PM Modi Moscow Visit : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के दौरे पर पहुंच चुकें हैं. मोदी अपने समकक्ष पुतिन के साथ 22 वें शिखर सम्मलेन में बैठक करेंगे. भारत और रूस के बीच हो रही इस शीर्ष बैठक पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुईं हैं. इस बैठक को लेकर रूस में रह रहें, भारतीय नागरिकों का कहना है कि इससे दोनों देशों के सम्बन्धों में मजबूती आयेगी. मौजूदा समय रूस भारत का सबसे बड़ा तेल सप्लायर देश है. प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर रूस में स्थित भारतीय राजदूत विनय कुमार ने उन मुद्दों को उजागर किया है, जिन मुद्दों पर बैठक के दौरान पुतिन और मोदी वार्ता करेंगे. विनय कुमार ने बताया है कि इस बैठक में द्विपक्षीय व्यापार, आर्थिक सम्बन्ध और वैज्ञानिक एवं प्रौधोगिकी अनुसंधान जैसे मुद्दें वार्ता के केंद्र में रहेंगे. कुमार ने इस बात पर भी सहमति जताई है कि दोनों देशों के बीच मौजूदा समय में व्यापार असंतुलन एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बना हुआ है. इस विषय पर दोनों राष्ट्र अध्यक्षों के बीच वार्ता होने की उम्मीद है. रूस कई दशकों से रक्षा से जुड़ें हथियार भारत को उपलब्ध करा रहा है. रूस के साथ उर्जा और रक्षा क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर कुमार ने बताया है कि हम इसके दस्तावेजों के कार्य में जुटें हैं.
भारत के लिए क्या चीन से दूरी बढ़ाएगा रूस
यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच रूस को लेकर दुनिया के समीकरण में कई बड़े बदलाव देखें गए हैं. अमेरिका और उसके गुट वाले देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबन्ध लगा के उसे कमजोर करने की हर चाल चुकें हैं. लेकिन रूस पर कोई ख़ास प्रभाव नहीं छोड़ पायें हैं. रूस भी अमेरिका के विरोधी देशों से अपने सम्पर्क बढ़ा रहा है. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण चीन है. यूक्रेन से जारी जंग के बीच पुतिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से दो बार मुलाक़ात कर चुकें हैं,. जबकि प्रधानमंत्री मोदी से एक बार भी उन्होंने मुलाक़ात नहीं की थी. इसके आलावा जी20 की बैठक में भी पुतिन भारत नहीं आये. माना जा रहा है, मौजूदा स्थिति में रूस भारत के लिए चीन के खिलाफ नहीं जायेगा.