Gaya Metro First Phase Proposal: बिहार(Bihar) राज्य के गया शहर में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के प्रथम स्टेज में 22.60 KM की दूरी में 18 स्टेशन बनाने का प्रपोजल है. इसमें IIM से बोधगया,गया जंक्शन से होते हुए सन सिटी तक मेट्रो लाइन बनेगी.
दूसरी स्टेज में पहाड़पुर से विष्णुपद से लखनपुर तक 13.48 KM मेट्रो का कंस्ट्रक्शन शुरू होगा. इसमें 10 स्टेशन होंगे. गया में मेट्रो लाइन के कंस्ट्रक्शन पर 7633 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. गया में मेट्रो का काम शुरू करने से पहले रिट्स को सर्वे की जिम्मेदारी दी गई थी.
बेलागंज तक मेट्रो बढ़ाने का ऑप्शन
इस बैठक में बेलागंज विधानसभा की विधायक मनोरमा देवी ने बेलागंज काली मंदिर और कोटेश्वरनाथ तक मेट्रो को जोड़ने का ऑप्शन दिया हुआ है. बोधगया एमएलए कुमार सर्वजीत ने महाबोधि मंदिर के पास तक मेट्रो को पहुंचाने का ऑप्शन दिया.
कॉरिडोर एक के तहत आईआईएम बोधगया,वास्तु विहार बोधि गया मंदिर,टेकुना मोड,एयरपोर्ट,गया कॉलेज,पहाड़पुर,बीआईटी एनवायरमेंटल पार्क,सिकरिया मोड़,केपी कॉलोनी,जय प्रकाश नगर,गांधी मैदान,गया जंक्शन,बागेश्वरी कॉलोनी,नवादा,कंडी और सनसिटी में मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे।वहीं कॉरिडोर दो के 10 मेट्रो स्टेशन पहाड़पुर,बिपार्ड,ब्रह्म वण,नैली,श्री विष्णु पद मंदिर,अशोक विहार कॉलोनी,सिद्धार्थ पुरी कॉलोनी,बहोर बीघा,लखनपुर,सुरहरी और रसलपुर होने वाला है. बैठक में ये बताया गया कि 2028 तक गया मेट्रो का काम पूरा कर लिया जाएगा.
गया में मेट्रो सेवा के लिए दो मुख्य कॉरिडोर इस प्रकार हैं:-
1. उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (कॉरिडोर पहला): यह कॉरिडोर गया शहर के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ने के लिए प्रस्तावित है. इसमें IIM गया, महाबोधि मंदिर,मगध विश्वविद्यालय,बस स्टैंड,गया हवाई अड्डा और गया रेलवे जंक्शन जैसे प्रमुख स्थान शामिल होंगे. इसकी लंबाई: 22.5 किमी, स्टेशनों की संख्या -18 और डिपो का स्थान- IIM गया के पास के जिंदापुर में 20 हेक्टेयर भूमि पर डिपो बनाने का प्रस्ताव है.
2. पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर (कॉरिडोर-2): यह कॉरिडोर गया के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने के लिए प्रस्तावित हैं. इसकी लंबाई: 13.5 किमी, स्टेशनों की संख्या 10 और डिपो का स्थान: लखनपुर में 12 हेक्टेयर भूमि पर डिपो बनाने का प्रस्ताव रखा गया है. यह रूट बीआईपीएआरडी (बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट) और विष्णुपद मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को कनेक्ट करेगा.
संरेखण के लिए ध्यान में रखे गए बिंदु
सड़क की चौड़ाई और मौजूदा बुनियादी ढांचा.
फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज (ROB).
मेट्रो डिपो और टर्मिनलों के लिए उपयुक्त स्थान.
यातायात घनत्व और जनसंख्या का विश्लेषण.