पिछले कई दिनों से पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर लगातार खबरें तूल पकड़ रही थी जिस पर विदेश मंत्रालय ने मोहर लगा दी है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए बताया कि PM Modi भारत रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए 8 से 9 जुलाई तक रूस की यात्रा करेंगे. जिसमें द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने और साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर समीक्षा की जाएगी. रूस के दौरे के पश्चात प्रधानमंत्री मोदी Austria पहुचेंगे. पिछले 4 दशकों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा नहीं किया है. 41 वर्षों के बाद मोदी भारत ऐसे प्रधानमंत्री होंगे जो उसे देश की यात्रा करेंगे.
गहरे होते संबंध में संवाद स्थापित करने का एक मजबूत तंत्र
कोविड और तेजी से बदलती वैश्विक भू राजनीति के चलते पिछले 5 वर्षों से पीएम मोदी ने रूस की यात्रा नहीं की. उनकी पिछली यात्रा 2019 में हुई थी, जब प्रधानमंत्री मोदी आर्थिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस पहुंचे थे. भारत और रूस के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच गहरे होते संबंध में संवाद स्थापित करने का एक मजबूत तंत्र माना जाता है. अब तक दोनों देशों के बीच 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया जा चुका है. भारत और रूस के बीच पिछला सम्मेलन 2021 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था, जिसका नेतृत्व पीएम मोदी कर रहे थे और इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति पुतिन भारत के दौरे पर आए थे.रूस के साथ अपने घनिष्ठ संबंध को लेकर भारत ने यूक्रेन पर हमले की एक बार भी निंदा नही की है.
पहली बार ऑस्ट्रिया के दौरे पर जाएंगे प्रधानमंत्री
विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक सूचना देते हुए कहा है कि 41 वर्षों में किसी प्रधानमंत्री का यह पहला ऑस्ट्रिया दौरा होगा. इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर से मुलाकात करेंगे और साथ ही ऑस्ट्रिया चांसलर के साथ भी बैठक करेगें. इसके अलावा ऑस्ट्रिया के व्यापारिक नेताओं के साथ पीएम मोदी मीटिंग करेंगे.