वास्तु शास्त्र में राहु और केतु की दिशा को दक्षिण पश्चिम माना जाता है. इस दिशा में अगर आप कोई चीज रखते हैं तो यह अशुभ माना जाता है. वास्तु में ग्रहों को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि व्यक्ति के जीवन में होने वाले उथल-पुथल इन पर निर्भर करते हैं. इनसे जुड़ी सावधानियां के बारे में आपको पता होना चाहिए जिससे कि आप इनके परिणाम से बचकर रहें. आपको अपने घर में राहु केतु की दिशा में कुछ चीजों को बिल्कुल नहीं रखना चाहिए. पर आप ऐसा करते हैं तो आपको नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.
तिजोरी और आभूषण
आपको अपने घर के दक्षिण पश्चिम दिशा में गलती से भी तिजोरी या फिर आभूषण नहीं रखना चाहिए. अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो आपको लाभ की जगह पर नुकसान का सामना करना पड़ेगा. वहीं, सोने चांदी के आभूषण को रखने के लिए यह दिशा शुभ नहीं मानी जाती है.
किताबें या स्टडी रूम
राहु केतु की दिशा में आपको कभी भी किताबें या फिर स्टडी रूम नहीं बनाना चाहिए. अगर आप अपनी पढ़ाई का सामान इस दिशा में रखते हैं तो राहु केतु निराश हो सकते हैं. पेरेंट्स को कभी भी अपने बच्चों के स्टडी रूम को इस दिशा में नहीं बनवाना चाहिए ऐसा करने से बच्चे पढ़ाई से भटक जाते हैं.
तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा राहु केतु की दिशा में नहीं रखना चाहिए यह अशोक माना जाता है. ऐसा करने से आपको शुभ परिणाम की जगह अशुभ प्रभाव देखने को मिलते हैं. किसी का पौधा राहु केतु की दिशा में रखने से घर में नकारात्मकता का वास हो जाता है.
पूजा स्थान
अगर आपने भी अपने घर में दक्षिण पश्चिम दिशा में पूजा स्थान बनाया हुआ है, तो इसे बदल देने में भलाई है. पूजा स्थान को उत्तर और पूर्व दिशा में बनाना चाहिए. अगर आप राहु केतु की दिशा में पूजा घर बनाते हैं तो घर परिवार में कल क्लेश होने की संभावना है.
टॉयलेट
आपको कभी भी घर की दक्षिण पश्चिम दिशा में टॉयलेट नहीं बनवाना चाहिए. इस तरह से आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. राहु केतु की दिशा में टॉयलेट बनवाने से घर में दरिद्रता का वास होता है.