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sunita Williams
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Life lessons from astronaut sunita Williams

Who is Sunita Williams? Sunita Williams (born September 19, 1965 in Euclid, Ohio) is the second woman of Indian origin to go to space through the US space agency NASA. She hails from Ahmedabad, Gujarat, India. She has set a world record of staying in space for 127 days as a female astronaut. Her father Deepak Pandey is a doctor in America. She was Selected in US Space Agency ‘NASA'(1998) Her role in various missions has been glorified by all. She was the part of mission STS 116, Expedition 14, Expedition 15, STS 117, Soyuz TMA-05M, Expedition 32, Expedition 33, and successfully achieved them. Sunita Lyn Williams is an American astronaut, United States Navy officer, and former record holder for most spacewalks by a woman (seven) and most spacewalk time for a woman (50 hours, 40 minutes). Here are some best life lessons by her to lead a wonderful life: Self believe •Believe in yourself and never let anyone else opinion define your worth or limit your potential. Be limitless •The only limits in life are the one you impose on yourself. Break free from those limitations and soar high . Learn from failure •Failure is not the end , it’s just a stepping stone towards success. Learn from your mistakes and keep moving forward. Dream big •According to her, always dream big and work hard to achieve your goals. Surround yourself with positive people. Accept the challenges •Your life is a journey not a destination, so enjoy each process and accept the challenges that come your way. Work hard towards your goals •According to her, hard work beats talent that’s why stay dedicated towards your work and be consistent until you get them. Gain more knowledge •The more knowledge you gain the more you will be confident. So dream big and achieve great things with courage and confidence. Follow your passion •Find your passion and persui it unstoppably. When you do what you love, success will naturally come to your place.  

US independence day 2024
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US independence day 2024 : अमेरिका को कब और कैसे मिली आजादी, किस देश ने किया था गुलाम

US independence day 2024 : अमेरिका को आज दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के रूप में पहचाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं भारत की तरह अमेरिका भी ब्रिटेन की गुलामी की जंजीरों में कई सालों तक जकड़ा रहा. आखिर कैसे अमेरिका को आजादी मिली, अमेरिका कब आजाद हुआ? ब्रिटेन दुनिया के लगभग जिन 80 देश पर अपनी हुकूमत चलाई उन देशों में अमेरिका भी शामिल रहा था. भारत की तरह अमेरिका पर भी कई सालों तक ब्रिटेन ने शासन किया. आज गुलामी के इतिहास के पन्नों को पलट कर देखते हैं तो जानकर एक बार आश्चर्य होता है कि क्या दुनिया का महा शक्तिशाली देश अमेरिका जो अपनी उंगलियों पर किसी भी देश को नचा सकता है वह भी कभी ब्रिटिश का गुलाम था. अमेरिका कब हुआ आजाद 1607 में अमेरिका के अंदर ब्रिटेन ने पहली बार अपने कदम रखे थे. कुछ ही वर्षों में अमेरिका पर ब्रिटेन के साम्राज्य का वर्चस्व कायम हो गया. लाखों लोगों की लड़ाइयां, हजारों जानें गवाने के बाद 4 जुलाई 1776 को अमेरिका ने ब्रिटिश साम्राज्य से अपनी आजादी हासिल करने का ऐलान कर दिया. लेकिन आजादी की लड़ाई अमेरिका 1783 तक लड़ता रहा. यही वजह है कि अमेरिका हर साल 4 जुलाई को अपनी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मानता है. इस वर्ष अमेरिका 4 जुलाई को अपना 248 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. अमेरिका कैसे हुआ था गुलाम अमेरिका की गुलामी को लेकर कहा जाता है कि क्रिस्टोफर कोलंबस जब भारत की यात्रा करने के लिए यूरोप से प्रस्थान किया था, तब क्रिस्टोफर अपने रास्ते से भटक गया और गलती से अमेरिका जा पहुंचा. उसे एक नए देश के बारे में पता चला इसके बाद कोलंबस ने अपने लोगों को इसकी सूचना दी. अंग्रेजों की आदत थी, जहां पर उन्हें संभावनाएं दिखाई दी, उन्होंने उसको अपना गुलाम बना लिया. अमेरिका में कैसे मनाया जाता है आजादी दिवस स्वतंत्रता दिवस पर पूरे अमेरिका में अवकाश होता है. अमेरिकी राष्ट्रपति और वहां की फर्स्ट लेडी व्हाइट हाउस से देश के नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की मुबारकबाद पेश करते हैं. अमेरिका अपने स्वतंत्रता दिवस पर परेड का आयोजन करता है. परेड के दौरान अमेरिका की सांस्कृतिक झलक देखने को मिलती है. 4 जुलाई के शाम के वक्त आतिशबाजी की जाती है. अमेरिका वासी एक दूसरे को बधाई संदेश देते हैं. आजादी हासिल करने के लिए अमेरिका ने कितने वर्षों तक किया संघर्ष ब्रिटिश अमेरिका में 1607 में अपने पैर जमाने की शुरुआत कर दी थी. 1776 में अमेरिका अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कर देता है. लेकिन 1783 तक अंग्रेजों के खिलाफ आजादी के जंग जारी रहती है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है, आजादी के लिए लगभग 25000 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.

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Koo : पीली रंग की छोटी चिड़िया जैसे दिखने वाला भारत का अपना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हुआ बंद, बंद होने की वजह क्या है ?

Koo : माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter (अब X) को टक्कर देने के लिए देसी ऐप Koo को यूजर्स के लिए लाया गया था।चार साल पहला आया Koo App लोगों को ज्यादा पसंद नहीं आया।इसलिए कंपनी ने Koo ऐप को बंद करने का फैसला लिया है। 2020 में लॉन्च हुआ कू ऐप पहली भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट थी जो यूजर्स के लिए 10 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध थी।अब तक इस ऐप को 60 मिलियन यानी 6 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।KOO को बनाने वालों ने ‘अभिव्यक्ति को लोकतांत्रिक बनाने’ और लोगों को उनकी स्थानीय भाषाओं में बेहतर तरीके से जोड़ने के लिए ‘बहुत मन से’ बनाया गया था। KOO को लेकर लिंक्डइन पर पोस्ट KOO के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिड़वाटका ने लिंक्डइन पोस्ट में कहा, कि हमने कई लोगों से बातचीत किया उनमें से कुछ ने ऐप को चालू रखना चाहते थे,लेकिन सोशल मीडिया ऐप चालू रखने के लिए तकनीकी सेवाओं की लागत बहुत अधिक है,और हमें यह कठिन फैसला लेना पड़ा। KOO में मुश्किल समय सितंबर 2022 में शुरू हुआ था जब कंपनी ने पहली बार करीब 40 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला। फरवरी 2023 में सह-संस्थापक बिड़वाटका ने कर्मचारियों को चेतावनी दी कि और छंटनी होने वाली है। 21 लाख दैनिक सक्रिय यूजर्स जब ट्विटर और भारत सरकार के बीच रिश्ते बिगड़े थे तब कू के मंथली एक्टिव यूजर्स अगला की संख्या 94 लाख के पार चली गई थी।2020 में अप्रमेर लेख राधाकृष्ण और मयंक बिड़वाटका द्वारा स्थापित यह 10 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध पहली भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट थी। ऐप का लोगो एक पीले रंग की छोटी चिड़िया थी।जिसके लॉन्च होने के बाद से इसे लगभग छह करोड़ बार डाउनलोड किया गया था।इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट के प्रवक्ता ने दावा किया कि KOO के पास लगभग 21 लाख दैनिक सक्रिय यूजर्स और लगभग एक करोड़ मासिक सक्रिय यूजर्स थे।उन्होंने यह भी दावा किया कि सोशल साइट्स में प्रतिष्ठित हस्तियों समेत 9,000 से अधिक वीआईपी हैं। बाजार का मूड और फंडिंग में नरमी KOO का सपना अधूरा रह गया कू का अंतिम मूल्यांकन 27.4 करोड़ डॉलर था,जब इसने श्री वन फोर कैपिटल समेत निवेशकों से 6.6 करोड़ डॉलर से अधिक जुटाए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार 2023 से ही KOO नई पूंजी जुटाने के लिए संघर्ष कर रहा था, जिसके बाद इसने कई प्लैटफॉर्म के साथ विलय की संभावना तलाशी, लेकिन कही पर कोई भी बातचीत सफल नहीं हुई। लिंक्डइन पोस्ट में संस्थापकों ने कहा,सोशल मीडिया संभवतः सबसे कठिन कंपनियों में से एक है,भले ही सभी संसाधन उपलब्ध हों, क्योंकि मुनाफे के बारे में सोचने से पहले आपको यूजर्स को एक महत्वपूर्ण पैमाने पर बढ़ाने की जरूरत होती है। इस सपने को साकार करने के लिए हमें पांच से छह साल की आक्रामक, दीर्घकालिक और धैर्यवान पूंजी ऐप पर पढ़ें आवश्यकता थी। उन्होंने कहा,दुर्भाग्य से बाजार का मूड और फंडिंग में नरमी ने हम पर भारी असर डाला।KOO आसानी के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल सकता था और भारत को एक वैश्विक ब्रांड दे सकता था जो वास्तव में भारत में बना था।

Russian foreign minister
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Russian foreign minister : एस जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री के बीच हुई बैठक, कई अहम मुद्दों पर लिया फैसला

Russian foreign minister : रूस भारत को अपना पुराना दोस्त मानता है. खबर है कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी 8 जुलाई को रूस के दौरे पर पहुंचेंगे. जहां पर उनकी मुलाकात राष्ट्रपति पुतिन से होनी है. लेकिन इस बीच कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री के बीच मुलाकात हुई है. लावरोव से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने युद्ध क्षेत्र में फसे भारतीय नागरिकों को लेकर चिंता जाहिर की और साथ ही उनकी सुरक्षित वापसी पर भी जोर दिया. विदेश मंत्री ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, राजधानी अस्ताना में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलकर अच्छा लगा. इस मुलाकात के बारे में उन्होंने आगे बताया कि बातचीत के दौरान हमारे बीच द्विपक्षीय साझेदारी और समसामयिकी मुद्दों पर मंथन हुआ. पिछले साल दिसंबर 2023 में हमारे बीच हुई बैठक के बाद कई क्षेत्रों में प्रगति देखी गई है. विदेश मंत्री ने युद्ध के क्षेत्र में फसे भारतीय नागरिकों को शीघ्र वापस वतन लाने पर भी लावरोव से गहरी चिंता जताई. रूस ने बताया भारत को पुराना और भरोसेमंद दोस्त 1 महीने के लिए यूएनएससी की अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थाई प्रतिनिधि वेसीली नेबेंजिया भारत से घनिष्ठ संबंध को लेकर बड़ी बात कही है. नेबेंजिया के अनुसार रूस भारत के साथ विशेष रणनीतिक साझेदारी वाले संबंध कई दशकों से स्थापित कर रखा है. संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने भारतीय पीएम मोदी कि रूस की यात्रा को लेकर भी टिप्पणी दी. अगर पीएम मोदी रूस की यात्रा पर जाते हैं तो उन्हें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत होंगे. पीएम मोदी अगर 8 जुलाई को रूस की यात्रा पर जाते हैं तो तकरीबन 5 साल के बाद यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री रूस का दौरा करेंगे. विदेश मंत्री जयशंकर ने रूस के अपने समकक्ष लावरोव के साथ हुई मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट के जरिए दिया.  

India's Security Concerns
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India’s Security Concerns : कितने देशों के साथ भारत का सीमा पर चल रहा है तनाव

India’s Security Concerns : भारत की सीमा 7 देशों से लगती है, जिसमें से तीन देशों के साथ सीमा विवाद चल रहा है. दो पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान ऐसे हैं जिनके साथ सीमा पर कई दशकों से जबरजस्त टकराव की स्थिति बनी हुई है. भारत के कई क्षेत्रों को लेकर दोनों देश अपनी दावेदारी पेश करते हैं. जिसको लेकर युद्ध भी हो चुके हैं और लगातार सीमा पर झडपें होती रहती हैं. भारत चीन के साथ 3488 किलोमीटर की विवादित सीमा को साझा करता है. यह विवादित सीमा भारत के कई राज्यों से जुडी हुई है, जो जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उतराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है. पाकिस्तान के साथ भारत 3323 किलोमीटर की सीमा को साझा करता है. पाकिस्तान की सीमा से लगे राज्यों में जम्मू कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान शामिल हैं. चीन और पाकिस्तान से लगी सीमा भारत की सुरक्षा की दृष्टि से सबसे व्यस्ततम सीमा रेखा है. इन सीमाओं पर कई वर्षों से तनाव बढ़ता ही जा रहा है. भारत – चीन सीमा विवाद -India- China Border Dispute कई इलाकों में विवाद की वजह से भारत और चीन के बीच अभी तक पूरी तरह से सीमांकन नही हो सका है. भारत अक्साई चीन पर दावेदारी पेश करता है. 1962 के युद्ध में चीन ने इस क्षेत्र को अपने कब्जे में हासिल कर लिया था. उधर चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता है. जिसको लेकर तनाव हमेशा बना रहता है. साल 2022 में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में दोनों देशों की सेनाओं के मध्य झड़प भी हुई थी, जिसमें दोनों देशों के कई सैनिक घायल हुए थे. दोनों देशों की तरफ बढ़ते तनाव के चलते ख़बरें आती रहती हैं कि सैनिकों की संख्या को बढाया जा रहा है. भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीन अरुणाचल प्रदेश के 90 हजार वर्ग किलोमीटर पर अपनी दावेदारी पेश करता है. इसके अलावा लद्दाख के 38 हजार वर्ग किलोमीटर पर चीन ने कब्जा कर रखा है. पाकिस्तान के साथ भारत का सीमा विवाद पाकिस्तान भारत का तीसरा ऐसा पड़ोसी मुल्क है जिसके साथ सबसे लंबी सीमा साझा होती है. पाकिस्तान भारत के 78 हजार किलोमीटर इलाके पर कब्जा कर रखा है, जिसे पीओके के नाम से जाना जाता है. भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक चार युद्ध लड़े जा चुके हैं. सीमा विवाद, कश्मीर समस्या, जल विवाद और आतंकवाद के मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद बना हुआ है. यही विवाद पुनः युद्ध के कारण भी बन सकते हैं. नेपाल के साथ भारत का सीमा विवाद नेपाल के मंत्रिमंडल ने ₹100 के नोट पर एक नक्शा छापने का फैसला किया था, जिसमें भारत के उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया था. यह विवादित क्षेत्र 372 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है.

Modi 3.0
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Modi 3.0 : लोकसभा में पीएम के दो घंटे तक चले लंबे भाषण पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया

Modi 3.0 : कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो घंटे लंबे लोकसभा भाषण की आलोचना करते हुए उनके कथित झूठ तथा तथ्यहीनता पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि चीन,जम्मू आतंकी हमलों सहित किसानों की आय दोगुनी करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत की जनता को गुमराह किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा में दो घंटे लंबे भाषण पर कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल गांधी का तीर सही जगह पर लगा है। पीएम मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए दो घंटे का भाषण दिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का मजाक उड़ाया। उन्होंने आगे आपातकाल और NEET परीक्षा की पराजय के बारे में बात की। बघेल ने कहा,हिंदू धर्म अहिंसक है और पीएम मोदी लगातार झूठ बोल रहे हैं। मैंने पीएम मोदी का आज का भाषण सुना है और इससे पता चलता है कि वह पागल हो गए हैं। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने हाथरस में भगदड़ की खबर आने के बावजूद अपना भाषण जारी रखने के लिए पीएम मोदी की निंदा करते हुए कहा कि,107 लोगों की जान चली गई, और कहा कि मुझे उम्मीद थी कि पीएम को पहले से जानकारी मिल गई होगी और वह अपना 2 घंटे और 14 मिनट लंबा बयान छोटा कर देंगे। अमेठी से कांग्रेस पार्टी के सांसद केएल शर्मा ने कहा,यह सिर्फ़ भाषण का दोहराव है, इसमें कुछ भी नया नहीं था। उन्होंने कांग्रेस द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कुछ नहीं कहा। कांग्रेस पार्टी की सहयोगी समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा,आज (प्रधानमंत्री के) भाषण में जिस बात का उल्लेख होना चाहिए था।किसानों की आय दोगुनी करने पर सरकार का कोई स्पष्ट रुख नहीं है। अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पीएम अपने देश की जनता को बताने में विफल रहे हैं।अकाली दल की सांसद ने कहा,उनके भाषण का अधिकतम हिस्सा एक व्यक्ति को लक्षित था। लगभग दो घंटे तक, उन्होंने (पीएम मोदी) केवल राहुल गांधी के बारे में बात की। ऐसे मामलों में देश के बारे में कौन बात करेगा? राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के बारे में बोलते हैं और इसके विपरीत। देश के लोगों के बारे में कौन बात कर रहा है? देश बेरोजगारी, किसानों के मुद्दों और उच्च मुद्रास्फीति के बारे में उनके दृष्टिकोण के बारे में सुनना चाहता था। इसके अलावा, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा,प्रधानमंत्री ने चीन, जम्मू में आतंकवादी हमलों, आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन में खामियों के बारे में कुछ नहीं कहा, और इसलिए प्रधानमंत्री के भाषण में कोई सार नहीं था।

Zika Virus
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Zika Virus ने Pune में फैलाया पैर,मिले 6 केस जिसमे से दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल

Zika Virus : देश में एक बार फिर जीका वायरस अपना पैर पसार रहा है। देश के कई इलाकों से जीका वायरस के मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र के पुणे से जीका वायरस के चौंका देने वाले आंकड़े सामने आए हैं। पुणे में 6 ऐसे मरीज मिले हैं जो इस वायरस से संक्रमित हैं। इन पीड़ितों में से दो महिलायें गर्भवती भी हैं।स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक जुलाई दिन सोमवार को पुणे में 46 वर्षीय एक डॉक्टर में जीका वायरस का पहला मामला पाया। इसके बाद, उनकी 15 वर्षीय बेटी भी पॉजिटिव पाई गई।हालाकि दोनों की हालत स्थिर है उनमें कोई लक्षण नहीं है। जीका वायरस बीमारी संक्रमित एडीज मच्छरों के काटने से फैलती है, जो डेंगू और चिकनगुनिया के भी वाहक हैं। जीका वायरस सबसे पहले 1947 में युगांडा में पाया गया था। पुणे नगर निगम (पीएमसी) की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कल्पना बलिवंत ने बताया कि कुल 25 सैंपल लिए गए थे। इनमें से 12 सैंपल एरंडवाने से लिए गए थे, जिसमें दो गर्भवती महिलाओं के सैंपल शामिल थे। कुल सात सैंपल में से 12 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। इसके अलावा, मुंधवा से 13 सैंपल लिए गए, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई। क्या होता है जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलने वाली बीमारी होती है जीका वायरस। इस वायरस के ऑर्गेनिज्म हमारे ऊतकों का इस्तेमाल करके अपनी ढेर सारी कॉपीज बना लेता है। इस बीमारी की सबसे बड़ी समस्या यह है कि अधिकाश संक्रमित लोगों को पता नहीं चलता है कि वे जीका वायरस से संक्रमित हैं। असल में जीका वायरस के लक्षण बहुत हल्के होते हैं। इसके बावजूद यह गर्भवती महिलाओं को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। इस वायरस के कारण भ्रूण का मस्तिष्क पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो पाता है। जीका वायरस के क्या लक्षण जीका वायरस के लक्षण एक अध्यनन के अनुसार 5 में से एक पर नजर आते हैं, वे इतने कॉमन हैं कि यह अंदाज लगा पाना मुश्किल हो जाता है कि यह जीका वायरस के कारण ही है। गर्भवती महिला से भ्रूण को खतरा ज्यादा जीका वायरस सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करता है। यह वायरस महिला के भ्रूण को भी संक्रमित कर सकता है और उसके विकास को बाधित कर सकता है। गर्भवती महिला में जीका वायरस प्लेसेंटा के जरिए भ्रूण तक पहुंच सकता है। जीका के कारण बच्चा माइक्रोसेफली जैसी जन्मजात मेडिकल कंडीशन के साथ पैदा हो सकता है। माइक्रोसेफली का मतलब यह हो सकता है कि बच्चे का मस्तिष्क ठीक से विकसित नहीं हुआ है। इन बच्चों का सिर भी देखने में औसत से छोटा होता है। इसके अलावा और ये भी लक्षण जन्मजात जीका सिंड्रोम: बच्चे के जन्म के समय ही कई कंडीशन दिख सकती हैं। इसमें गंभीर माइक्रोसेफली, हल्की चपटी खोपड़ी, मस्तिष्क में न्यूरॉन्स की कमी, कमोजर आंखें, जोड़ों की समस्याएं और हाइपरटोनिया जैसी समस्याएं शामिल हैं। मस्तिष्क का पूरा तरह से विकास नही होता हैं।इस वायरस की वजह से न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, मस्तिष्क में फोल्ड्स न होना, मस्तिष्क में कुछ संरचनाओं का न होना और ब्रेन एट्रॉफी जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। सेरेब्रल पाल्सी: सेरेब्रल हमें ब्रेन और बाकी अंगों के बीच कोऑर्डिनेशन की क्षमता देता है और यह हमारी मसल्स को कंट्रोल करता है। अगर सेरेब्रल पाल्सी की समस्या है तो इन क्षमताओं में कमी आ जाती है। इनके अलावा दृष्टि या श्रवण संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जन्म के समय बच्चे का वजन कम हो सकता है।

Best places to visit in monsoon
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Best Places to Visit in Monsoon to Make Your Eyes Bliss

Hey! Dear travellers out there , Monsoon has arrived and it is the best time to vacate your holidays and get a lifetime experience in India. It will surely leave you stunned. The mountains and the hill stations are fully covered with the lush greenery, the lakes are overflowing with the sparkling water inside it and the heavenly waterfall sceneries can surely make you fall in love with the beauty and the heritage of India. so what are waiting for -pack your bag now and set out to enjoy this from the front . Don’t wait to visit the best destination in india with your family,this monsoon. Best places to visit in monsoon in India If you are confused about where to start exploring the beauty of India’s monsoon. Here are the lists of all the places that must be in your bucket list: 1) Darjeeling , West Bengal Do you want to see the Himalayas closely during your trip? If yes then Darjeeling can be the best option for you . Darjeeling is known as “The Queen of Himalayas “. It is the best place to be during monsoon. It’s tea garden and the insane view can melt your heart to be there for lifetime. The cool weather and mountain,and the greenery around there add cherry to the charm . It is kid’s favourite holiday destination. We’re sure your family going to love it, and enjoy their stay at the fullest. 2) Lonavala, Maharashtra Just 86 km far from Mumbai, lonavala is weekend destination for every mumbaikar. It can be yours too. The best time to visit is June to September, during monsoon season, when surroundings come alive in beautiful lush greenery, and the lakes get filled up to the brim with the rain. Lonavala is a romantic ecape from the chaotic noise of city life. The mesmerizing waterfall and famous khandala hills and monkey points attract the visitors here. 3) Goa , Goa Goa is not all about beaches .The bustling Party Capital of India, Goa is one destination that all of us surely dream of visiting at least once in our lifetime. The church , fort beside beaches and amidst greenery are main attraction here. You can explore the Dudhsagar falls discover the charm of Aguada fort. Parra road ,baga beach ,lavish resorts are worth to visit once and again. 4) Mount Abu , Rajasthan If you want to experience the seren music of rain then mount Abu can be the place for you to have the best monsoon memories .Serving as a source of comfort from the sultry dessert climate of Rajasthan, Mount Abu, the state’s only hill station stands at a height of 1722 metres above sea level, and is embraced by lush green hills of the Aravalli range. Places to visit in Mount Abu include waterfalls, lakes, forests, temples and scenic spots for sightseeing. Standing at 1722 m above the sea, Mount Abu is the only hill station in Rajasthan. 5) Wayanad, Kerala Wayanad is known as ‘God’s own country’,Kerala. Wayanad hosts a three day monsoon festival known as splash. If you are looking lush tea garden or intrested in trekking in Wayanad during rainy season, then we are sure you will not be disappointed at all. There is no doubt that Wayanad is one of the best hill stations and a picture-perfect place to visit during monsoons in South India. 6) Laddakh, Jammu and Kashmir Ladakh is famous for its snow-glaciers, high-altitude trekking routes, magnificent mountain peaks, stunning lakes, and scenic beauty. The region is also rich in Buddhist culture and history. In Ladakh, you can see many ancient and rich Buddhist monasteries. Ladakh Festival takes place from 17th to 27th September every . It’s a spectacle of a show and a must visit! This cold desert of India is sure on the list of many travelers and it truly lives up to its expectations. With its numerous mountain passes, sparkling lakes with crystal clear water surrounded by snow-covered mighty mountains, it is simply magical. This place is a must visit in summers and post-monsoons as the roads are clear for travel unlike in winters. This is one of the best places to visit in monsoon in India for couples. Attractions: Ladakh Festival Tour, Stroll around the Pangong lake which rightly means long, narrow, enchanted lake in Tibetan, play with snow at Changla pass, and seek blessings at the Thiksey monastery. Plan your bike trip as soon as possible to enjoy the beauty of Laddakh this monsoon.  

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Stock market today : सुनहरा मौका,स्टील वायर निर्माता बंसल वायर इंडस्ट्रीज का IPO खुला,745 करोड़ रुपए के नए शेयर खुलेंगे

Stock market today : : स्टील वायर निर्माता बंसल वायर इंडस्ट्रीज अपनी पहली आईपीओ खोलने जा रही हैं।बंसल ग्रुप की तरफ से जारी हुए शेयर में कोई भी पुराने IPO शामिल नही होगा,745 करोड़ रुपए की कीमत के सभी नए शेयर जारी होगे।इन शेयरों की कीमत 243 रुपये से 256 रुपये के बीच होगी।वही न्यूनतम लॉट साइज 58 रुपए प्रति शेयर होगा।गैर-पेशेवर बाजार प्रतिभागी को कम से कम 14,848 रुपये का निवेश करना होगा। IPO को 3 जुलाई से 5 जुलाई तक के लिए खोला जाएगा। जिसमें आधारशिला निवेशक 2 जुलाई को बोली लगाएंगे।8 जुलाई को कंपनी अपने आईपीओ के आवेदकों को शेयर वितरित करेगी तथा कंपनी 10 जुलाई 2024 को सूचीबद्ध होगी। कंपनी इस धनराशि का उपयोग कर्ज चुकाने,कंपनी के दिन-प्रतिदिन के खर्चों को पूरा करने तथा अन्य व्यावसायिक आवश्यकताओं के लिए करेंगे। बंसल ग्रुप अपना नया प्लांट लगा रहा श्री लक्ष्मण बंसल के द्वारा बनाया गया बंसल ग्रुप्स एक पारिवारिक व्यवसाय है। बंसल वायर इंडस्ट्रीज स्टेनलेस स्टील और स्टील के वायर बनाने वाली कंपनी है। बंसल वायर इंडस्ट्रीज,बंसल स्टील एंड पावर लिमिटेड के द्वारा 3,000 से अधिक SKU की पेशकश की गई थी। इसमें करीब 2,000 स्टॉक कीपिंग यूनिट खुद बंसल वायर ऑफ़र करती है और उनकी सहायक कंपनी 1,500 SKU ऑफ़र करती है। कंपनी मुख्यतया हाई कार्बन स्टील वायर, माइल्ड स्टील वायर (लो कार्बन स्टील वायर) और स्टेनलेस स्टील वायर बनाती है।ये कंपनी दादरी में भी अपना एक नया प्लांट लगा रही है। क्या है फ्लोर प्राइस बंसल वायर इंडस्ट्रीज के शेयरों का फ्लोर प्राइस फेस वैल्यू का 48.60 गुना और कैप प्राइस 51.20 गुना है। इस आईपीओ में निवेशक कम से कम 58 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 58 इक्विटी शेयरों के गुणकों में बोली लगा सकते हैं। किनके लिए कितने शेयर रिजर्व बंसल वायर इंडस्ट्रीज आईपीओ ने योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए 50% शेयर आरक्षित किए हैं। इसमें गैर-संस्थागत संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए 15% और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35% शेयर रिजर्व हैं। बंसल ग्रुप के नाम दर्ज है देश के पहले प्राइवेट रेलवे स्टेशन का प्रबंधन वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की कुल आय वित्त वर्ष 2021 के 1,480.41 करोड़ रुपये से 28% बढ़कर 2,422.56 करोड़ रुपये हो गई,जबकि कंपनी की प्रोफिट आफ्टर tax (पीएटी) वित्त वर्ष 2021 के 40.46 करोड़ रुपये से 21.7% बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 59.93 करोड़ रुपये हो गया है। भोपाल के हबीबगंज स्टेशन,जो अभी रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के नाम से प्रसिद्ध है, भारत का पहला निजी रेलवे स्टेशन है।इस स्टेशन का प्रबंधन बंसल ग्रुप के द्वारा किया जाता है ।

United Nations
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United Nations : दोहा में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल होकर तालिबान को क्या हासिल हुआ

United Nations : तालिबान अफगानिस्तान की सत्ता पर पूरी तरह से काबिज हो गया है. लेकिन उसके बावजूद भी दुनिया के किसी भी देश ने तालिबान सरकार को मान्यता नही दी है. अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर कई बार संयुक्त राष्ट्र बैठकें कर चुका है. लेकिन अभी तक तालिबान की ओर से इस बैठक में हिस्सा नहीं लिया गया था. इस बीच UN ने कतर की राजधानी दोहा में 25 देशों के साथ एक बैठक की. जिसमें इस बार तालिबान की सरकार के नेताओं ने भी हिस्सा लिया. संयुक्त राष्ट्र की इस मीटिंग में शामिल होने से पहले ही तालिबान ने शर्त रखी थी कि अफगान महिलाओं के प्रतिनिधियों को इस बैठक से बाहर रखा जाएगा. नतीजन संयुक्त राष्ट्र को तालिबान की बातों को मानना पड़ा. इसके बाद ही तालिबान ने अपने प्रतिनिधि को दोहा में हुई इस बैठक में जाने की अनुमति दी. किस विषय पर चर्चा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने बुलाई बैठक इस बैठक के आयोजन से पहले ही संयुक्त राष्ट्र ने स्पष्ट कर दिया था कि यह बैठक तालिबान सरकार को मान्यता देने के लिए नहीं की जा रही है. अफगानिस्तान की धरती पर तालिबान के वापसी के बाद पश्चिमी देशों के साथ महिलाओं के अधिकारों पर नजर रखने वाले विश्व के कई संगठनों ने तालिबान सरकार का विरोध किया है. उधर तालिबान ने पहले ही अपनी शर्त रखी थी कि इस बैठक में महिला अधिकारों पर बात नहीं होगी. दोहा में हुई इस बैठक के दौरान अफगानिस्तान में मानवीय संकट, ड्रग तस्करी समेत और कई अन्य मुद्दों पर बातचीत हुई है. अफ़गानिस्तान में महिलाओं की स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने तालिबान के सामने क्या मांग की संयुक्त राष्ट्र की बैठक में तालिबान से महिलाओं को सार्वजनिक जीवन में शामिल करने का अनुरोध किया गया है. दोहा में हुई इस बैठक की अध्यक्ष रोजमेरी डिकार्लो ने मंगलवार को बताया कि तालिबान अधिकारियों को सूचित किया गया कि महिलाओं को सार्वजनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए.

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