Kedarnath Flood : केदारनाथ में बादल फटने की घटना में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद के चार युवक लापता है।ये चारों जनपद के खोड़ा कस्बे के रहने वाले हैं। इन चारों के साथ में गए पांचवें दोस्त ने घटना के बारे में जानकारी दी है।खुशकिस्मती से वह हादसे में बच गया।उसे खच्चर वाले द्वारा रेस्क्यू किया गया। वही लापता हुए युवकों के परिवार को घटना की सूचना दे दी गई है, परिजन बेहद परेशान और मायूस हैं। बचे हुए युवक सचिन ने बताया कि वह अपने चार दोस्त सुमित शुक्ला,कृष्णा पटेल,मन्नू तथा चिराग के साथ में आया था,जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।लापता युवकों में एक सुमित के माता-पिता के अनुसार,उन्हें बेटे के साथ गए सचिन ने घटना की जानकारी दी है। केदारनाथ यात्रा रुकी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी उत्तराखंड राज्य में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मची है।टिहरी से लेकर केदारनाथ तक हर जगह तबाही ही तबाही देखने को मिलती है ।राज्य के विभिन्न स्थानों पर पिछले दो दिनों में बारिश संबंधी घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गयी और 10 अन्य घायल हो गए, टिहरी के जिस नौताड़ इलाके और केदारनाथ में भी बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। गाजियाबाद जनपद के खेड़ा कस्बे के रहने वाले 5 दोस्त पिछले दिनों केदारनाथ धाम की यात्रा पर गए थे।सुमित शुक्ला,कृष्णा पटेल,मन्नू,चिराग और सचिन साथ-साथ केदारनाथ की चढ़ाई पैदल कर रहे थे।अब सचिन ने गाजियाबाद फोन किया है और उसने जो बताया है,उसने सभी को हिला कर रख दिया है।सचिन का कहना है कि अचानक बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे और फिर बादल फट गया।इसके बाद तेज सैलाब आया।इस सैलाब में सुमित,कृष्णा,मन्नु और चिराग बह गए।सचिन के मुताबिक,वह भी सैलाब की चपेट में आ गया था। मगर किसी तरह खच्चर वाले ने उसे बचा लिया और सुबह रेस्क्यू टीम ने उसको बचा लिया। मंदाकिनी नदी ओवरफ्लो हो गई राहत कार्य में जुटे ANDRF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोनप्रयाग क्षेत्र में उनकी एक टीम रेस्क्यू में लगी हुई है। बुधवार की रात मंदाकिनी नदी ओवरफ्लो हो गई थी और बहुत ज्यादा बारिश हुई। इससे यहां का एक मार्ग बंद हो गया। रात में हमने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा और दूसरे रास्तों को भी तलाशा,जिससे यात्री सुरक्षित निकल सकें।अब तक 1079 यात्री निकाले जा चुके हैं। इनमें 34 महिलाएं और 17 बच्चे शामिल हैं। बचाव कार्य सुचारू रूप से लगातार चलाया जा रहा है। लिनचोली में कई श्रद्धालु फंसे हुए केदारनाथ यात्रा मार्ग और लिनचोली में कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं। श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया जा रहा है। लिंचलोनि, गौरीकुंड पर सोनप्रयाग मे कुछ लोगो के बहने की सूचना है, हालांकि इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है। सोनप्रयाग पुल के समीप सड़क किनारे स्थित चार से पांच दुकानें बह गई हैं। गौरीकुंड में कई लोगों के फंसने की सूचना है। कुछ जगहों पर मार्ग क्षतिग्रस्त होने की वजह से यहां से वाहनों को निकालने में मुश्किल हो रही है।भीमबली में 30 मीटर पैदल मार्ग नष्ट हो गया है। लगभग 4000 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया केदारनाथ में इस आपदा के बाद लगभग 4000 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है जबकि 1000 के लगभग तीर्थयात्री अब भी यहां फंसे हुए हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के लोग निरंतर लोगों की खोजबीन और रेस्क्यू में लगे हैं। पिछले 24 घंटे में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ पुलिस की टीम ने मिलकर लगभग 4000 यात्रियों का सकुशल रेस्क्यू किया है।