Noida Food Sample Failure: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में हुई जांच में (Noida Food Sample Failure) का चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। पिछले 8 महीनों में खाद्य पदार्थों के 395 नमूने जांच के लिए भेजे गए, जिनमें से 53% सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। खासकर पनीर और मिठाइयों में सबसे ज्यादा मिलावट पाई गई, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।
चौंकाने वाले आंकड़े
विभाग द्वारा 1 अप्रैल से 30 नवंबर के बीच 1608 निरीक्षण किए गए। इस दौरान कुल 395 सैंपल एकत्रित किए गए, जिनमें से अब तक 289 नमूनों की जांच रिपोर्ट सामने आ चुकी है।
94 सैंपल को मानकों से कमतर (substandard) पाया गया।
44 सैंपल को अनसेफ घोषित किया गया।
16 सैंपल पनीर के फेल पाए गए, जबकि मसालों के 15 नमूने भी मानकों पर खरे नहीं उतरे।
18 सैंपल पनीर के और 5 सैंपल दूध से बनी मिठाइयों के अनसेफ करार दिए गए।
पनीर में सबसे ज्यादा मिलावट
जांच में सामने आया कि बाजार में बिक रहे पनीर में मिलावट का स्तर सबसे ज्यादा है। इसके अलावा दूध से बनी मिठाइयां और घी में भी मिलावट बड़े पैमाने पर हो रही है।
मिलावट के कारण स्वास्थ्य को खतरा
हर दूसरा सैंपल मानकों पर फेल हो रहा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा है। मिलावटी पनीर और मिठाइयों के सेवन से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है। वहीं, घी और मसालों में मिलावट से लिवर और किडनी संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं।
विभाग की सख्ती और लोगों की जिम्मेदारी
नोएडा के अधिकारियों के अनुसार, संदिग्ध खाद्य पदार्थों की लगातार जांच हो रही है। हालांकि, लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। पनीर, मिठाई और घी जैसे उत्पाद खरीदते समय गुणवत्ता की जांच करें और प्रतिष्ठित दुकानों से ही सामान खरीदें।
(Noida Food Sample Failure) का यह बढ़ता आंकड़ा सभी के लिए चेतावनी है। पनीर और मिठाइयों की मिलावट को देखते हुए लोगों को सावधान रहना चाहिए और मिलावटी उत्पादों से दूरी बनानी चाहिए। स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए जागरूक रहना और गुणवत्ता की जांच करना बेहद जरूरी है।