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Delhi New CM Rekha Gupta
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Delhi New CM Rekha Gupta: कौन है रेखा गुप्ता जिन्होंने हासिल की दिल्ली के सीएम की कुर्सी, जानें पढ़ाई लिखाई से लेकर राजनीति तक का सफर

Delhi New CM Rekha Gupta: दिल्ली की सत्ता अभी तक कई हाथों में जा चुकी है लेकिन अब इसकी उत्तराधिकारी रेखा गुप्ता(Rekha Gupta) बनी हैं. कल विधायक दल की बैठक में सीएम पद के लिए रेखा गुप्ता के नाम पर मोहर लगा दी गई. आज रामलीला मैदान में रेखा गुप्ता अपने सीएम पद(Delhi New CM Rekha Gupta) के लिए शपथ ले ली हैं. रेखा गुप्ता के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं इसलिए आज उनके बारे में विस्तार से जानेंगे कि उनकी पढ़ाई लिखाई परिवार और उनका राजनीतिक करियर कब और कहां से शुरू हुआ. रेखा गुप्ता का जन्म और पढ़ाई (Delhi New CM Rekha Gupta) रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जुलाना में हुआ था. रेखा गुप्ता के पिता दिल्ली में नौकरी किया करते थे जिसकी वजह से पूरा परिवार यहां शिफ्ट हो गया. रेखा गुप्ता की पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से उन्होंने कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया था. इसके बाद मैनेजमेंट एंड आर्ट्स में मास्टर्स की पढ़ाई कंप्लीट की थी. इसके अलावा बीकॉम और एलएलबी की डिग्री हासिल की है. रेखा गुप्ता का पूरा परिवार रेखा गुप्ता पर्सनल लाइफ के बारे में जाने तो उनकी शादी मनीष गुप्ता से 1998 में हुई थी. रेखा गुप्ता पेशे से एक वकील हैं और उनके पति मनीष स्पेयर पार्ट्स के कारोबारी हैं. रेखा और मनीष के दो बच्चे हैं एक बेटा और बेटी. बेटे का नाम निकुंज है और बेटी का नाम हर्षिता गुप्ता है. रेखा गुप्ता के माता-पिता की बात करें तो उनके पिता बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर हुआ करते थे और मां माता उर्मिला जिंदल गृहणी हैं. रेखा गुप्ता का राजनीतिक करियर रेखा गुप्ता ने अपने सफल राजनीतिक करियर की शुरुआत छात्र राजनीति से ही की थी. कॉलेज के समय में रेखा गुप्ता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी हुई थीं. इतना ही नहीं वह दिल्ली के विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. साल 2007 और 2012 में रेखा गुप्ता को दिल्ली नगर निगम का चुनाव उत्तरी पीतमपुरा से जीता मिली थी. साल 2015 और 2020 में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें शालीमार बाग सीट से हार का सामना करना पड़ा था. पहली बार रेखा गुप्ता साल 2025 में शालीमार बाग विधानसभा सीट से जीतने के बाद विधायक बनी हैं. अब उनका नाम दिल्ली की मुख्यमंत्री के लिए चुन लिया गया है. रेखा गुप्ता आज लेंगी शपथ भारतीय जनता पार्टी(BJP) ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता को वापस पाया है. आज रेखा गुप्ता दिल्ली के रामलीला मैदान में दिल्ली की मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण(Delhi New CM Rekha Gupta) की हैं. बता दें कि, रेखा गुप्ता पर अभी तक किसी तरह की करप्शन का कोई दाग नजर नहीं आया है. रेखा गुप्ता तीसरी ऐसी मुख्यमंत्री है जिनका संबंध हरियाणा से है. #WATCH | “Thank you Delhi,” says Delhi CM-designate Rekha Gupta moments before she takes oath as the Chief Minister. pic.twitter.com/0e6OIG8kU5 — ANI (@ANI) February 20, 2025 इससे पहले सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री थी जो हरियाणा से ताल्लुक रखती थीं इसके बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री थे जो हरियाणा से थे. अब रेखा गुप्ता भी तीसरी ऐसी मुख्यमंत्री हैं जो हरियाणा की है लेकिन दिल्ली की सत्ता संभालेंगी. यह भी पढ़ें – Delhi Traffic Advisory: कल दिल्ली को मिलेगा नया सीएम, शपथ समारोह के कारण जारी हुआ ट्रैफिक एडवाइजरी

Manipur CM N. Biren Singh Resignation
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Manipur CM N. Biren Singh Resignation: मणिपुर सीएम ने क्यों दिया इस्तीफा, थमने का नाम नहीं ले रहा हिंसा

Manipur CM N. Biren Singh Resignation: पिछले काफी समय से मणिपुर(Manipur) की खूब चर्चा हो रही है क्योंकि यहां पर कई हिंसक वारदातें देखने को मिल रही है. ऐसे में मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह(N. Biren Singh) ने अपना इस्तीफा दे दिया है. 20 महीने से मणिपुर की स्थिति सही नहीं है यहां पर हत्या की घटनाएं सामने आ रही है. इन सभी वारदातों के बाद अब रविवार 9 फरवरी को सीएम ने भी इस्तीफा(Manipur CM N. Biren Singh Resignation) दे दिया है. मणिपुर में मैतेई और कुकी समाज के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है. ऐसे में सीएम के इस्तीफा की मांग भी की जा रही थी. मुख्यमंत्री ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया था उनका कहना था कि राज्य में शांति कायम करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. 9 फरवरी को उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह(Amit Shah) को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. क्यों भड़की थी हिंसा (Manipur CM N. Biren Singh Resignation)   मणिपुर में दो समुदाय के बीच में एसटी कैटेगरी को लेकर खुद को श्रेणी में शामिल करने की मांग चल रही थी. मैतेई समुदाय की इस मांग का विरोध कुकी समुदाय लंबे समय से कर रहा था. इस मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा था और यह आदिवासी समूहों ने राज्य में अशांति फैला दी. मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के चुराचांदपुर दौरे से पहले ही विरोध किया गया था. इसी बीच मणिपुर में हिंसक वारदात शुरू हो गई थी. #WATCH | Moment when women supporting Manipur CM Biren Singh tore up his resignation letter pic.twitter.com/dB8IjWNmya — ANI (@ANI) June 30, 2023 कब कब हुई थी घटना 7 नवंबर 2022 को मणिपुर में 1970 और 1980 में एक आदेश पारित किया गया था. ऐसे में चुराचंदपुर और खौपुर संरक्षित वन गांव से बाहर कर दिया गया था.इसके बाद फरवरी 2023 में जिले में वनवासियों को अतिक्रमणकारियों घोषित करते हुए बेदखल का अभियान चलाया गया था. मार्च 2023 में मणिपुर कैबिनेट उग्रवादी समूह के साथ ऑपरेशन निलंबन समझौते से हटाने का फैसला लिया गया था. 10 मार्च 2023 में मणिपुर सरकार कुकी नेशनल आर्मी जूनियर रिवॉल्यूशनरी फ्रंट के साथ ऑपरेशन को लेकर पीछे हट गई थी.20 अप्रैल 2023 को मणिपुर हाई कोर्ट के एक जज ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का विचार किया था.इसके बाद 28 अप्रैल 2023 को मणिपुर के ज्यादातर जिलों में 144 लागू किया गया था और इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया था. इस बीच प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई थी गैस के गोले भी फेंके गए थे. मई 2023 में जातीय हिंसा भड़क गई थी. ऐसे में दंगा हत्या सामूहिक बलात्कार जैसे घटनाएं हुई थी.3 मई 2023 में मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच में हिंसा भड़क गई थी और कई लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा 4 मई 2023 को मणिपुर सरकार ने हिंसा भड़काने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया था. जुलाई 2023 में हमले का एक वीडियो सामने आया था जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान रह गया था. इस वीडियो में कुकी समुदायों की महिलाओं को नग्न अवस्था में करके मैतेई समुदाय ने परेड कराया था.20 जुलाई 2023 में मणिपुर में मुख्यमंत्री ने इंटरनेट की सुविधा बंद कर दी थी ताकि हिंसा जन्म ना ले. इसके बाद 29 जुलाई 2023 को कुकी महिलाओं को नग्न अवस्था में करके घुमाया गया था. इसके बाद अगस्त 2023 में दोनों समुदायों के बीच शांति समझौता किया गया था. इसके बाद 7 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से संज्ञान लिया गया और एक समिति का गठन किया गया.7 सितंबर 2023 को दोनों समुदायों के बीच झड़प हुई थी. 5 अक्टूबर 2023 को ह्यूमन राइट्स अलर्ट के दौरान तोड़फोड़ की गई थी. फिर 11 नवंबर 2023 को हथियारबंद लोगों ने रिलीफ कैंप पर हमला किया था जिसके बाद हड़कंप मच गया था. 17 सितंबर 2024 को गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर के हालात को देखते हुए दोनों समुदायों के बीच बातचीत को जरूरी समझा था. 31 दिसंबर 2024 को मुख्यमंत्री ने जातीय हिंसा को लेकर राज्य के लोगों से माफी मांगी थी.जनवरी 2025 में मणिपुर के सीएम वीरेन सिंह ने नागा नेताओं से संकट को हल करने की मदद की अपील की है. इसके अलावा 17 जनवरी 2025 को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुकी परिषद के सदस्यों से यह भी कहा कि संघर्ष ग्रस्त मणिपुर में हिंसा को खत्म करने की जरूरत है.8 फरवरी 2025 को मणिपुर के मुख्यमंत्री ने यह कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में शांति बहाल करने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद 9 फरवरी 2025 को मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.

Delhi Results 2025
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Delhi Results 2025: केजरीवाल और सिसोदिया की हार, इस बार छाई बीजेपी सरकार

Delhi Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए बड़ा झटका साबित हो रहे हैं. पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) चुनाव हार चुके हैं. उनके हारने के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में निराशा का माहौल है. यह पहली बार है जब केजरीवाल को इतनी बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. विपक्ष ने इसे political shift करार दिया है और इसे दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है. मनीष सिसोदिया भी नहीं बचा सके अपनी सीट (Delhi Results 2025)   पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) भी इस चुनाव में हार गए हैं . उन्हें महज 600 वोटों के अंतर से शिकस्त मिली. मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं और दिल्ली के शिक्षा और वित्त मंत्री के रूप में उनकी भूमिका काफी अहम रही है. उनकी हार पार्टी के लिए एक और बड़ा झटका मानी जा रही है. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि corruption allegations और अन्य मुद्दों के कारण आम आदमी पार्टी को यह नुकसान झेलना पड़ा है. सौरभ भारद्वाज भी मुश्किल में   बता दे की आम आदमी पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता अवध ओझा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है. उन्होंने कहा कि जनता का फैसला सर्वोपरि है और वह इसे स्वीकार करते हैं. दूसरी तरफ दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज भी अपनी सीट पर संघर्ष कर रहे हैं और ऐसा माना जा रहा है कि वह भी lose election कर सकते हैं. इससे पार्टी की स्थिति और कमजोर हो सकती है. बीजेपी की बड़ी जीत हुआ सत्ता परिवर्तन तय   आपको बता दे की इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शानदार प्रदर्शन किया है. पार्टी को बहुमत मिलता दिख रहा है और दिल्ली में power shift लगभग तय माना जा रहा है. बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है. पार्टी का कहना है कि दिल्ली की जनता ने इस बार बदलाव के लिए वोट दिया है और आम आदमी पार्टी की नीतियों से नाखुश थी. सीएम अतिशी की हुई जीत   हालांकि इस नतीजों के बीच आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री अतिशी ने चुनाव जीत लिया है. उनकी जीत को पार्टी के लिए संजीवनी माना जा रहा है. लेकिन यह देखना होगा कि इस हार के बाद पार्टी का भविष्य क्या होगा और क्या अरविंद केजरीवाल इस political setback से उबर पाएंगे. यह भी पढ़ें – Weather Update Alert: होली से पहले लगेगी ठंड का झटका, जानिए कहां होगी बारिश

Delhi Vidhan Sabha Election
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Delhi Vidhan Sabha Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल हुए तैयार, जानिए किन-किन पार्टी ने जनता से किये बड़े-बड़े वादे

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Vidhan Sabha Election) प्रचार अब शुरू हो चुका है. सभी राजनीतिक पार्टियां लोगों को लुभाने के लिए तरह-तरह के चुनाव प्रचार कर रही हैं. चुनाव प्रचार के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) कांग्रेस(Congress) और आम आदमी पार्टी (AAP) जीतने के लिए कमर कस चुके हैं. तीनों ही बड़े राजनीतिक दल हैं और अपनी अपनी जीत के लिए हर संभव कोशिश में लगे हैं. सभी राजनीतिक पार्टियों महिलाओं को लोभ देने के लिए तरह-तरह के वादे कर रही है. बीजेपी का संकल्प पत्र (Delhi Vidhan Sabha Election) भाजपा अपने दावे में यह कह रही है कि अगर दिल्ली में सरकार बन गई तो महिला समृद्धि योजना चलाई जाएगी जिसके तहत हर महीने ₹25,00 दिए जाएंगे. इसके अलावा अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार जीत हासिल करती है तो कैबिनेट की पहली बैठक में ही महिला समृद्धि योजना को मंजूरी दे दी जाएगी. बीजेपी ने महिलाओं से यह वादा किया है कि घरेलू गैस सिलेंडर में ₹500 की सब्सिडी मिलेगी. इसके अलावा होली और दीपावली पर फ्री में गैस सिलेंडर दिया जाएगा. गर्भवती महिलाओं को 21,000 रुपए दिए जाएंगे और उनकी न्यूट्रिशन किट का भी ध्यान रखा जाएगा. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहना है कि दिल्ली में सरकार आने पर वह अटल कैंटीन योजना लॉन्च करेंगे. झुग्गियों के लोगों को ₹5 में राशन दिया जाएगा. बीजेपी ने अपने दावे में यह भी कहा है कि वह बुजुर्गों को ₹3000 की पेंशन देगी. क्या है कांग्रेस सरकार का वादा कांग्रेस ने भी जनता से खूब बड़े वादे किए हैं उन्होंने कहा है कि सरकार आने पर प्यारी दीदी योजना के तहत महिलाओं को ₹25,00 दिया जाएगा. कांग्रेस का यह वादा है कि ₹500 में गैस सिलेंडर दिया जाएगा. अगर दिल्ली में सरकार आती है तो कांग्रेस 300 यूनिट बिजली फ्री कर देगी. इसके अलावा कांग्रेस का यह भी वादा है कि वह युवा उड़ान योजना के तहत हर महीने युवाओं को 8500 देंगे. कांग्रेस ने जनता से यह भी वादा किया है कि वह राशन किट में 5 किलो चावल 2 किलो चीनी 1 लीटर सरसों का तेल और 6 किलो दाल मुहैया कराएंगे. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि जीवन रक्षा योजना के तहत दिल्ली वासियों को 25 लख रुपए मुक्त दी जाएगी जो हेल्थ स्कीम है. क्या है आम आदमी पार्टी की गारंटी राजनीतिक वादों को लेकर आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं है उन्होंने महिला सम्मान योजना के तहत 21,00 देने का वादा किया है.इसके अलावा महिलाओं को डीटीसी बसों में फ्री में यात्रा करने की स्कीम जारी की जाएगी.आम आदमी पार्टी संजीवनी योजना के तहत 60 साल से ऊपर की महिलाओं और पुरुषों को प्राइवेट अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा देगा. इसके अलावा 200 यूनिट फ्री बिजली 20 हजार लीटर पानी दिया जाएगा. आप सरकार ने यह भी वादा किया है कि बच्चों को फ्री शिक्षा स्कीम दी जाएगी. केजरीवाल ने अपनी गारंटी में यह भी कहा है कि पानी के गलत बिल को माफ किया जाएगा वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लाई जाएगी.इसके अलावा बुजुर्गों को फ्री में तीर्थ यात्रा और मंदिर के पुजारी गुरुद्वारे के ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपए दिया जाएगा.

Indira Bhawan Congress Headquarter
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Indira Bhawan Congress Headquarter: इस जगह पर बना कांग्रेस पार्टी का नया मुख्यालय, इंदिरा भवन का दिया नाम

Indira Bhawan Congress Headquarter: कांग्रेस(Congress) पार्टी ने अपना नया कार्यालय तैयार कर दिया है और उद्घाटन का समय भी नजदीक आ चुका है. कोटला रोड में कांग्रेस पार्टी का नया मुख्यालय बनाया गया है जिसका उद्घाटन भी किया जाएगा. इसमें कार्यालय का नाम इंदिरा भवन (Indira Bhawan) घोषित किया गया है. अभी जो कांग्रेस पार्टी का कार्यालय है वह 24 अकबर रोड पर है. कांग्रेस पार्टी ने लंबे समय तक अपने इस कार्यालय से काम किया था. बता दें कि, अकबर रोड का इतिहास रहा है 47 साल पहले इंदिरा गांधी के आपातकाल के दौरान यहां कार्यालय का स्थानांतरण किया गया था. इंदिरा भवन को लेकर बोले कांग्रेस नेता (Indira Bhawan Congress Headquarter)   कांग्रेस पार्टी के नए मुख्यालयI(ndira Bhawan Congress Headquarter) को लेकर कांग्रेस नेता ने अपना बयान दिया है. कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा(Partap Singh Bajwa) ने कहा है कि, “यह एक बहुत ही अच्छा संकेत है देश को जीवंत विपक्ष की जरूरत है. धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रवादी टैक्टर के लिए यह एक अच्छा अवसर है.” इसके अलावा पार्टी की नेता अंबिका सोनी ने कहा है कि, “कांग्रेस पार्टी के लिए यह बहुत अच्छी खबर है नया चरण काफी अच्छा होगा.” कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने भी कहा, “24 अकबर रोड ऐतिहासिक था और हमेशा ऐतिहासिक ही रहेगा. इस जगह से हमें कर प्रधानमंत्री मिले हैं 24 साल सत्ता में रहे हैं.” #WATCH | Delhi: On the new Congress headquarters, Congress MP Ranjeet Ranjan says, “24, Akbar Road was historic and will remain historic. It gave us 4 Prime Ministers, we were in power for 24 years and in the opposition for 22 years…We had good days and bad days, both in that… pic.twitter.com/Ce5Ab2cfaI — ANI (@ANI) January 15, 2025 जुड़े हैं कई इतिहास   24 अकबर रोड से कई इतिहास जुड़े हुए हैं जिसमें सबसे अहम इंदिरा गांधी का किरदार रहा है. इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का किस जगह से पुनरुत्थान हुआ था. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी वहीं संजय गांधी की असामयिक मौत भी हुई थी. इस जगह से राजीव गांधी का प्रधानमंत्री के रूप में उभर कर सामने आना और साल 1991 में उनकी हत्या होना. साल 1991 2004, 2009 में सरकार का गठबंधन होना और पार्टी का सत्ता में आना.

Mahakumbh 2025 Controversy
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Mahakumbh 2025 Controversy: महाकुंभ मेले में मुलायम सिंह की मूर्ति से मचा बवाल, इस हद तक बढ़ गई बात

Mahakumbh 2025 Controversy: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आज महाकुंभ मेले की शुरुआत हो चुकी है. देश विदेश से भक्ति महाकुंभ के इस मेले में शामिल होने आते हैं. लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां स्नान करने आते हैं. महाकुंभ के दिनों में त्रिवेणी संगम के दौरान स्नान कर पूजा अर्चना की जाती है. इस धार्मिक माहौल के बीच अब राजनीतिक विवाद भी शुरू हो चुका है. महाकुंभ के मेले में समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व दिवंगत मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh) की मूर्ति की वजह से यह विवाद (Mahakumbh 2025 Controversy) खड़ा हो गया है. मूर्ति को लेकर अखाड़ा परिषद की तरफ से निंदा का सामना करना पड़ा है. महाकुंभ का क्या है पूरा मामला (Mahakumbh 2025 Controversy) प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मुलायम सिंह यादव की मूर्ति को स्थापित किया गया है. मुलायम सिंह यादव की यह मूर्ति 3 फुट की बनाई गई है और सेवा संस्थान शिविर में स्थापित किया गया है. इस मूर्ति को लेकर सपा नेता माता प्रसाद पांडे ने ऐसा कहा है कि सभी श्रद्धालु मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देंगे. प्रयागराज कुंभ मेला क्षेत्र में लगे श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान के शिविर में नेता प्रतिपक्ष श्री माता प्रसाद पांडेय जी ने नेता जी की प्रतिमा का किया अनावरण। नेता जी अमर रहें! pic.twitter.com/hnue1glWux — Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 12, 2025 अखाड़ा परिषद ने खड़ा किया विवाद अखाड़ा परिषद की तरफ से महाकुंभ (Mahakumbh 2025 Controversy) मेले में लगे मुलायम सिंह की मूर्ति को लेकर निंदा जताई गई है. बता दें कि, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने अपने जवाब में कहा है कि, “मुलायम सिंह यादव की मूर्ति इसलिए लगाई गई है क्योंकि हमें कुछ याद दिलाया जा रहा है, हमें लघुलुहान किया गया था. हम मुलायम सिंह का विरोध नहीं करते हैं वह हमारे देश के मुख्यमंत्री थे लेकिन इस मूर्ति को लगाना गलत है. इस बात को भी हर कोई जानता है कि राम मंदिर में उनका क्या योगदान था वह शुरू से ही हिंदू विरोधी और सनातन विरोधी रहे हैं.”

Delhi Vidhan Sabha Election
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Delhi Vidhan Sabha Election: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में होगा त्रिकोणीय मुकाबला, किसे जाएगा ममता और अखिलेश का समर्थन

Delhi Vidhan Sabha Election: दिल्ली में विधानसभा चुनाव(Delhi Vidhan Sabha Election) होने वाले हैं जो 5 फरवरी से शुरू हो रहा है. वोटिंग के बाद 8 फरवरी को चुनावी नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे. इस चुनाव के शुरू होते ही राजनीतिक गलियारे में आफत मच गई है. दो आम आदमी पार्टी(AAP) और कांग्रेस(Congress) एक दांत की रोटी खाते थे आज वह चुनावी मैदान में आमने-सामने हो गए हैं. ममता बनर्जी और अखिलेश का समर्थन   आने वाले चुनाव में देखा जाए तो सबसे ज्यादा संकट के बदले इंडिया की दो पार्टियों पर नजर आ रहा है. भले ही दिल्ली की राजनीति से इनका कोई लेना-देना नहीं है फिर भी यह तय नहीं कर पा रहे हैं की चुनाव में कांग्रेस की तरफ जाना है या फिर आम आदमी पार्टी के समर्थन में वोट देना है. लेकिन दोनों ही पार्टियों ज्यादा अंधेरे में नहीं है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने अपना ऐलान कर दिया है कि वह अपना समर्थन आम आदमी पार्टी को दे रहे हैं. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने भी आम आदमी के साथ हाथ मिला लिया है. क्या है संजय राउत की नसीहत   उद्धव की शिवसेना यह तो नहीं कर पा रही है की किसके पक्ष में जाना है इसलिए नेता भी बयान देने से बच रहे हैं. लेकिन संजय रावत ने नसीहत दी है की कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मर्यादा में चुनाव लड़े तो ज्यादा बेहतर होगा. वहीं, तेजस्वी यादव का कहना है कि चुनाव के लिए गठबंधन का कोई अस्तित्व नहीं दिख रहा है. पृथ्वीराज चव्हाण का बयान   अब कांग्रेस के लिए गड़बड़ी शुरू हो गई है क्योंकि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता पृथ्वीराज चौहान ने यह साफ कर दिया है कि वह दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की जीत देखेंगे. इस बयान को लेकर जब बवाल शुरू हुआ तो उन्होंने ऐसा बताया कि बयान को ही गलत तरीके से देखा गया है. चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला (Delhi Vidhan Sabha Election)   दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी की दिग्गज टीम चुनाव के मैदान में आ रही है. कांग्रेस की तरफ से शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उतरते हुए दिख रहे हैं.

PM Modi Andhra pradesh Tour
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PM Modi Andhra Pradesh Tour: लोगों को पीएम मोदी का बड़ा तोहफा, आंध्र प्रदेश उड़ीसा की यात्रा के दौरान मिलेगी बड़ी सौगात

PM Modi Andhra Pradesh Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समय-समय पर वर्ल्ड टूर करते रहते हैं और बड़ी सौगात देते हैं. एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी(PM Modi) आंध्र प्रदेश और उड़ीसा राज्य के दौरे (PM Modi Andhra Pradesh Tour) पर जाने वाले हैं. पीएम मोदी का यह दौरा 8 जनवरी यानी की आज के दिन से शुरू होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 2 लाख करोड रुपए की सौगात देने वाले हैं. इसके अलावा पीएम मोदी 9 जनवरी को उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में भारतीय दिवस सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाएंगे. प्रधानमंत्री का आंध्र प्रदेश दौरा (PM Modi Andhra Pradesh Tour)   आज 8 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 5:30 पर भी विशाखापट्टनम में 2 लाख करोड रुपए की परियोजना का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. बता दें कि, पीएम मोदी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड हाइड्रोजन की आधारशिला रखेंगे. इस परियोजना में एक बड़ा निवेश किया जा रहा है.  इतना ही नहीं आंध्र प्रदेश की परियोजना में भी अधिक लागत के साथ सड़क परियोजना का लोकार्पण किया जाएगा. कब है पीएम मोदी का ओडिशा दौरा   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को ओडिशा दौरा करने वाले हैं. इस दौरान 18वां प्रवासी भारतीय दिवस राज्य सरकार के साथ हिस्सेदारी करेगी. यह कार्यक्रम 10 जनवरी 2025 को भुवनेश्वर में किया जाएगा. यह भारत का सबसे बड़ा कार्यक्रम है जिसमें भारतीय प्रवासी और देशवासी एक दूसरे से बातचीत करते हैं. इन लोगों को बात करने के लिए एक बड़ा मंच मिलता है. 50 से भी ज्यादा देश के लोग बड़ी संख्या में सम्मेलन का हिस्सा बनते हैं. भारतीय एक्सप्रेस को दिखाएंगे हरी झंडी   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस का उद्घाटन करेंगे और हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ करेंगे. यह प्रवासियों के लिए एक विशेष तरह का ट्रेन है जिसमें काफी अच्छी सुविधा भी है. इस ट्रेन को दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से चलाया जाएगा. इसके अलावा यह धार्मिक महत्व से कई स्थलों पर यात्रा करेगी.

Protest In Bihar For BPSC Exam
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Protest In Bihar For BPSC Exam: बिहार में एक बार फिर प्रदर्शन हुआ जारी, बीपीएससी परीक्षा को दुबारा कराने की मांग

Protest In Bihar For BPSC Exam: BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर बड़ी सेना खड़ी हो गई है. इस पक्ष के समर्थक प्रदर्शन (Protest In Bihar For BPSC Exam) करना शुरू कर चुके हैं. बिहार में कई जगह पर ट्रेन को रोका गया है. प्रदर्शनकारियों का यह कहना है कि इस परीक्षा को दुबारा कराया जाए. इसके अलावा पटना के गांधी मैदान में जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर धरना प्रदर्शन लेकर बैठे हुए हैं. इसके अलावा छात्रों के समर्थन पप्पू यादव(Rajesh Ranjan) प्रदर्शन का ऐलान कर चुके हैं. जगह-जगह पर चक्का जाम लगाया गया है और ट्रेनों को रोका गया है. सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी (Protest In Bihar For BPSC Exam)   पप्पू यादव का इस मामले में कहना है कि बिहार के अलावा पूरे देश के छात्रों को लेकर चिंता हो रही है. यह लड़ाई वह लोग सिर्फ परीक्षा के लिए ही नहीं बल्कि छात्रों के भविष्य के लिए लड़ रहे हैं. उनका यह भी कहना है की कोचिंग माफिया और अधिकारियों से मिलकर राजनेता उनके भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं. पेपर लीक का मामला लंबे समय से चला आ रहा है जिस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इसके अलावा यह भी कहा गया कि, लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है. प्रशांत किशोर का अनशन   जन सुराज के कर्ताधर्ता प्रशांत किशोर ने यह भी कहा है कि हम लोग अपना काम कर रहे हैं और हमें अपना काम करने दीजिए. यह अनशन भी जारी रहेगा अभी तक कोई हमारे पास नहीं आया है और आएगा तो देखा जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले ढाई साल से वह बिहार में काम कर रहे हैं. प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि नितेश कुमार काम नहीं करना चाहते हैं वह केवल सत्ता में बने रहना चाहते हैं यही वजह है की कोविड के समय में भी लोगों को बिल्कुल मदद नहीं मिली थी.

Yogi Government Big Announcement
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Yogi Government Big Announcement: यूपी में सख्त हुई योगी सरकार, ई-रिक्शा चालकों के लिए किया बड़ा ऐलान

Yogi Government Big Announcement: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi) ने 75 जिलों में ई रिक्शा चालकों को लेकर 1 जनवरी से बड़ा ऐलान किया है. सीएम ने राज्य परिषद की बैठक के दौरान यह फैसला लिया है. योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर निर्देश(Yogi Government Big Announcement) दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कहना है कि, बैठक को 5 जनवरी तक खत्म किया जाएगा. इसके बाद 6 से 10 जनवरी तक स्कूल और कॉलेज में सड़क सुरक्षा को लेकर नियम और जागरूकता आयोजित किए जाएंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ के यह दिशा निर्देश महाकुंभ यातायात व्यवस्था को भी बेहतर बनाने की तरफ एक कदम है. सड़क दुर्घटना गंभीर समस्या   सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़क दुर्घटना को लेकर चिंता जताई है. सीएम का यह कहना है कि हर साल 23 से 25 हजार लोगों की मौतें सड़क दुर्घटना की वजह से हो रही है. सड़क सुरक्षा को सिर्फ लखनऊ तक ही सीमित नहीं रखा जाएगा बल्कि पूरे प्रदेश में इसे संपन्न बनाया जाएगा. सीएम का कहना है कि, सड़क सुरक्षा की बैठक की जाएगी जिसमें पुलिस अधीक्षक नगर आयुक्त आरटीओ पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी शामिल होंगे. इसके अलावा जनपद में हुए कार्यों को लेकर भी 3 महीने पर मूल्यांकन किया जाएगा. पीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश (Yogi Government Big Announcement)   1. योगी आदित्यनाथ का यह कहना है कि उन जगहों को निशाना बनाया जाएगा जहां पर ज्यादा दुर्घटनाएं हो रही है. दुर्घटना का कारण पता किया जाएगा और कार्य योजना बनाई जाएगी. इसके अलावा ई-रिक्शा पर विशेष ध्यान देना होगा. 2. सड़कों पर सिगनेज लगाया जाएगा जिससे आने जाने वालों को सहूलियत मिलेगी. ई-रिक्शा चालुक्य द्वारा किए गए ओवरलोडिंग को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्हें टर्निंग पॉइंट पर ही रोक दिया जाएगा. ओवरलोड होने की वजह से ही कई दुर्घटनाएं होती है. 3. इसके अलावा हेलमेट सीट बेल्ट और सड़क सुरक्षा को लेकर अन्य मानकों पर भी ध्यान दिया जाएगा.

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