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Room Rent Saving Tips: किराए के घर का रेंट बचाने के तरीके, नहीं हिलेगा आपका बजट

Room Rent Saving Tips: अक्सर ऐसा होता है कि आम इंसान का बजट रोजाना के काम के मुताबिक ही होता है। रूम रेंट(Room Rent) की वजह से बजट थोड़ा इधर-उधर हो जाता है। अगर आप किराए के घर में रहते हैं और अच्छी खासी पैसे की बचत करना चाहते हैं तो कुछ टिप्स को फॉलो कर लीजिए। एक आम आदमी के लिए रूम लाइट का अधिक किराया देना(Room Rent Saving Tips) उनकी जेब पर असर करता है। अगर आप अपने किराए में बचत करना चाहते हैं तो आपको बेहतरीन टिप्स के बारे में जान लेना चाहिए। सस्ता इलाका जब आप एक सस्ते इलाके में घर की तलाश करते हैं तो यहां कीमत भी कम होती है। लोकेशन पर आपको जरूर की चीज देख लेनी चाहिए इसके हिसाब से रूम किराए पर लेना चाहिए। आपको थोड़ा बहुत डेवलप लोकेशन देखना चाहिए यहां पर आपको अच्छी डील में रूम रेंट मिल जाता है। मोलभाव जरूरी अगर आप मकान मालिक या फिर ब्रोकर के थ्रू किराए पर घर ले रहे हैं तो आपको मोल भाव जरूर करना चाहिए। रूम रेंट को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए इस तरह से आपका बजट भी खराब नहीं होगा। मकान मालिक अच्छे लोगों को ही किराए पर रखना पसंद करते हैं आपको अपनी प्रोफाइल उनके साथ शेयर करनी चाहिए। दूसरे जगह की तुलना आप जिस लोकेशन पर अपना रूम रेंट ले रहे हैं उसे जगह की तरह आपको दूसरी जगह से भी करनी चाहिए। जहां आप अपना किराए का घर ले रहे हैं वहां पर स्कूल सब्जी मंडी कॉलेज इन सभी चीजों का होना जरूरी है। आपको एक से तीन किलोमीटर के दायरे में किराए का घर लेना चाहिए। रूममेट अपने किराए को बचाने के लिए आप रूममेट के साथ रह सकते हैं। अगर आप बैचलर है तो कमरे का ज्यादा किराया देना पैसे की बर्बादी होगी। बेहतर होगा कि आप रूम रेंट के साथ रूममेट को एडजस्ट कर लीजिए। इस तरह से आप दोनों का किराया बहुत कम लगेगा। मेंटेनेंस पर ध्यान दें अगर आप भी घर किराए पर ले रहे हैं तो आपको मेंटेनेंस पर ध्यान देना होगा। बिजली पानी और बाकी जरूरी चीजों पर भी ध्यान दीजिए। आपको किराए के घर में पंखा बल्ब या फिर कलर जरूरत के हिसाब से ही इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा आप अपने मोबाइल ऐप से किराया बिजली बिल का भुगतान करते हैं तो कैशबैक की सुविधा भी मिलती है।

Cryptocurrency Updates
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Cryptocurrency Updates:: डोनाल्ड ट्रंप ने क्या किया ऐसा की मालामाल हुआ क्रिप्टो का बाज़ार

Cryptocurrency Updates: शुक्रवार को भी बिटकॉइन के भावों में वही तेजी देखने को मिली जो लगातार अमेरिकी चुनाव के बाद देखी जा रही थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को बिटकॉइन की कीमत भरी उछाल के साथ 99,000 डॉलर पार कर गई. दोपहर को पार किए सभी आंकड़े बाजार खुलते के साथ ही जहां बिटकॉइन का प्राइस तेजी से ऊपर जा रहे थे वहीं दोपहर होते होते ये 99,502.92 पे पहुंच गया जो लाइफटाइम में सबसे ज्यादा था. वहीं बात करें क्रिप्टोकरेंसी(Crypto Currency)  के उछाल के प्रतिशत की तो ये 40 प्रतिशत ज्यादा गया. ऐसा सामने आया है कि ये एसटीएक्स के पतन के बाद 2 सालों में पहली बार इतनी तेजी से वापस आया है. ट्रंप के सपोर्ट का नतीजा एक्सपर्ट्स की मानें तो बिटकॉइन की कीमतों में तेजी इस वजह से आई क्योंकि लोग उम्मीद कर रहे है कि डोनाल्ड ट्रंप(donald trump) प्रशासन डिजिटल करेंसी को रेगुलेट करने के लिए क्रिप्टो के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होगा. ये भी देखा गया कि पहले ट्रंप इस मामले को ले कर थोड़े संशय में थे मगर चुनाव के पहले वह इसे लेकर पक्के तौर से सहमत हो गए और उन्होंने अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाने की घोषणा की. चुनाव के दौरान क्रिप्टोकरेंसी स्वीकार अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप ने क्रिप्टो करेंसी भी चंदे के रूप में स्वीकार की थी. और ऐसा करके उन्होंने क्रिप्टो इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया था। इससे क्रिप्टो इंडस्ट्री को ये भरोसा है कि ट्रंप जल्द ही विधायी और रेगुलेटरी बदलावों को करके उसके स्तर को बेहतर बनाएंगे. क्या है क्राइप्टीकरेंसी इनका फर्जी व दो बार इस्तेमाल करना लगभग असंभव है. वे ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर विकेंद्रीकृत नेटवर्क पर मौजूद हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जो क्रिप्टोग्राफी (कोड) द्वारा सुरक्षित वहीं बिटकॉइन सबसे अधिक प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी का नाम है, जिसके लिए ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी बनाई गई थी. ब्लॉकचेन एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जिससे बिटकॉइन जैसी मुद्रा का संचालन होता है. क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है. इसकी आपूर्ति प्रोटोकॉल द्वारा निर्धारित होती है, केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं.

Market Updates
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Market Updates: IPO लाने की तैयारी में बेलराइज इंडस्ट्रीज

Market Updates: जल्दी ही ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली बेलराइज इंडस्ट्रीज IPO लाने की तैयारी कर रहे है. इसी क्रम में कंपनी ने प्रारंभिक दस्तावेज नियामक सेबी के पास जमा किए है. 2,150 करोड़ जुटाने की कोशिश में कंपनी ने योजना बनाई है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक और ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के हिसाब से, IPO इक्विटी शेयरों का एक नया पड़ाव है.   आखिर क्यों है पैसे की जरूरत   रिपोर्ट के मुताबिक इस नए तरीके प्री IPO का तरीका अपनाकर 430 करोड़ रुपए जुटाने की कोशिश में है जिससे उनका इश्यू साइज कम हो जाए. जो ड्राफ्ट कंपनी ने सेबी को दिया है उसके मुताबिक वो 1,618 करोड़ का उपयोग करना चाहती है. और उसके हिसाब से कंपनी पर जून माह तक 2,463 करोड़ रुपए का कर्ज है. ऑटोमोटिव कंपनी है बेलराइज   अगर हम इसके बारे में जाने तो बेलराईज एक ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी है. जो चार पहिया, दो पहिया, तीनपहिया व व्यापार में उपयोग होने वाले वाहनों के लिए सुरक्षा से जुड़े हुए रेंज प्रदान करती है. और अलग अलग तरीकों के इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस को पेश करती है. अगर इसके बाजार पर नजर डाले तो जून 2024 तक इसने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाजारों में अच्छी पकड़ हासिल की है. ऑस्ट्रिया, यूके,जापान तक अपने ऑपरेशंस किए है. साथ ही कंपनी के पास बजाज,हीरो मोटोकॉर्प,रॉयल एनफील्ड मोटर्स जैसे कई ग्राहक उपलब्ध है. ये भी गौर करने वाली बात है कि इसने 30 जून 2024 तक आठ राज्यों में अपनी 15 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज दी है. क्या है बुक रनिंग   30 जून, 2024 को समाप्त तीन महीनों के लिए परिचालन से राजस्व 1,780.97 करोड़ रुपये और कर के बाद लाभ 71.58 करोड़ रुपये रहा।वित्तीय मोर्चे पर, कंपनी का परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 24 में 13.7 प्रतिशत बढ़कर 7,484.24 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 6,582.50 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2024 में कर के बाद लाभ 310.88 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष में 313.66 करोड़ रुपये था।एक्सिस कैपिटल, HSBC सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, जेफरीज इंडिया और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं.

Adani share price
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Adani share price : शेयर बाजार खुलते ही धड़ाम से गिरे अदानी ग्रुप के शेयर

हफ्ते का आखिरी कारोबारी सत्र आ गया और साथ ही अडानी ग्रुप के शेयर्स की बाजार में काफी गिरावट देखने में आ रही है. बाजार खुलते हो अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy)के शेयर 7.53 फीसदी की गिरावट आई है साथ ही शेयर 1060 रुपए पर जा गिरा है. अदानी पोर्ट व अदानी इंटरप्राइजेज(Adani enterprises) भी 5 फीसदी नीचे जा लुढ़का है.   फर्श से अर्श पर अडानी स्टॉक   अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस का स्टॉक 6.82 फीसदी 650 रुपए,अडानी इंटरप्राइजेज 4.24 फीसदी गिरकर 2090 रुपए, अडानी टोटल गैस 6.12 फीसदी गिरकर 565 रुपए, अडानी विल्मर 4.86 फीसदी से 280 रुपए नीचे आया और एन सी सी 0.81 फीसदी की गिरावट के साथ 2009 रुपए पर आया वहीं अंबुजा सीमेंट 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 482 रुपए पहुंचा. फैसले का पड़ा गंभीर असर   हाल में आये अदानी ग्रुप के खिलाफ फैसला में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani)और दूसरे एग्जीक्यूटिव पर 265 मिलियन की रिश्वत के संबंध में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. जिसके बाद से अडानी के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है. जिसके फौरन बाद गौतम अडानी की नेटवर्थ में गिरावट आ गई साथ ही मार्केट कैप 2.20 लाख घट गया. अमेरिकी के जस्टिस डिपार्टमेंट और सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन ने अडानी ग्रुप के चेयरमैन और अडानी ग्रीन के डायरेक्टर्स पर धोखाधड़ी व रिश्वतखोरी के आरोप लगाए हैं जिसके चलते कम्पनी ने सभी कानूनी विकल्पों को अपनाने की बाद की. क्या होगी कानूनी प्रक्रिया?   अमेरिकी में फॉरेन करप्ट एक्ट(Foreign corrupt act) नाम का कानून है. जिसका पालन करते हुए कंपनियों को कई तरह के नियमों का पालन करना होता है. इसके अंतर्गत कंपनी किसी भी दूसरे देश के सरकारी अधिकारियों को रिश्वत नहीं दे सकती. मगर उनका कहना है कि अदानी ग्रुप के अधिकारियों ने उनके देश के निवेशकों को धोखा दिया है . इसी आदेश के चलते अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी व उनके भतीजे सागर(Sagar) पर अमेरिका में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.

Credit Card
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Credit Card: घरेलू महिलाएं भी बनवा सकती हैं क्रेडिट कार्ड, जानिए यह आसान तरीका

Credit Card: जो लोग नौकरी या बिजनेस करते हैं, उन्हें आय के आधार पर आसानी से क्रेडिट कार्ड(Credit Card) मिल जाता है. लेकिन क्या ऐसे लोग, जो कमाई नहीं करते, जैसे गृहणियां, Credit Card के लिए आवेदन कर सकते हैं? इसका जवाब है हां, गृहणियां भी Credit Card के लिए अप्लाई कर सकती हैं.   इसके लिए बैंकों के कुछ विशेष नियम होते हैं, जैसे किसी फिक्स्ड डिपॉजिट के आधार पर क्रेडिट कार्ड लेना या परिवार के किसी अन्य सदस्य की आय का सहारा लेना. इन शर्तों को पूरा कर गृहणियां भी आसानी से अपने नाम पर क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकती हैं. हाउसवाइफ भी क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें हैं. आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के अनुसार, किसी गृहिणी को क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते समय कम से कम 18 साल का होना चाहिए और वह भारतीय नागरिक होनी चाहिए. साथ ही, उसके पास फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) खाता होना चाहिए, जो संचयी, रीइन्वेस्टमेंट या ऑटो रिन्युअल मोड में हो. क्रेडिट कार्ड गृहिणियों को न केवल वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करता है, बल्कि यह उनकी बचत को बढ़ाने में भी मदद करता है. इसके साथ ही रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैक जैसे आकर्षक ऑफर भी मिलते हैं, जिससे खरीदारी करना और भी फायदेमंद हो जाता है. क्रेडिट लिमिट आपके एफडी खाते में जमा राशि पर आधारित होती है. आमतौर पर, क्रेडिट लिमिट आपके FD के 100% तक हो सकती है, और यह 200% तक भी बढ़ सकती है. गृहिणियां अपने पति के क्रेडिट कार्ड के साथ ऐड-ऑन कार्ड के माध्यम से भी Credit Card का लाभ ले सकती हैं, इसके लिए उन्हें फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की आवश्यकता नहीं होती. इसके अलावा, अगर गृहिणी के पास एफडी खाता है, तो वह उसके आधार पर भी क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकती हैं. कुछ क्रेडिट कार्ड के लिए आय का प्रमाण मांगा जाता है, लेकिन यदि हाउसवाइफ किसी वैकल्पिक स्रोत से आय अर्जित करती हैं, तो वह उसे बैंक को दिखा सकती हैं और इसके आधार पर भी कार्ड के लिए आवेदन कर सकती हैं.

Stock Market
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Stock Market : लाल निशान पर जाकर बंद हुआ,सेंसेक्स 454 अंक गिरा

Stock Market : शेयर बाजार में आज यानी गुरुवार,18 अप्रैल को लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली।सेंसेक्स 454 अंक की गिरावट के साथ 72,488 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं,Nifty में भी 103 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।ये 22,044 के स्तर पर जाकर बंद हुआ। आज के कारोबार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 में तेजी रही और 7 में गिरावट देखने को मिली।भारती एयरटेल ने सबसे ज्यादा गेन किया। ये 3.97% से बढ़कर 1265 रुपए पर जाकर बंद हुआ। वहीं सबसे ज्यादा 3.05% की गिरावट नेस्ले में रही। ये 2469 रुपए पर बंद हुआ। बेबी फूड में ज्यादा शुगर की रिपोर्ट से गिरा नेस्ले बेबी फूड में ज्यादा शुगर होने की खबरों के कारण नेस्ले का शेयर गिरा है। ज्यूरिख स्थित पब्लिक आई एंड इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क ने अपनी रिपोर्ट में कहा है नेस्ले एशिया-अफ्रीका में बेचे जाने वाले फूड में से 1 सर्विंग में 4 ग्राम शुगर मिलाती है। हालांकि नेस्ले ने अपनी सफाई में कहा है कि बेबी फूड में सभी जरूरी न्यूट्रीशन का सही मात्रा में इस्तेमाल करते हैं। अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी को लेकर कभी समझौता नहीं करेंगे। हम प्रोडक्ट की न्यूट्रीशन प्रोफाइल की बेहतरी के लिए R&D करते रहे हैं। FMCG और हेल्थकेयर के शेयर सबसे ज्यादा गिरे आज हेल्थकेयर और FMCG शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स 1.75% की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं FMCG में 1.08% की गिरावट रही। बैंक और ऑटो इंडेक्स में भी करीब 1% की गिरावट रही। मीडिया में 0.77% की तेजी रही। गुरुवार के कारोबारी दिन सेंसेक्स 454.69 अंक या 0.62%गिरकर 72,488.99 स्तर पर बंद हुआ है। वहीं,Nifty 152.05 अंक या 0.69% गिरने के बाद 21,995.85 के स्तर पर बंद हुआ है। सुबह हरे निशान पर खुला था बाजार गुरुवार के कारोबारी दिन शेयर बाजार हरे निशान पर खुला। हरे निशान के साथ खुलने की यह इस हफ्ते की पहली अच्छी शुरुआत रही। बीते दिन 17 अप्रैल 2024 को बाजार रामनवमी के मौके पर बंद था। इससे पहले लगातार दिन से मार्केट लाल निशान पर बंद हो रहा था आज सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 271.72 अंक या 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 73215.40 स्तर पर था। वहीं,Nifty 104.60 अंक या 0.47 की तेजी के साथ 22,252.50 स्तर देखा गया। कच्चे तेल की कीमत में आई तेजी वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.29 प्रतिशत चढ़कर 87.54 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 4,468.09 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। डॉलर के मुकाबले 12 पैसे बढ़ा रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से ऊपर उठा और 12 पैसे से बढ़कर 83.49 पर पहुंचा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, स्थानीय इकाई ग्रीनबैक के मुकाबले 83.51 पर खुली। बाद में शुरुआती कारोबार में यह 83.49 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद से 12 पैसे की बढ़ोतरी दर्शाता है। मंगलवार को रुपया चार सप्ताह में दूसरी बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे गिरकर 83.61 के निचले स्तर पर पहुंच गया था।

Modi Government
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Modi Government : प्रॉपर्टी की बिक्री पर नई-पुरानी दोनों टैक्स व्यवस्था का विकल्प, वित्त मंत्री ने संसद में पेश किया विधेयक

Modi Government : घर खरीदारों के लिए बड़ी राहत की खबर है। सरकार ने रियल एस्‍टेट के लिए लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) व्यवस्था में संशोधन किया है। इसमें टैक्‍सपेयर्स को इंडेक्सेशन के बिना 12.5 फीसदी की कम टैक्‍स दर या इंडेक्सेशन के साथ 20 फीसदी की ऊंची दर के बीच ऑप्‍शन चुनने की इजाजत दी गई है। 23 जुलाई, 2024 से पहले खरीदी गई संपत्तियों पर यह लागू होगा। इससे लोगों या हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ) को दोनों योजनाओं के तहत टैक्‍स कैलकुलेशन करने और कम राशि का भुगतान करने में मदद मिल सकती है। यह व्‍यवस्‍था रियल एस्‍टेट के लिए एलटीसीजी पर पर्याप्त राहत प्रदान करती है। इस बदलाव को वित्त विधेयक 2024 में संशोधन के जरिये किया गया। बजट 2024 में हुई थी घोषणा केंद्रीय बजट 2024 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्‍स से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की थीं। इनमें से एक महत्वपूर्ण बदलाव रियल एस्टेट लेनदेन को लेकर भी था। इन बदलावों में इंडेक्सेशन बेनिफिट को हटाना और LTCG टैक्‍स को 20% से घटाकर 12.5% करना शामिल था। इंडेक्सेशन के जरिये संपत्ति की खरीद मूल्य को महंगाई के हिसाब से बढ़ाया जाता है। इससे लाभ कम होता है।इसलिए कम टैक्स देना पड़ता है।मतलब इंडेक्‍सेशन लाभ के चलते टैक्‍स लायबिलिटी कम हो जाती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 पेश करते हुए संपत्ति की बिक्री से होने वाले इंडेक्सेशन लाभ को हटाने के साथ टैक्‍स को 12.5 फीसदी करने की घोषणा की थी। इसे लेकर अलग-अलग तबकों में नाखुशी जताई जा रही थी। अब क्‍या बदलाव क‍िया गया सरकार ने मंगलवार को रियल एस्टेट संपत्तियों पर LTGCL टैक्‍स के मामले में करदाताओं को राहत देने का प्रस्ताव रखा गया है।संपत्ति मालिकों के पास पूंजीगत लाभ पर 20 फीसदी या 12.5 फीसदी टैक्‍स की दर में से कोई एक ऑप्‍शन चुनने का विकल्प होगा। वित्त विधेयक, 2024 में इस संशोधन का ब्योरा लोकसभा सदस्यों को द‍िया गया है। संशोधित प्रस्ताव के मुताबिक, 23 जुलाई, 2024 से पहले मकान खरीदने वाला कोई व्यक्ति या हिंदु अविभाजित परिवार (एचयूएफ) महंगाई के प्रभाव को शामिल (इंडेक्सेशन) किए बिना 12.5 फीसदी की नई योजना के तहत टैक्‍स देने का विकल्प चुन सकता है। कैसे लागू होगा इंडेक्‍सेशन बेन‍िफ‍िट? हाल ही में घोषित किए गए नए नियम 23 जुलाई, 2024 से लागू होने हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 2001 से पहले अधिग्रहित संपत्तियों को इंडेक्सेशन बेनिफिट मिलता रहेगा। इसका मतलब है कि केवल हाल ही के सौदे नए नियमों के अधीन होंगे। अगर आप बताई गई तारीख से पहले कोई लेनदेन पूरा करते हैं तो वे नए नियमों से प्रभावित नहीं होंगे। बजट 2024 से पहले इंडेक्सेशन बेनिफिट ने घर के मालिकों को महंगाई के लिए संपत्ति के लागत आधार को बढ़ाने में मदद की। इससे शुद्ध लाभ और संबंधित टैक्‍स लायबिलिटी कम हो गई। हाल के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने नई टैक्‍स व्यवस्था में काफी बदलाव किए। स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया था। इसके अलावा नई व्यवस्था के तहत टैक्‍स स्लैब में संशोधन किए गए थे। फ्यूचर और ऑप्‍शन (F&O) पर लागू सिक्‍योरिटी ट्रांजैक्‍शन टैक्‍स (एसटीटी) में बढ़ोतरी देखी गई। सिक्‍योरिटी में ऑप्‍शन की बिक्री की खात‍िर दरें ऑप्‍शन प्रीमियम के ल‍िए 0.0625% से बढ़कर 0.1% हो गई। फ्यूचर के लिए इन्‍हें 0.0125% से बढ़ाकर 0.02% कर द‍िया गया। शेयरों और स्टॉक के लिए भी एलटीसीजी टैक्‍स में समायोजन था, जो 10% से बढ़कर 12.5% हो गया।

National Handloom Day 2024
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National Handloom Day 2024 : इस खास वजह से मनाया जाता है हथकरघा दिवस, बुनकरों के लिए होता है खास दिन

National Handloom Day 2024 : राष्ट्रीय हथकरघा दिवस, जिसे नेशनल हैंडलूम डे भी कहते हैं, हर साल 7 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य भारत की समृद्ध हथकरघा विरासत को संरक्षित करना और हथकरघा उद्योग को प्रोत्साहित करना है। भारत का हथकरघा उद्योग सदियों पुराना है और देश की सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हथकरघा उद्योग के तहत बुनकरों के द्वारा बनाई गई वस्त्रों की कला और कौशल को सम्मानित करने का यह दिन विशेष महत्व रखता है। बुनाई की तकनीकें और डिज़ाइनें जो पारंपरिक रूप से भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती हैं, उनकी महत्ता को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना इस दिन का मुख्य उद्देश्य है। हथकरघा वस्त्रों का उपयोग न केवल पारंपरिक परिधानों में होता है बल्कि ये आधुनिक फैशन के साथ भी जुड़े हुए हैं, जो कि हमारे समृद्ध कलात्मक इतिहास की गवाही देते हैं। यह दिन बुनकरों के मेहनत और समर्पण को मान्यता प्रदान करता है। वे अपनी कला और श्रम के माध्यम से हर वस्त्र में अपनी पहचान को उकेरते हैं। उनके द्वारा बनाई गई वस्त्र कला न केवल सौंदर्य को बढ़ाती है, बल्कि रोजगार और आजीविका के अवसर भी उत्पन्न करती है। इसलिए मनाया जाता है हथकरघा दिवस हथकरघा दिवस इस उद्योग को बढ़ावा देने और लोगों को हथकरघा वस्त्रों की विशेषताओं के प्रति जागरूक करने का प्रयास है। हथकरघा न केवल भारत की हस्तकला विरासत का एक अनमोल हिस्सा है, बल्कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस दिन के आयोजन से स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित किया जाता है और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलती है। इस प्रकार, राष्ट्रीय हथकरघा दिवस बुनकरों की मेहनत और समर्पण को सम्मानित करने, भारतीय हस्तकला विरासत को संरक्षित करने, और स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें हथकरघा बुनकरों की कलाओं को प्रदर्शित किया जाता है। इसके साथ ही, लोगों को हथकरघा उत्पादों की विशेषताओं और उनके महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है। इस दिन की विभिन्न गतिविधियों और समारोहों से यह सुनिश्चित किया जाता है कि भारत की यह पुरानी और अमूल्य धरोहर संरक्षित रहे और भविष्य की पीढ़ियों के लिए जीवित रहे।

Stock Market
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Stock Market : दो दिन की गिरावट के बाद सेंसेक्स और निफ्टी बढी,सेंसेक्स 944 चढकर 79,693.64 तो वही निफ्टी 278 से चढकर 24,334.10 का कारोबार किया

Stock Market : पिछले दो दिनों की भारी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। आज मंगलवार को सेंसेक्स 944 चढ़कर 79,693.64 पर कारोबार कर रहा है,तो वहीं Nifty 278 अंक चढ़कर 24,334.10 पर कारोबार कर रहा है।वहीं Bank Nifty 600 अंक चढ़कर 50,660 लेवल पर कारोबार कर रहा है। अमेरिकी शेयर बाजार रविवार को 3% तक गिरकर बंद हुआ था।इससे पहले, सोमवार को सेंसेक्स 2,222.55 अंक या 2.74 % की गिरावट के साथ 78,759.40 पर बंद हुआ था।वही Nifty 662.10 अंक या 2.68 % की गिरावट के साथ 24,055.60 पर बंद हुआ था।यह निफ्टी के 23 जुलाई के 24,074.20 के निचले स्तर से भी कम है। इन शेयरों में शानदार रही तेजी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के टॉप 30 शेयरों की बात करें तो सभी शेयरों में काफी तेजी देखने को मिली।Tata Motors में सबसे ज्‍यादा 4 % की तेजी देखने को मिली।इसके बाद, LT, मारुति सुजुकी, अडानी पोर्ट और TATA steel के शेयरों में भी 2 फीसदी से ज्‍यादा तेजी दिखीं।इसके अलावा, इंफोसिस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में भी उछाल दिखी।GE Shipping के शेयर 5.37 %,पतंजलि फूड के शेयर 4 प्रतिशत से ज्‍यादा,गोदरेज प्रॉपर्टीज में 4.68 %, Zomato के शेयरों में 4.61 प्रतिशत चढ़कर 268 रुपये पर कारोबार कर रहा है।वहीं DLF के शेयर मंगलवार को 4 % चढ़कर 841 पर कारोबार कर रहे हैं। 50 शेयरों में अपर सर्किट नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 2,160 शेयरों में केवल 1,921 स्‍टॉक उछाल पर कारोबार करते हुए दिखे।जबकि 194 शेयर गिरावट पर हैं।34 शेयरों में 52 सप्‍ताह की तेजी दिखीं।जबकि 7 शेयर 52 सप्‍ताह के निचले स्‍तर पर कारोबार कर रहे हैं।इसके अलावा,50 अपर सर्किट और 21 लोअर सर्किट पर कारोबार कर रहे हैं। IT सेक्‍टर में तेजी शेयर बाजार में आज मंगलवार को आईटी सेक्‍टर में शानदार तेजी देखी गई।यह 2 फीसदी से ज्‍यादा चढ़कर कारोबार कर रहा है।वहीं रियल्‍टी सेक्‍टर में भी करीब 3 फीसदी की उछाल देखने को मिली।इसके अलावा FMCG, Media, Metal और पीएसयू बैंक में भी 1 फीसदी से ज्‍यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई हैं। जापान से लेकर अमेरिका तक कैसा मार्केट जापान (NIKKEI 225) और दक्षिण कोरिया (COSPI) के स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर 11 प्रतिशत तक की उछाल आई,जबकि पिछले सत्र में भारी गिरावट आई थी,जबकि अमेरिकी शेयर बाजार में अभी गिरावट जारी है।वहीं हांगकांग के शेयर बाजार में थोड़ी सी बढ़त देखने को मिली।

Bamboo Flute in Pilibhit
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Bamboo Flute in Pilibhit : देश-विदेश में है पीलीभीत की बांसुरी का नाम, बनाने का है खास तरीका

Bamboo Flute in Pilibhit : बांसुरी का नाम आता है तो मन में श्री कृष्ण की छवि बन जाती है। बांसुरी दुनिया के सबसे पुराने वाद्य यंत्रों में गिना जाता है। बांसुरी से निकलने वाले मधुर सुर मां को शांति देते हैं और हमारा मनोरंजन करते हैं। बहुत कम लोग जानते हैं की बांसुरी को कहां बनाया जाता है यही बांसुरी देश-विदेश में काफी मशहूर है। पीलीभीत प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, जगह को दुनिया भर में बांसुरी नगरी के नाम से जाना जाता है। नाम बांसुरी वादकों के होठों पर इस जगह की बांसुरी सजती है। आज के मॉर्डन जमाने में भी कई तरह के इंस्ट्रूमेंट आ गए हैं लेकिन बांसुरी की जगह कोई नहीं ले पाया है। बता दें कि, पीलीभीत बांसुरी को दुनिया भर में पहुंच रहा है यह बात से बनाई जाती है जो पीलीभीत में ही उगती है। कई वैरायटी की बांसुरी मिलती है पीलीभीत कैसी जगह है जहां पर 90% बांसुरी तैयार की जाती है। खास बात तो यह है कि इसे किसी मशीन से नहीं बनाया जाता बल्कि यह हैंडमेड होती है। हाथों से बनी यह बांसुरी केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बजाई जाती है। बांसुरी कई तरह की होती है जिम सीधी और तिरछी भी शामिल है। पीलीभीत में कई वैरायटी की बांसुरी मिलती है लोग अपनी पसंद के हिसाब से इनकी खरीदारी करते हैं। असम से आता है बांस पीलीभीत सबसे ज्यादा घने जंगलों वाला इलाका है लेकिन फिर भी यहां पर जंगलों में बांस की पैदावार नहीं होती है। बांसुरी को बिना गांठ वाले बात से बनाया जाता है और यह असम से मंगाया जाता है। असम में बिना गांठ वाले बांस की भरमार लगी रहती है जिसे पीलीभीत में तैयार करके बांसुरी बनाई जाती है। यह बांसुरी कई वैरायटी की होती है जो देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाई जाती है। कैसे बनाई जाती है बांसुरी ? बांसुरी को बनाने के लिए एक नहीं बल्कि कई कारीगरों की जरूरत होती है। बस की एक पूरी लकड़ी की कटाई की जाती है और इसके साइज के हिसाब से इसे बनाया जाता है। बस को काटने के बाद लकड़ी को छीलने का प्रोसेस पूरा किया जाता है। लकड़ी की बांसुरी में और भरने के लिए सलाखों को गर्म करके छेद किया जाता है। इतना करने के बाद बांसुरी के ऊपरी हिस्से में डॉट लगाकर इसे सजाया जाता है। इस तरह से एक पूरी बांसुरी बनकर तैयार होती है। क्या है बांसुरी की कीमत ? मार्केट में अलग-अलग तरह की बांसुरियों को आपने देखा होगा। इनकी कीमत ₹20 से लेकर₹15000 तक की होती है। जब बांसुरी का खास आर्डर दिया जाता है तो इसकी कीमत भी बढ़ जाती है। मार्केट में आजकल कई तरह की बांसुरी उपलब्ध है जिसे बच्चे खेलते भी हैं इस तरह की बांसुरी सिर्फ ₹10 में मिल जाती है।

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