Puja Khedkar UPSC : आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर विवादों में फंसी हुई है वह अब कभी भी यूपीएससी की परीक्षा नहीं दे पाएंगी। पूजा पर लोक सेवा आयोग ने सख्त कार्रवाई की है। इतना ही नहीं यूपीएससी ने पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को भी रद्द कर दिया है। इसके अलावा भविष्य में होने वाली सभी परीक्षाओं में पूजा हिस्सा नहीं ले सकती हैं। पूजा खेडकर पर धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में यह कार्रवाई की गई है। दिल्ली की एक अदालत में पूजा की जमानत को लेकर 1 अगस्त को सुनवाई होने वाली है। यूपीएससी की तरफ से पूजा खेडकर को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है भविष्य में होने वाली किसी भी परीक्षा में नहीं हो सकती हैं।
जांच के बाद हुई कार्रवाई
यूपीएससी आयोग ने सभी दस्तावेजों की जांच के बाद पूजा पर कार्रवाई शुरू की है। पूजा खेडकर को सीएसई-2022 नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए दोषी करार दिया गया है। बता दें कि, संघ लोक आयोग की तरफ से पूजा को यह भी संकेत दिया गया था कि यदि वह मामले में दोषी पाई गई तो उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। हालांकि इस मामले में पूजा में 4 अगस्त तक का समय मांगा था ताकि वह जरूरी दस्तावेज को प्रस्तुत कर सके। कारण बताओ लेटेस्ट को लेकर आयोग में अभी पहले ही बता दिया था कि यह एक अंतिम अवसर है उसके बाद कोई मौका नहीं दिया जाएगा। यदि कोई जवाब नहीं मिलता है तो यूपीएससी की तरफ से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जमानत की अर्जी पर कल आएगा फैसला
पूजा खेडकर ने धोखाधड़ी और जलसाजी की है फिलहाल इस मामले में पूजा की जमानत को लेकर एक अगस्त को फैसला सामने आएगा। न्यायाधीश देवेंद्र कुमार जंगला ने बुधवार को इस मामले में सुनवाई थी और मामले को सुरक्षित रखा। बता दें कि, यूपीएससी में साल 2009 से लेकर साल 2023 तक सीएसई डेटा की समीक्षा की है उसके बाद यह फैसला लिया है। 18 जुलाई को पूजा खेडकर को फर्जी पहचान और गलत उम्र सीमा का इस्तेमाल करने को लेकर कारण बताओं नोटिस नहीं जारी किया गया।
क्या था पूरा मामला ?
बता दें कि, 2023 बैच की प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर ने परीक्षा पास करने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग कोटा का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है। पूजा में केवल अपने पहचान में ही बदलाव नहीं किया बल्कि अपने माता-पिता के नाम भी बदले थे। इसके बाद पूरे मामले को देखते हुए यूपीएससी ने पूजा के खिलाफ प्राथमिक की भी दर्ज की। इसके अलावा पूजा को कारण बताओं नोटिस नहीं जारी किया गया है। इतना ही नहीं भविष्य में किसी भी परीक्षा को देने से रोक लगाई गई है।