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Job Scam Allegations
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Job Scam Allegations: गोवा की CM की पत्नी ने बढ़ाई संजय सिंह की मुश्किलें, ठोका मनहानी का केस

Job Scam Allegations: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) की पत्नी सुलक्षणा सावंत (Sulakshana Sawant) ने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह(Sanjay Singh) की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. संजय सिंह के खिलाफ 100 करोड रुपए की मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है. कोर्ट की तरफ से इस मामले में संजय सिंह को नोटिस भी जारी (Job Scam Allegations) किया गया है. नोटिस का जवाब देने के लिए संजय सिंह को 10 जनवरी 2025 तक का समय दिया गया है. बता दें कि, 4 दिसंबर को संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही कैश फॉर जॉब घोटाले को लेकर गोवा के सीएम पर आरोप लगाए थे. ड्रेस कांफ्रेंस के दौरान संजय सिंह ने सीएम की पत्नी सुलक्षणा सावंत का भी नाम रिवील किया था. सुलक्षणा की डिमांड माफी मांगे संजय सिंह(Job Scam Allegations)   कोर्ट में सुलक्षणा सावंत ने संजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उन्होंने अपनी शिकायत में नेशनल और रिजिनल चैनल समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कही गई बात को लेकर शिकायत दी है. सुलक्षणा सावंत का कहना है कि यह उनकी छवि को खराब करने जैसा है. सुलक्षणा सिंह ने कोर्ट में यह भी अपील की है कि संजय सिंह को बिना किसी शर्त के माफी मांग लेनी चाहिए. #WATCH | Panaji, Goa: Goa Chief Minister Pramod Sawant’s wife files Rs 100-crore defamation case against AAP MP Sanjay Singh | Krishna V. Salkar, BJP MLA says, ” In the job scam, CM’s wife had come and allegations were made on her and it is not right. Till now we have seen… pic.twitter.com/tSiJzwnLoO — ANI (@ANI) December 17, 2024 लोगो को किया गया मजबूर   वहीं गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने मामले को लेकर कहा है कि कैश फॉर जॉब मामले में उनके परिवार का कोई लेना देना नहीं है. जो लोग उन पर झूठे आरोप लगा रहे हैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी भी दी थी. सीएम ने यह भी बताया कि पुलिस इस मामले की पूरी तरह से जांच कर रही है. कई उम्मीदवार है जिन्होंने गोवा में ही एफआईआर दर्ज कराई थी. इनमें वह लोग शामिल थे जिन्हें नौकरी के बाद में लाखों का भुगतान करने पर मजबूर किया गया था.

Bees Attack Congress Workers
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Bees Attack Congress Workers: उड़ीसा से सामने आया अजीबो गरीब मामला, मधुमक्खियों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किया परेशान

Bees Attack Congress Workers: अक्सर भारत में किसी न किसी मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन होता रहता है. प्रदर्शनकारियों को भी जोश में देखा जाता है। प्रदर्शनकारी मांग करते हैं, धरना देते हैं, इस तरह के प्रदर्शन के बारे में आपने सुना होगा. लेकिन उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर से एक अजीबो गरीब मामला सामने आ रहा है जहां प्रदर्शनकारियों को आखिर में हार माननी पड़ती है और धरने से उठाना पड़ता है. विरोध प्रदर्शन के दौरान मक्खियों का हमला चारों तरफ अफरा तफरी मचा देता है. प्रदर्शन के दौरान हुआ यह वाक्य   भुवनेश्वर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. मिली जानकारी के मुताबिक, आईएएस अधिकारी विष्णुपद सेठी के घर पर प्रदर्शन किया जा रहा था. प्रदर्शन के दौरान ही मधुमक्खियों का हमला शुरू हो गया जिससे बचने के लिए सभी प्रदर्शनकारी, पुलिसकर्मी और मीडिया कर्मी जगह से उठ गए. मधुमक्खियों के हमले से हर तरफ अफरा तफरी मच गई. Bee-ware of protests! Congress workers in #Bhubaneswar attacked by swarm of bees 🐝#Odisha #congresskelaggaye pic.twitter.com/ad793gLIUi — Amit Sahu🇮🇳 (@amitsahujourno) December 16, 2024 मधुमक्खियों ने हटाया कांग्रेस का झंडा(Bees Attack Congress Workers)   प्रदर्शन के दौरान मधुमक्खियों के हमले की वजह से कांग्रेस(Congress ) का झंडा भी हटता हुआ नजर आता है. इस झंडे को मधुमक्खियां हटाने की कोशिश करती हैं. सभी लोग जगह से उठ खड़े होते हैं और अपनी अपनी बाइक स्टार्ट करके मौके से निकल जाते हैं. इस दौरान कई कार्यकर्ता मधुमक्खियों के हमले से बचने के लिए कांग्रेस के पोस्टर को ओढ़ते हुए नजर आते हैं. क्या था पूरा मामला   आईएएस अधिकारी विष्णुपद सेठी को सीबीआई की तरफ से 10 लाख रुपए का नोटिस दिया गया था. इस फैसले के बाद ही हर कोई उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगा और प्रदर्शन पर बैठ गए. प्रदर्शनकारियों ने इस अधिकारी के घर पर लाठी डंडे भी फेके. मधुमक्खियों के हमले से प्रदर्शन को बीच में ही छोड़ लोग चले गए.

Public Sector Banks
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Public Sector Banks: राहुल गांधी के घेरे में आई मोदी सरकार, वित्त मंत्रालय ने दिखाया रिपोर्ट कार्ड का आईना

Public Sector Banks: राजनीतिक उथल-पुथल एक बार फिर से बढ़ गई है जब पीएम मोदी(PM Modi) राहुल गांधी(Rahul Gandhi) के घेरे में आए हैं. बता दें कि, सरकारी बैंकों का ग्रॉस एनपीए सामने आया है जो की काफी नीचे गिर चुका है. साल 2024 से 2025 के सितंबर महीने की बात करें तो इस दौरान पब्लिक सेक्टर के बैंक का ग्रॉस एनपीए काफी घट चुका है. ग्रॉस  3.12 फीसदी रहा है. वहीं, यह साल 2018 मार्च के महीने में 14.98 फीसदी रहा था. साल 2023 और 24 में सरकारी बैंक के परफॉर्मेंस की बात करें तो मुनाफा रिकॉर्ड 1.41 लाख करोड़ रुपए के पास रहा था. यही मुनाफा रिकॉर्ड साल 2022 से 23 में 1.05 लाख करोड़ रुपए था. अब ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि सरकारी बैंकों की परफॉर्मेंस काफी स्लो हो गई है. राहुल गांधी ने किया सवाल   बैंक यूनियन के लोग विपक्षी नेता राहुल गांधी से मिले इस दौरान पब्लिक सेक्टर के बैंकों की हालत, ट्रांसफर पॉलिसी, पारदर्शिकता, कर्मचारियों की कमी और बैंकों के कामकाज के मामले में कई मुद्दे उठाए थे. अब राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट के जरिए बीजेपी सरकार को घेर लिया है. राहुल गांधी के बाद वित्त मंत्रालय की तरफ से सरकारी बैंकों की परफॉर्मेंस को लेकर भी रिपोर्ट कार्ड सामने आया है. Public Sector Banks were designed to give every Indian access to credit. The Modi government has turned these lifelines of the masses into private financiers for only the rich and powerful corporations. I met with a delegation from the All India Banking Officers Confederation,… pic.twitter.com/oGbciXRfup — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 11, 2024 राहुल गांधी पर हुआ पलटवार   राहुल गांधी ने जो पब्लिक सेक्टर की बैंकों के हालात पर सवाल खड़े किए थे इस मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान राहुल गांधी पर जोरदार हमला किया. निर्मला सीतारमण ने भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है. पोस्ट में उन्होंने बताया कि राहुल गांधी की बयानबाजी सामने आ रही है. भारत की बैंकिंग की बात की जा रही है जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई सुधार किए गए हैं. सरकारी बैंकों का रिपोर्ट कार्ड(Public Sector Banks)   वित्त मंत्रालय की तरफ से सरकारी बैंकों के लिए रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया. साल 2015 से शुरुआत करके बैंकों में पारदर्शिता दिखाई गई. एनपीए सरकार की पहचान और बैंकों की चुनौतियों का समाधान करने के लिए कई रणनीतियां अपनाई गई है जिनमें रेजोल्यूशन और रिकवरी दोनों चीज शामिल है. इतना ही नहीं वित्त मंत्रालय के मुताबिक सरकार बैंकिंग सेक्टर में सुधार कर रही है.

Former Karnataka CM SM Krishna Passed Away
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Former Karnataka CM SM Krishna Passed Away: कर्नाटक के पूर्व सीएम का हुआ निधन, अपनी आखिरी पत्र में कही ये बात

Former Karnataka CM SM Krishna Passed Away: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कंडावर कांग्रेस के नेता रह चुके एसएम कृष्णा(SM Krishna) का आज 10 दिसंबर की सुबह को आवास पर निधन हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने दोपहर 2:45 पर अपनी आवाज से स्थान पर आखिरी सांस ली थी. आखरी बार वह 11 अक्टूबर 1999 20 में 2004 के बीच तक उन्होंने कर्नाटक के सीएम के तौर पर काम किया था. इसके अलावा वह महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे थे. बता दें कि, राजनेता की तबीयत काफी समय से खराब चल रही थी जिस वजह से वह बीमार थे. एमएस कृष्ण के निधन के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और प्रियंक खरगे ने शोक भी व्यक्त किया है. एसएम कृष्णा का आखिरी पत्र एसएम कृष्णा 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए. निधन के पीछे फेफड़ों में संक्रमण होने की वजह सामने आई है वह इस बीमारी से लंबे समय तक जूझ रहे थे. हाल ही में एस कृष्ण का आखिरी पत्र सामने आया है. उन्होंने मांड्या ज़िला प्रशासन को एक पत्र लिखा था जो मांड्या में आयोजित होने वाला 87 अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन की सफलता को लेकर लिखा गया था. पूर्व मुख्यमंत्री ने सम्मेलन की सफलता को लेकर भी शुभकामना दी थी. मांड्या में हो रहा था साहित्यिक कार्यक्रम एसएम कृष्णा ने अपने पत्र में लिखा था की साहित्यिक सम्मेलन सिर्फ एक सार्वजनिक मिला ही नहीं है बल्कि एक कन्नड़ भाषा की पहचान है. कन्नड़ भाषा के विद्वानों लेखकों रचनाएं इस साहित्य के माध्यम से सामने आती है. देश में जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ती जा रही है कन्नड़ आविष्कार भी इंटरनेशनल लेवल पर इस्तेमाल किया जा रहे हैं. कन्नड़ भाषा को शास्त्रीय दर्जा दिलाने के लिए कई सज्जनों ने अपनी कड़ी मेहनत की है जिसकी वजह से तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान हम कन्नड़ भाषा पर आधिकारिक मोहर लगाकर इसे शास्त्रीय दर्जा दे चुके हैं. लोगों को किया संबोधित इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे लिख मांड्या एक ऐसा जिला है जो अपने आदित्य और सत्कार के लिए जाना जाता है. इस जिले में रहने वाले लोग कन्नड़ भाषा का सम्मान करते हैं अतीत में आयोजित होने वाले साहित्य सम्मेलन में लोग भाग भी लेते हैं घरेलू उत्सव की तरह इसे मानते हैं. मैं इस सम्मेलन में भाग लेने वाले लोगों के उत्साह को देखकर बहुत प्रभावित हुआ हूं. यह एक तरह का एतिहासिक रिकॉर्ड है. साहित्य का अध्यक्ष को दी शुभकामनाएं एसएम कृष्णा ने कहा, मुझे यह खुशी है कि इस सम्मेलन का वर्तमान अध्यक्ष चन्नबसप्पा को चुना गया है. मैं उन्हें अपनी तरफ से शुभकामनाएं देता हूं. देश की समृद्ध साहित्यिक विरासत को मांड्या जिले का योगदान काफी बेहतरीन तरीके से मिल रहा है. जिन सज्जनों ने इस जिले का गौरव बढ़ाया है उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं.

Sukhbir Singh Badal Punishment
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Sukhbir Singh Badal Punishment: पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री को जूते और जूठे बर्तन साफ करने की मिली सजा

Sukhbir Singh Badal Punishment: पंजाब राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल (बादल) के पूर्व प्रधान सुखबीर सिंह बादल(Sukhbir Singh Badal) ने अपने साथियों के साथ में जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह द्वारा सुनाई गई धार्मिक सजा का पालन करते हुए आज अमृतसर स्थित दरबार साहिब में सेवा की. सजा के रूप में सुखबीर बादल और अन्य अकाली नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर माफी मांगते हुए सेवा कार्य में भाग लिया. मंगलवार को सुखबीर सिंह बादल,पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा और अन्य नेता अमृतसर के दरबार में पहुंचे. सभी नेताओं ने सेवादार का चोला पहना और गले में दोषी माफी वाली तख्ती लटकाई. जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के द्वारा दी गई सजा के तहत, सुखबीर सिंह बादल ने दरबार में चौकीदार की सेवा की. इसके बाद उन्होंने बर्तन साफ किए और जूते साफ किए . सुखबीर सिंह बादल के साथ-साथ अकाली दल के अन्य नेताओं ने भी जत्थेदार द्वारा दी गई सजा का पालन शुरू किया. इनमें अकाली दल के कार्यवाहक अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़, दलजीत सिंह चीमा और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे. इन नेताओं को दरबार साहिब के पास स्थित जनता शौचालयों की सफाई की सजा दी गई थी. जत्थेदार का आदेश और सजा का महत्व ज्ञानी रघुबीर सिंह ने अकाली दल के नेताओं को धार्मिक सजा सुनाते हुए उन्हें सिख सिद्धांतों और अनुशासन का पालन करने का निर्देश दिया था. यह सजा सिख परंपराओं में धार्मिक अनुशासन और आत्म-शुद्धि के लिए दी जाती है. जत्थेदार का मानना है कि इस प्रक्रिया से नेताओं को आत्म-निरीक्षण का अवसर मिलेगा और वे भविष्य में अनुशासन का पालन करेंगे. राजनीतिक और धार्मिक प्रभाव इस घटना को पंजाब राज्य में धार्मिक और राजनीतिक माहौल में महत्वपूर्ण भी माना जा रहा है. क्योंकि अकाली दल काफी लंबे समय से सिख पंथ और राजनीति से जुड़ा हुआ है,के नेताओं का इस तरह सार्वजनिक सेवा करना एक बड़ा संदेश है. यह कदम पार्टी की धार्मिक छवि को पुनः स्थापित करने और अपनी विश्वसनीयता को पुनर्जीवित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. सिख समुदाय और पंजाब की जनता इस घटना को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दे रही है.

Two Kids Rule For Election Candidates
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Two Kids Rule For Election Candidates: चुनाव को लेकर आंध्र प्रदेश में बदले नियम, दो से ज्यादा बच्चों वाले लोग लड़ सकते हैं इलेक्शन

Two Kids Rule For Election Candidates: आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू(Chandrababu Naidu) सरकार ने 1994 में एक कानून लागू किया था जिसमें दो से अधिक बच्चे वाले लोग चुनाव का हिस्सा नहीं बन सकते. अब इस नियम को खत्म कर दिया गया है. कानून के तहत कोई भी व्यक्ति जिसके दो या उससे अधिक बच्चे हैं वह चुनाव का हिस्सा बन सकते हैं. चंद्रबाबू नायडू (Two Kids Rule For Election Candidates) ने तीन दशक पुरानी नीति को समाप्त कर दिया है और नए कानून को संबोधित किया है. कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसके दो या उससे अधिक बच्चे हैं वह निकाय चुनाव लड़ सकते हैं. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होनी चाहिए समानता तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी(Revanth Reddy) ने गंभीर मुद्दा उठाया है कहा गया है कि शहरी स्थानीय और ग्रामीण के बीच समानता होनी चाहिए. अगर दो से अधिक बच्चों वाले कैंडिडेट शहरी चुनाव लड़ सकते हैं, तो ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा क्यों नहीं हो सकता ? इस तरह से तेलंगाना सरकार ने उचित फैसला लिया और सरकार ने इस नियम में बदलाव करने का फैसला किया. आंध्र सरकार दे चुकी है मंजूरी आंध्र प्रदेश विधानसभा दो बच्चों के नियम को हटाने का विधेयक पास किया है. सरकार ने यह भी कहा है की बदलती हुई सामाजिक आर्थिक व्यवस्था कल प्रजनन दर को देखते हुए किया गया है. वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जनसंख्या बढ़ाने के पक्ष में अपनी राय दी है. चंद्रबाबू नायडू का यह कहना है कि बेहतर जनसंख्या के लिए यह जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रजनन दर धीरे-धीरे कम होती जा रही है इसे बढ़ाना जरूरी है. फैसले से नाराज है हिंदू परिषद आंध्र प्रदेश सरकार ने जैसे ही दो बच्चों का नियम खत्म करने का फैसला लिया वैसे ही हिंदू परिषद ने अपनी नाराजगी जताई है. परिषद के महामंत्री सुरेंद्र जैन का कहना है कि, जनसंख्या नियंत्रण को लागू करना जरूरी है नहीं तो फैसले का फायदा जेहादी उठाएंगे. दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने की वजह से डेमोग्राफिक बैलेंस भी बिगड़ जाएगा. इस तरह से देश को खतरा हो सकता है.

PM Modi Odisha Visit
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PM Modi Odisha Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय यात्रा के लिए ओडिशा रवाना, रोड शो तथा सम्मलेन में लेंगे भाग

PM Modi Odisha Visit: पीएम मोदी(PM Modi) उड़ीसा राज्य के भुवनेश्वर में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन(All India Conference) में भाग लेने के लिए ओडिशा के तीन दिवसीय दौरे पर निकल चुके हैं। पीएम मोदी आज शुक्रवार से तीन दिन के ओडिशा दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे राजधानी भुवनेश्‍वर में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्‍मेलन सहित कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। पीएम मोदी के साथ साथ सम्मेलन में गृहमंत्री अमित शाह(Amit Shah) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी भाग लें रहे हैं। यह कार्यक्रम लोक सेवा भवन में शुरू होगा।सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशक तथा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, अनुसंधान और विश्लेषण स्कंध (रॉ), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, सतर्कता ब्‍यूरो और एसपीजी के प्रमुख भी सम्मेलन में भाग लेंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों और पुलिस बलों की उभरती जिम्मेदारियों पर होगी चर्चा सम्‍मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों और पुलिस बलों की उभरती जिम्मेदारियों पर चर्चा होगी। सम्मेलन में आंतरिक सुरक्षा, साइबर अपराध, माओवादी खतरे, यांत्रिक बुद्धिमत्ता और ड्रोन जैसी उभरती तकनीकों के कारण पेश आ रही चुनौतियों पर भी विमर्श होगा। इसके साथ-साथ आतंकवाद से निपटने पर भी चर्चा होगी। इस वर्ष सम्मेलन में कुछ अनूठी विशेषताएं इस संबंध में पीएमओ की ओर से बताया गया है कि प्रधानमंत्री न केवल सभी योगदानों को ध्यान से सुनते हैं, बल्कि खुले और अनौपचारिक चर्चा के माहौल को बढ़ावा देते हैं, जिससे नए विचारों का उदय होता है। इस वर्ष सम्मेलन में कुछ अनूठी विशेषताएं भी जोड़ी गई हैं। योग सत्र, व्यावसायिक सत्र, ब्रेक-आउट सत्र और विषयगत भोजन तालिकाओं से शुरू होने वाले पूरे दिन का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा रहा है। इससे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को देश को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण पुलिसिंग और आंतरिक सुरक्षा मामलों पर अपने दृष्टिकोण और सुझाव प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुत करने का एक मूल्यवान अवसर भी मिलेगा। भुवनेश्वर में रोड शो दरअसल, पीएम नरेंन्द्र मोदी शुक्रवार को भुवनेश्वर में बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक रोड शो करेंगे। इसके बाद वह एक सभा को भी संबोधित कर सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने इस बात की जानकारी दी। मनमोहन सामल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 नवंबर को शाम करीब सवा चार बजे भुवनेश्वर पहुंचेंगे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वह एयरपोर्ट के पास एक सभा को संबोधित कर सकते हैं। पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक भाजपा के ओडिशा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने बताया कि पीएम मोदी बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास से राजभवन चौराहे तक रोड शो करेंगे। वह पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा आ रहे हैं। यह कार्यक्रम 29, 30 नवंबर और एक दिसंबर को भुवनेश्वर में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोभाल भी शामिल होंगे। मनमोहन सामल ने बताया कि शहर में अपने प्रवास के दौरान पीएम मोदी भुवनेश्वर में स्थित पार्टी कार्यालय में पार्टी सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक में भाग लेंगे।

Parliament Winter Session
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Parliament Winter Session: संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित, बुधवार को शुरू होगी कार्यवाही

Parliament Winter Session : संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है जो कि 25 नवंबर से 20 दिसंबर तक चलने वाला है. इस सत्र में वक्फ संशोधन विधेयक सहित 16 विधेयकों की सूची तैयार हैं. इस शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करवाने की कोशिश करेगी.सोमवार से शुरू हुए शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले रविवार की शाम को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक का भी आयोजन किया गया था. जिसमें विपक्ष की तरफ से मणिपुर हिंसा और प्रदूषण समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग की. संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है. देश के दो राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं. महाराष्ट्र में भाजपा(BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने प्रचंड जीत हासिल की है तो वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन की जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत हुई है. ऐसे में भाजपा के सांसद नए जोश में संसद में मौजूद होंगे. हालांकि, विपक्ष ने अडानी के मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग की है जिस पर हंगामा होने की आशंका है. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित 18वीं लोकसभा के सांसद रहे नूरुल इस्लाम और वसंत राव चव्हाण तथा अन्य कुछ दिवंगत पूर्व सदस्यों- एम पार्वती,एम एम लॉरेंस और हरीश चंद्र देवराव चव्हाण को श्रद्धांजलि देने के बाद संसद के निचले सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. वहीं, दूसरी ओर राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई है. अडानी ग्रुप के खिलाफ लगे आरोपों के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया. इस कारण सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. सभापति ने कहा कि वह इस मुद्दे पर उनके नोटिस को अस्वीकार कर चुके हैं इसलिए वह इसे उठा नहीं सकते. दोनों सदनों की कार्यवाही अब बुधवार 27 नवंबर को 11 बजे से शुरू होगी. सर्वदलीय बैठक संपन्न संसद के दोनों सदनों के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या रविवार को परंपरा के अनुसार सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 30 दलों के 42 नेताओं ने भाग लिया था.विपक्षी सांसदों ने अडानी ग्रुप के खिलाफ अमेरिका के द्वारा लगाए गए आरोपों पर संसद में चर्चा कराने की मांग की गई. केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने बताया लोकसभा तथा राज्यसभा सदनों में उठाए जाने वाले मामलों पर संबंधित अध्यक्ष की सहमति से उनकी अधिकृत समितियां निर्णय लेंगी. संसदीय कार्यमंत्री किरेन रीजीजू ने बताया कि सरकार ने सभी दलों से दोनों सदनों को सुचारू रूप से चलाने की अपील की है.कांग्रेस सांसद हिबी ईडन ने गौतम अडानी के अभियोग के मुद्दे पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए और भारत की लोकतांत्रिक और आर्थिक अखंडता को बनाए रखने के लिए निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए. वहीं, सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा है कि यूपी के संभल में कई लोग मारे गए हैं, इसके लिए पूरी तरह से जिला प्रशासन जिम्मेदार है. उन्होंने नोटिस दिया है और इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे. संभल हिंसा पर सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि अगर स्पीकर हमें अनुमति देंगे तो हम इस घटना को (संसद में) जरूर उठाएंगे, हमने उनसे अनुमति मांगी है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. वहीं, सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि ये घटना दुखद है. उन्होंने यूपी सरकार से मांग की कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए.

KP Sharma Oli
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KP Sharma Oli: नेपाली प्रधानमंत्री की चाइना की यात्रा से भारत के साथ बढ़ेगा तनाव , पूर्व में भी हो चुका हैं ऐसा

KP Sharma Oli: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली(KP Sharma Oli) इस बार पीएम बनने के बाद फिर अपनी पहली यात्रा पर चीन जा रहे हैं. उन्होंने आगामी 2 दिसंबर से अपनी चीन यात्रा का ऐलान किया है. उनका यह कदम एक बार फिर (PM Modi vs KP Sharma Oli) भारत-नेपाल के बीच तनाव को बढ़ा सकता है.   नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी.शर्मा ओली ने शुक्रवार को चीन (Li Qiang)जाने के अपने प्लान का आधिकारिक ऐलान किया है. उन्होंने बीजिंग दौरे से पहले ही यह भी दावा कर दिया है कि उनकी आगामी चीन की आधिकारिक यात्रा काफी सफल रहेगी. बता दें कि प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद किसी पड़ोसी देश की केपी शर्मा ओली की यह पहली यात्रा होगी. पीएम केपी शर्मा ओली का कहना है कि, मैं 2 दिसंबर को चाइना की यात्रा पर जा रहा हूं और यह महज एक दौरा नहीं होगा.’’ उन्होंने कहा कि वह यात्रा के दौरान लोगों और देश के हित को ध्यान में रखेंगे. ओली ने स्पष्ट किया कि वह यात्रा के दौरान चीन से ऋण मांगने की स्थिति में नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उत्पादकता बढ़ाना मेरी प्राथमिकता होगी.’ हालांकि, सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर ओली की यात्रा और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है. मगर ओली ने स्वयं अपनी यात्रा के बारे में सब कुछ बता दिया है. वह दोबारा नेपाल की परंपरा को तोड़कर चीन पहुंचेंगे. क्योंकि आमतौर पर नेपाल का प्रधानमंत्री सबसे पहले भारत की यात्रा करता रहा है. मगर केपी ओली ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी इस परंपरा को तोड़कर चाइना की यात्रा की थी. वही कुछ महीनों पहले पुष्प कमल दहल(Pushpa Kamal Dahal) प्रचंड की सरकार गिरने के बाद फिर से केपी शर्मा ओली प्रधानमंत्री बन गए हैं. केपी शर्मा ओली ने अपनी पूर्व की सरकार में चीन की यात्रा किया था तो बढ़ा था भारत-नेपाल में तनाव   केपी शर्मा ओली ने अपने पहले कार्यकाल में भी सबसे पहले चीन की यात्रा की थी. वह चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के समर्थक हैं. लिहाजा उन्होंने परंपरा को तोड़कर चीन की यात्रा की थी. वहां से लौटने के बाद नेपाल ने भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा पर अपना दावा ठोक दिया था. इससे भारत-नेपाल के रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए थे. अब एक बार फिर वह चीन की यात्रा पर जा रहे हैं. ऐसे में भारत-नेपाल के संबंधों में खटास आना तय माना जा रहा है. वजह यह भी है कि KP शर्मा ओली चाइना के इशारे पर इंडिया के खिलाफ काम भी करते हैं.

Navjot Kaur cancer treatment
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Navjot Kaur cancer treatment: नवजोत सिंह सिद्धू ने बताए कैंसर से बचने के कारगर तरीके

Navjot Kaur cancer treatment: हाल ही में कैंसर से लड़ रही पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने अपनी जंग जीत ली है. इसकी घोषणा सिद्धू दम्पत्ति ने गुरुवार को की. नवजोत कौर का टेस्ट कराया गया जिसमें उनका कैंसर पूरी तरह से खत्म दिखाया गया. मिली जानकारी के अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि उनकी पत्नी को स्टेज 4 कैंसर था.   किस तरह का था कैंसर   मीडिया में साझा हुई जानकारी के अनुसार नवजोत कौर सिद्धू को स्टेज 4 इनवेसिव कैंसर था जिसके प्रभाव को कम करने के लिए उन्हें रेयरेस्ट मेटास्टेसी नाम की ब्रेस्ट सर्जरी भी करवानी पड़ी थी. वो 1 साल से इस बीमारी से पीड़ित थी मगर उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी व लगातार इसके ठीक करने की कोशिश करती रही. नवजोत कौर ने ये भी बताया कि उन्हें अपने बचने की उम्मीद काफी कम लग रही थी मगर फिर भी उन्होंने डट कर इसका मुकाबला किया और कैंसर के विरुद्ध जीत हासिल की. कैसे दी कैंसर को मात   रिपोर्ट्स और मीडिया स्टेटमेंट्स के मुताबिक नवजोत कौर का इलाज पटियाला के सरकारी अस्पताल में चल रहा था. इसके साथ ही उन्होंने अपने खान पान और लाइफस्टाइल को काफी हद तक बदल कर इसे कंट्रोल किया. रिकवरी के दौरान सिद्धू और उनकी पत्नी ने देसी तरीकों को अपनाया जैसे कि नींबू पानी,एप्पल सिंडर विनेगर,कच्ची हल्दी,नीम के पत्ते ,और तुलसी. जिससे उन्हें चमत्कारी असर देखने को मिला. इस दौरान उन्होंने चुकंदर,अखरोट, आंवला, अनार,और विटामिन सी से भरपूर आहार लिया . साथ ही खाना पकाने के लिए उन्होंने कोल्ड प्रेस्ड तेल जिसमें नारियल, मूंगफली, बादाम का तेल शामिल है उपयोग किया. साथ ही इलायची,दालचीनी व गुड वाली चाय का सेवन किया. नवजोत सिंह सिद्धू ने लाइफस्टाइल और फास्टिंग को बेहद असरदार बताया उन्हों कहा कि कैंसर पीड़ित व्यक्ति कम मीठा और कार्बोहाइड्रेट का सेवन करे तो कैंसर सेल्स अपने आप मारने लगती है . लगभग 14 घंटे की फास्टिंग भी इसमें असरदार है,साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नीम के पत्ते चबा कर खाएं न कि सिर्फ कैंसर से पीड़ित नवजोत कौर ने इस लाइफस्टाइल को एडॉप्ट किया बल्कि यहां भी नवजोत सिंह सिद्धू ने उनका साथ देते हुए इसे अपनाया और अपना 25 किलो वजन कम कर लिया

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