर्याप्त राहत प्रदान करती है। इस बदलाव को वित्त विधेयक 2024 में संशोधन के जरिये किया गया। बजट 2024 में हुई थी घोषणा केंद्रीय बजट 2024 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्‍स से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की थीं। इनमें से एक महत्वपूर्ण बदलाव रियल एस्टेट लेनदेन को लेकर भी था। इन बदलावों में इंडेक्सेशन बेनिफिट को हटाना और LTCG टैक्‍स को 20% से घटाकर 12.5% करना शामिल था। इंडेक्सेशन के जरिये संपत्ति की खरीद मूल्य को महंगाई के हिसाब से बढ़ाया जाता है। इससे लाभ कम होता है।इसलिए कम टैक्स देना पड़ता है।मतलब इंडेक्‍सेशन लाभ के चलते टैक्‍स लायबिलिटी कम हो जाती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 पेश करते हुए संपत्ति की बिक्री से होने वाले इंडेक्सेशन लाभ को हटाने के साथ टैक्‍स को 12.5 फीसदी करने की घोषणा की थी। इसे लेकर अलग-अलग तबकों में नाखुशी जताई जा रही थी। अब क्‍या बदलाव क‍िया गया सरकार ने मंगलवार को रियल एस्टेट संपत्तियों पर LTGCL टैक्‍स के मामले में करदाताओं को राहत देने का प्रस्ताव रखा गया है।संपत्ति मालिकों के पास पूंजीगत लाभ पर 20 फीसदी या 12.5 फीसदी टैक्‍स की दर में से कोई एक ऑप्‍शन चुनने का विकल्प होगा। वित्त विधेयक, 2024 में इस संशोधन का ब्योरा लोकसभा सदस्यों को द‍िया गया है। संशोधित प्रस्ताव के मुताबिक, 23 जुलाई, 2024 से पहले मकान खरीदने वाला कोई व्यक्ति या हिंदु अविभाजित परिवार (एचयूएफ) महंगाई के प्रभाव को शामिल (इंडेक्सेशन) किए बिना 12.5 फीसदी की नई योजना के तहत टैक्‍स देने का विकल्प चुन सकता है। कैसे लागू होगा इंडेक्‍सेशन बेन‍िफ‍िट? हाल ही में घोषित किए गए नए नियम 23 जुलाई, 2024 से लागू होने हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 2001 से पहले अधिग्रहित संपत्तियों को इंडेक्सेशन बेनिफिट मिलता रहेगा। इसका मतलब है कि केवल हाल ही के सौदे नए नियमों के अधीन होंगे। अगर आप बताई गई तारीख से पहले कोई लेनदेन पूरा करते हैं तो वे नए नियमों से प्रभावित नहीं होंगे। बजट 2024 से पहले इंडेक्सेशन बेनिफिट ने घर के मालिकों को महंगाई के लिए संपत्ति के लागत आधार को बढ़ाने में मदद की। इससे शुद्ध लाभ और संबंधित टैक्‍स लायबिलिटी कम हो गई। हाल के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने नई टैक्‍स व्यवस्था में काफी बदलाव किए। स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया था। इसके अलावा नई व्यवस्था के तहत टैक्‍स स्लैब में संशोधन किए गए थे। फ्यूचर और ऑप्‍शन (F&O) पर लागू सिक्‍योरिटी ट्रांजैक्‍शन टैक्‍स (एसटीटी) में बढ़ोतरी देखी गई। सिक्‍योरिटी में ऑप्‍शन की बिक्री की खात‍िर दरें ऑप्‍शन प्रीमियम के ल‍िए 0.0625% से बढ़कर 0.1% हो गई। फ्यूचर के लिए इन्‍हें 0.0125% से बढ़ाकर 0.02% कर द‍िया गया। शेयरों और स्टॉक के लिए भी एलटीसीजी टैक्‍स में समायोजन था, जो 10% से बढ़कर 12.5% हो गया।

National Handloom Day 2024
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National Handloom Day 2024 : इस खास वजह से मनाया जाता है हथकरघा दिवस, बुनकरों के लिए होता है खास दिन

National Handloom Day 2024 : राष्ट्रीय हथकरघा दिवस, जिसे नेशनल हैंडलूम डे भी कहते हैं, हर साल 7 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य भारत की समृद्ध हथकरघा विरासत को संरक्षित करना और हथकरघा उद्योग को प्रोत्साहित करना है। भारत का हथकरघा उद्योग सदियों पुराना है और देश की सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हथकरघा उद्योग के तहत बुनकरों के द्वारा बनाई गई वस्त्रों की कला और कौशल को सम्मानित करने का यह दिन विशेष महत्व रखता है। बुनाई की तकनीकें और डिज़ाइनें जो पारंपरिक रूप से भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती हैं, उनकी महत्ता को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना इस दिन का मुख्य उद्देश्य है। हथकरघा वस्त्रों का उपयोग न केवल पारंपरिक परिधानों में होता है बल्कि ये आधुनिक फैशन के साथ भी जुड़े हुए हैं, जो कि हमारे समृद्ध कलात्मक इतिहास की गवाही देते हैं। यह दिन बुनकरों के मेहनत और समर्पण को मान्यता प्रदान करता है। वे अपनी कला और श्रम के माध्यम से हर वस्त्र में अपनी पहचान को उकेरते हैं। उनके द्वारा बनाई गई वस्त्र कला न केवल सौंदर्य को बढ़ाती है, बल्कि रोजगार और आजीविका के अवसर भी उत्पन्न करती है। इसलिए मनाया जाता है हथकरघा दिवस हथकरघा दिवस इस उद्योग को बढ़ावा देने और लोगों को हथकरघा वस्त्रों की विशेषताओं के प्रति जागरूक करने का प्रयास है। हथकरघा न केवल भारत की हस्तकला विरासत का एक अनमोल हिस्सा है, बल्कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस दिन के आयोजन से स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित किया जाता है और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलती है। इस प्रकार, राष्ट्रीय हथकरघा दिवस बुनकरों की मेहनत और समर्पण को सम्मानित करने, भारतीय हस्तकला विरासत को संरक्षित करने, और स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें हथकरघा बुनकरों की कलाओं को प्रदर्शित किया जाता है। इसके साथ ही, लोगों को हथकरघा उत्पादों की विशेषताओं और उनके महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है। इस दिन की विभिन्न गतिविधियों और समारोहों से यह सुनिश्चित किया जाता है कि भारत की यह पुरानी और अमूल्य धरोहर संरक्षित रहे और भविष्य की पीढ़ियों के लिए जीवित रहे।

Stock Market
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Stock Market : दो दिन की गिरावट के बाद सेंसेक्स और निफ्टी बढी,सेंसेक्स 944 चढकर 79,693.64 तो वही निफ्टी 278 से चढकर 24,334.10 का कारोबार किया

Stock Market : पिछले दो दिनों की भारी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। आज मंगलवार को सेंसेक्स 944 चढ़कर 79,693.64 पर कारोबार कर रहा है,तो वहीं Nifty 278 अंक चढ़कर 24,334.10 पर कारोबार कर रहा है।वहीं Bank Nifty 600 अंक चढ़कर 50,660 लेवल पर कारोबार कर रहा है। अमेरिकी शेयर बाजार रविवार को 3% तक गिरकर बंद हुआ था।इससे पहले, सोमवार को सेंसेक्स 2,222.55 अंक या 2.74 % की गिरावट के साथ 78,759.40 पर बंद हुआ था।वही Nifty 662.10 अंक या 2.68 % की गिरावट के साथ 24,055.60 पर बंद हुआ था।यह निफ्टी के 23 जुलाई के 24,074.20 के निचले स्तर से भी कम है। इन शेयरों में शानदार रही तेजी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के टॉप 30 शेयरों की बात करें तो सभी शेयरों में काफी तेजी देखने को मिली।Tata Motors में सबसे ज्‍यादा 4 % की तेजी देखने को मिली।इसके बाद, LT, मारुति सुजुकी, अडानी पोर्ट और TATA steel के शेयरों में भी 2 फीसदी से ज्‍यादा तेजी दिखीं।इसके अलावा, इंफोसिस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में भी उछाल दिखी।GE Shipping के शेयर 5.37 %,पतंजलि फूड के शेयर 4 प्रतिशत से ज्‍यादा,गोदरेज प्रॉपर्टीज में 4.68 %, Zomato के शेयरों में 4.61 प्रतिशत चढ़कर 268 रुपये पर कारोबार कर रहा है।वहीं DLF के शेयर मंगलवार को 4 % चढ़कर 841 पर कारोबार कर रहे हैं। 50 शेयरों में अपर सर्किट नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 2,160 शेयरों में केवल 1,921 स्‍टॉक उछाल पर कारोबार करते हुए दिखे।जबकि 194 शेयर गिरावट पर हैं।34 शेयरों में 52 सप्‍ताह की तेजी दिखीं।जबकि 7 शेयर 52 सप्‍ताह के निचले स्‍तर पर कारोबार कर रहे हैं।इसके अलावा,50 अपर सर्किट और 21 लोअर सर्किट पर कारोबार कर रहे हैं। IT सेक्‍टर में तेजी शेयर बाजार में आज मंगलवार को आईटी सेक्‍टर में शानदार तेजी देखी गई।यह 2 फीसदी से ज्‍यादा चढ़कर कारोबार कर रहा है।वहीं रियल्‍टी सेक्‍टर में भी करीब 3 फीसदी की उछाल देखने को मिली।इसके अलावा FMCG, Media, Metal और पीएसयू बैंक में भी 1 फीसदी से ज्‍यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई हैं। जापान से लेकर अमेरिका तक कैसा मार्केट जापान (NIKKEI 225) और दक्षिण कोरिया (COSPI) के स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर 11 प्रतिशत तक की उछाल आई,जबकि पिछले सत्र में भारी गिरावट आई थी,जबकि अमेरिकी शेयर बाजार में अभी गिरावट जारी है।वहीं हांगकांग के शेयर बाजार में थोड़ी सी बढ़त देखने को मिली।

Bamboo Flute in Pilibhit
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Bamboo Flute in Pilibhit : देश-विदेश में है पीलीभीत की बांसुरी का नाम, बनाने का है खास तरीका

Bamboo Flute in Pilibhit : बांसुरी का नाम आता है तो मन में श्री कृष्ण की छवि बन जाती है। बांसुरी दुनिया के सबसे पुराने वाद्य यंत्रों में गिना जाता है। बांसुरी से निकलने वाले मधुर सुर मां को शांति देते हैं और हमारा मनोरंजन करते हैं। बहुत कम लोग जानते हैं की बांसुरी को कहां बनाया जाता है यही बांसुरी देश-विदेश में काफी मशहूर है। पीलीभीत प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, जगह को दुनिया भर में बांसुरी नगरी के नाम से जाना जाता है। नाम बांसुरी वादकों के होठों पर इस जगह की बांसुरी सजती है। आज के मॉर्डन जमाने में भी कई तरह के इंस्ट्रूमेंट आ गए हैं लेकिन बांसुरी की जगह कोई नहीं ले पाया है। बता दें कि, पीलीभीत बांसुरी को दुनिया भर में पहुंच रहा है यह बात से बनाई जाती है जो पीलीभीत में ही उगती है। कई वैरायटी की बांसुरी मिलती है पीलीभीत कैसी जगह है जहां पर 90% बांसुरी तैयार की जाती है। खास बात तो यह है कि इसे किसी मशीन से नहीं बनाया जाता बल्कि यह हैंडमेड होती है। हाथों से बनी यह बांसुरी केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बजाई जाती है। बांसुरी कई तरह की होती है जिम सीधी और तिरछी भी शामिल है। पीलीभीत में कई वैरायटी की बांसुरी मिलती है लोग अपनी पसंद के हिसाब से इनकी खरीदारी करते हैं। असम से आता है बांस पीलीभीत सबसे ज्यादा घने जंगलों वाला इलाका है लेकिन फिर भी यहां पर जंगलों में बांस की पैदावार नहीं होती है। बांसुरी को बिना गांठ वाले बात से बनाया जाता है और यह असम से मंगाया जाता है। असम में बिना गांठ वाले बांस की भरमार लगी रहती है जिसे पीलीभीत में तैयार करके बांसुरी बनाई जाती है। यह बांसुरी कई वैरायटी की होती है जो देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाई जाती है। कैसे बनाई जाती है बांसुरी ? बांसुरी को बनाने के लिए एक नहीं बल्कि कई कारीगरों की जरूरत होती है। बस की एक पूरी लकड़ी की कटाई की जाती है और इसके साइज के हिसाब से इसे बनाया जाता है। बस को काटने के बाद लकड़ी को छीलने का प्रोसेस पूरा किया जाता है। लकड़ी की बांसुरी में और भरने के लिए सलाखों को गर्म करके छेद किया जाता है। इतना करने के बाद बांसुरी के ऊपरी हिस्से में डॉट लगाकर इसे सजाया जाता है। इस तरह से एक पूरी बांसुरी बनकर तैयार होती है। क्या है बांसुरी की कीमत ? मार्केट में अलग-अलग तरह की बांसुरियों को आपने देखा होगा। इनकी कीमत ₹20 से लेकर₹15000 तक की होती है। जब बांसुरी का खास आर्डर दिया जाता है तो इसकी कीमत भी बढ़ जाती है। मार्केट में आजकल कई तरह की बांसुरी उपलब्ध है जिसे बच्चे खेलते भी हैं इस तरह की बांसुरी सिर्फ ₹10 में मिल जाती है।

Honor Magic 6 Pro 5G Hits India
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Honor Magic 6 Pro 5G Hits India : The Future of Smartphones is Here!

Honor Magic 6 Pro 5G Hits India : Features Snapdragon 8 Gen 3 SoC and 108-Megapixel Periscope Camera Honor Magic 6 Pro 5G Launched in India : Price, Specifications, and Availability When : The Honor Magic 6 Pro 5G was launched in India on Friday, August 2. Who : Honor, a leading global smartphone manufacturer, has introduced its flagship model, the Honor Magic 6 Pro 5G. What : The new smartphone runs on Qualcomm’s Snapdragon 8 Gen 3 SoC and has some top-tier specs. Among these is a 6.8-inch LTPO display, a triple rear camera setup removing its center camera for the 180-megapixel periscope sensor, and adding a 50-megapixel front camera. A 5,600mAh battery powers the device, complemented by both wired and wireless charging. What is more, it carries an IP68-rated build, indicating pretty great dust- and water-resistance. Why : Launching the market in India includes phones with good demand proportions among high-performance phones with good camera features and batter life robustness. How : The Honor Magic 6 Pro 5G is packed with bleeding-edge flagship specifications and features for the ultimate user experience. The device runs on the company’s MagicOS 8.0 interface based on Android 14 for a fluent yet intuitive user experience. The smartphone has a 6.8-inch quad-curved display with full-HD+ resolutions and an adaptive refresh rate reaching 1 to 120 Hz, realizing a maximum HDR brightness of 5,000 nits. It is powered by a 4nm Snapdragon 8 Gen 3 SoC with 12 gigabytes of RAM and 512 internal storage. The setup on the rear includes a 2.5x periscope telephoto camera with 180MP and OIS support, a 50MP HDR camera with variable aperture, and a 50MP ultra-wide-angle AF camera. For selfies, the front gets a 50MP wide-angle sensor with 3D depth-sensing technology. Specs  Display : 6.8-inch full-HD+ (1,280×2,800 pixels) quad-curved LTPO Processor : Snapdragon 8 Gen 3 Rear Cameras : Triple setup, which includes a 180-megapixel periscope sensor, a 50-megapixel HDR camera, and a 50-megapixel ultra-wide angle camera Front Camera : 50-megapixel sensor Battery : 5,600mAh/80W wired/66W wireless charging OS : MagicOS 8.0 based on Android 14 Connectivity : 5G, Wi-Fi, Bluetooth, GPS/ AGPS, Galileo, GLONASS, Beidou, OTG, USB Type-C Other Features COLOUR : Black and Epi Green Sale DATE : Available starting from 12:00 am on August 15 across Amazon, Explorehonor.com, and mainline stores Additional Information : There are no-cost EMI options for the Honor Magic 6 Pro 5G starting at Rs 7,500 for a period of 12 months. The company confirmed, through HonorTech, that there wouldn’t be any price drop in the coming 180 days for the device. This device is the first in the world to test five DXOMARK Gold labels—at the rear and selfie camera, battery performance, display, and audio experience. This supports fast charging technology, which has the potential to go from zero to 100% full within as little time as 40 minutes, supported through the use of the chip called Honor E1 power enhancement. Also, the chip provides extra use in low-temperature situations.

Developed India
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Developed India : अगर भारत को बनाना है विकसित देश, तो इन चुनौतियों का करना होगा सामना

Developed India : हमारे भारत को अगर 2047 तक एक विकसित देश की श्रेणी में लाना है तो कई कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। विश्व बैंक का मानना है कि विकसित देश बनने की राह कठिन है क्योंकि भारत जैसे विकासशील देशों के लिए पिछले 2-3 दशकों में हुई प्रगति की रफ्तार को बनाए रखना मुश्किल होगा। विकास की रफ्तार बनाए रखना चुनौतीपूर्ण पिछले 50 वर्षों के दौरान दुनिया के हर देश की विकास यात्रा का आकलन करने के बाद, विश्व बैंक की नई वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2024 कहती है कि वैश्विक माहौल इस तरह का बना है कि विकासशील देशों के मध्य आय वर्ग वाले जाल में फंसने की संभावना है। मध्य आय वर्ग में फंसे देशों की स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, कई देश लगातार विकास करते हुए एक बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां उनकी प्रति व्यक्ति GDP अमेरिका के 10% के करीब है, जो फिलहाल लगभग 8,000 डॉलर है। विश्व बैंक इसे मध्य आय वर्ग की श्रेणी में रखता है। सिर्फ 34 देश ही मध्यम आय वर्ग से ऊपर उठकर उच्च आय वर्ग में शामिल हुए हैं। इनमें से अधिकांश देशों को यह सफलता यूरोपीय संघ में शामिल होने या कच्चे तेल के भंडार से कमाई करने के कारण मिली है। उच्च आय वर्ग में पहुंचने की कठिनाई विश्व बैंक के मुताबिक, 1,136 डॉलर से 13,885 डॉलर प्रति व्यक्ति GDP को मध्यम आय वर्ग वाले देशों में रखा जाता है। वर्ष 1990 के बाद से अभी तक सिर्फ 34 देश ऐसे हैं जिन्होंने मध्यम आय वर्ग से ऊपर उठकर उच्च आय वर्ग में स्थान प्राप्त किया है। लेकिन इन 34 देशों में से अधिकांश ने यूरोपीय संघ में शामिल होकर या कच्चे तेल के भंडार से कमाई करके यह सफलता हासिल की है। विकासशील देशों की समस्याएं इन देशों में अब कई तरह की समस्याएं हैं जैसे जनसंख्या में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या, विकसित देशों की बदलती आर्थिक नीतियां और संरक्षणवाद का बढ़ावा। इसके अलावा, ऊर्जा के उपभोग के तरीकों में बदलाव भी इन देशों पर दबाव बना रहे हैं। पहले के मुकाबले आज विकासशील देशों के लिए विकसित देश बनना अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है। गरीबी दूर करने के प्रयास – विश्व बैंक का मानना है कि दुनिया से गरीबी दूर करने का लक्ष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि इन मध्य आय वर्ग वाले देशों में कितनी प्रगति होती है। ये देश अभी भी विकास की पुरानी अवधारणा पर निर्भर हैं। इनमें से ज्यादातर देशों ने निवेश बढ़ाकर विकास करने की राह चुनी है जबकि कुछ देशों ने समय से पहले ही प्रौद्योगिकी पर बहुत ज्यादा ध्यान और निवेश किया है। – अब इन देशों को नई सोच अपनाने की जरूरत है। पहले इन्हें निवेश करना और बढ़ाना होगा और इसके बाद प्रौद्योगिकी को अपनाना होगा। खास तौर पर बाहर से प्रौद्योगिकी और निवेश लाने पर ध्यान देना होगा। इसके बाद, तीसरे चरण में इन देशों को निवेश, प्रौद्योगिकी और अन्वेषण के बीच सामंजस्य बनाना होगा। – इन देशों के पास गलती करने की गुंजाइश नहीं है। इन्हें अपने विकास के स्तर के आधार पर उपरोक्त सुझावों को अपनाना होगा। रिपोर्ट के अनुसार, निदेशक सोमिक वी लाल का कहना है कि जो देश सुधार करने और उदारवादी रवैया अपनाने में अपनी जनता को थोड़ी कठिनाई से बचाना चाहेंगे, वे भावी विकास यात्रा से अलग रह जाएंगे।

Sikki carft work in India
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Sikki carft work in India : बिहार में फेमस है सिक्की आर्ट, प्राकृतिक घास से तैयार की जाती है कलाकृतियां

Sikki carft work in India : बिहार केवल अपने लजीज भोजन और बोलचाल के लिए ही मशहूर नहीं, बल्कि यहां की कलाकृतियां भी काफी मशहूर है। यहां पर मशहूर सिक्की आर्ट किया जाता है जो देश और दुनिया में काफी पॉपुलर है। यह एक अनोखी कला है जो प्राकृतिक घास से तैयार की जाती है। आपने देखा होगा कि दूसरी जगह पर उगने वाली घास को कोई अहमियत नहीं दी जाती है, लेकिन बिहार में इसका बेहद महत्व है। इस घास की मदद से जो कारीगरी तैयार की जाती है उसे गोल्डेन ग्रास ऑफ बिहार के नाम से जाना जाता है। क्या है बिहार की सिक्की आर्ट बिहार की प्राचीन परंपरा के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं जिनमें से एक सिक्की आर्ट भी है। इस आर्ट को करने के लिए सिक्की घास का इस्तेमाल किया जाता है। इस घास को लेकर सबसे खास बात तो यह है कि इसकी खेती नहीं की जाती यह आसानी से उड़ जाता है जिसका इस्तेमाल कलाकृतियां बनाने में किया जाता है। नदियों के किनारे उगने वाली यह घास तीन से चार फीट की ऊंची होती है जिसका इस्तेमाल सिल्की आर्ट बनाने के लिए किया जाता है। पहले की जाती है प्रोसेसिंग सिक्की घास का इस्तेमाल केवल आर्ट बनाने में ही भी बल्कि परफ्यूम बनाने में भी किया जाता है। इस घास की मदद से कुछ खास दवाइयां भी बनाई जाती है। सिक्की घास का इस्तेमाल करने से पहले इसकी प्रोसेसिंग की जाती है। इसके लिए चूल्हे पर बर्तन रखकर अपनी उबाला जाता है इसके बाद पानी में घास डालकर कुछ देर के लिए छोड़ देते हैं। जब घास ठंडी हो जाती है भाप निकल जाता है तो उसे ठंडे पानी से धोया जाता है। जरूरत के अनुसार बाद में इस कलर भी किया जाता है और जब यह सुख जाता है तो इसका इस्तेमाल किया जाता है। सिक्की घास से बनते हैं सजावट के समान सिक्की घास से दीवार की सजावट के लिए एक से बढ़कर एक कलाकृतियां बनाई जाती है। इसके अलावा वॉल हैंगिंग, वॉल प्लेट, टेबल लैंप, कोस्टर, खिलौने, गुड़िया, डलिया, गमले आदि बनाए जाते हैं जिसे आप किसी को गिफ्ट में भी दे सकते हैं। इस घास से बनी चीजों की खास बात यह है कि यह बढ़ते समय के साथ चमकदार बने रहते हैं। बिहार की यह कला विदेश में भी धूम मचा रही है। जिस तरह से पिंक कलाकृतियों की डिमांड बढ़ रही है उस तरह से रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं।

Petrol Diesel Price
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Petrol Diesel Price : 6 जुलाई को जाने अपने शहर में फ्यूल का रेट,जाने आखिर क्यों हर शहर में कम-ज्यादा रेट होता है

Petrol Diesel Price : प्रति दिन सुबह 6 बजे भारतीय तेल कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के रेट के आधार पर अपने यहां पर ईधन के दाम तय करती है।इसी तरह से रोज कच्चे तेल के दाम तय होने के बाद भारतीय तेल कंपनियों द्वारा भारत में फ्यूल के दाम अपडेट लिए जाते है।आज यानी 6 जुलाई,शनिवार को भी ईधन के दाम पुनर्निर्धारित किए गए।ऐसे में आज ईंधन की कीमत में किसी तरह का कोई बदलाव राष्ट्रीय स्तर पर नहीं हुआ है। जबकि अलग अलग शहरों और राज्यों में विभिन्न टैक्स के कारण फ्यूल रेट कम ज्यादा होते रहते हैं। आइए जाने किस शहर में ईंधन की कीमत कितनी है – महानगरों में पेट्रोल की कीमत (प्रति लीटर) देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये है। आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये है। कोलकाता में पेट्रोल 104.95 रुपये है। बेंगलुरु में पेट्रोल 102.84 रुपये है। चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये है। महानगरों में डीजल की कीमत (प्रति लीटर) देश की राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमत 87.62 रुपये है। आर्थिक राजधानी मुंबई में डीजल की कीमत 92.15 रुपये है। कोलकाता में डीजल की कीमत 91.76 रुपये है। बेंगलुरु में डीजल की कीमत 88.95 रुपये है। चेन्नई में डीजल की कीमत 92.34 रुपये है। क्या है आपके शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत? शहर पेट्रोल की कीमत डीजल की कीमत नोएडा 94.66 87.76 गुड़गांव 94.90 87.76 लखनऊ 94.56 87.66 कानपुर 94.50 88.86 प्रयागराज 95.28 88.45 आगरा 94.47 87.53 वाराणसी 95.07 87.76 मथुरा 94.41 87.19 मेरठ 94.34 87.38 गाजियाबाद 94.65 87.75 गोरखपुर 94.97 88.13 पटना 106.06 92.87 जयपुर 104.85 90.32 हैदराबाद 107.41 95.65 बेंगलुरु 102.84 88.95 भुवनेश्वर 101.06 92.64 चंडीगढ़ 94.64 82.40 किस तरह से पेट्रोल और डीजल की कीमत अपने शहर में जाने भारतीय तेल कंपनियों के मोबाइल ऐप्स या ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए रोज पेट्रोल-डीजल की कीमत देख सकते हैं। SMS नंबर पर मैसेज भेजकर भी ईधन के रेट जान सकते हैं। हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ग्राहक हैं तो 9222201122 पर HPPrice और शहर का पिन कोड SMS करके ईंधन रेट जान सकते हैं। इंडियन ऑयल कंपनी के ग्राहक हैं तो 9224992249 पर RSP और शहर का पिन कोड SMS कर सकते हैं। भारत पेट्रोलियम के ग्राहक 9223112222 पर भेजकर फ्यूल रेट जान सकते हैं। कच्चे तेल की कीमत बात करें कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों की तो यह 87 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गई हैं। लेटेस्ट अपडेट के अनुसार,03 जुलाई 2024 ब्रेंट क्रूड ऑयल 86.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड 83.03 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है।

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