Russian foreign minister : रूस भारत को अपना पुराना दोस्त मानता है. खबर है कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी 8 जुलाई को रूस के दौरे पर पहुंचेंगे. जहां पर उनकी मुलाकात राष्ट्रपति पुतिन से होनी है. लेकिन इस बीच कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री के बीच मुलाकात हुई है. लावरोव से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने युद्ध क्षेत्र में फसे भारतीय नागरिकों को लेकर चिंता जाहिर की और साथ ही उनकी सुरक्षित वापसी पर भी जोर दिया. विदेश मंत्री ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, राजधानी अस्ताना में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलकर अच्छा लगा. इस मुलाकात के बारे में उन्होंने आगे बताया कि बातचीत के दौरान हमारे बीच द्विपक्षीय साझेदारी और समसामयिकी मुद्दों पर मंथन हुआ. पिछले साल दिसंबर 2023 में हमारे बीच हुई बैठक के बाद कई क्षेत्रों में प्रगति देखी गई है. विदेश मंत्री ने युद्ध के क्षेत्र में फसे भारतीय नागरिकों को शीघ्र वापस वतन लाने पर भी लावरोव से गहरी चिंता जताई.
रूस ने बताया भारत को पुराना और भरोसेमंद दोस्त
1 महीने के लिए यूएनएससी की अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थाई प्रतिनिधि वेसीली नेबेंजिया भारत से घनिष्ठ संबंध को लेकर बड़ी बात कही है. नेबेंजिया के अनुसार रूस भारत के साथ विशेष रणनीतिक साझेदारी वाले संबंध कई दशकों से स्थापित कर रखा है. संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने भारतीय पीएम मोदी कि रूस की यात्रा को लेकर भी टिप्पणी दी. अगर पीएम मोदी रूस की यात्रा पर जाते हैं तो उन्हें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत होंगे. पीएम मोदी अगर 8 जुलाई को रूस की यात्रा पर जाते हैं तो तकरीबन 5 साल के बाद यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री रूस का दौरा करेंगे.
विदेश मंत्री जयशंकर ने रूस के अपने समकक्ष लावरोव के साथ हुई मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट के जरिए दिया.