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RBI Governor Shaktikanta Das Retirement: रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास आज लेंगे विदाई, ऑफिस छोड़ने से पहले दिया खास संदेश

RBI Governor Shaktikanta Das Retirement

RBI Governor Shaktikanta Das Retirement: शक्तिकांत दास(Shaktikanta Das ) आज भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं. उन्होंने 12 दिसंबर 2018 को उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली थी. अपने कार्यकाल के दौरान दास ने भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाने और कई प्रमुख आर्थिक सुधारों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

अपनी विदाई पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अन्य हितधारकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके कार्यकाल के दौरान सहयोग और समर्थन प्रदान किया.  शक्तिकांत दास की जगह राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा रिजर्व बैंक के नए गवर्नर के रूप में कार्यभार संभालेंगे. मल्होत्रा 11 दिसंबर से अपने पद पर कार्य शुरू करेंगे। दास की विदाई के साथ, उनके नेतृत्व में भारतीय रिजर्व बैंक के योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा. उनके कार्यकाल को साहसिक निर्णयों और प्रभावी नेतृत्व के लिए सराहा गया.

Shaktikanta Das ने विदाई से पहले व्यक्त किया आभार

रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपने विदाई संदेश में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राजकोषीय-मौद्रिक समन्वय ने बीते छह सालों में चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभाई. दास ने वित्तीय क्षेत्र के हितधारकों, विशेषज्ञों, अर्थशास्त्रियों, उद्योग निकायों और कृषि, सहकारी, व सेवा क्षेत्रों के संगठनों का भी आभार व्यक्त किया.

आरबीआई टीम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वैश्विक झटकों के कठिन दौर को सफलतापूर्वक पार करना संभव हुआ. दास ने RBI की विश्वसनीयता और सफलता की कामना करते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं.

शक्तिकांत दास कई बारे मे बात करे तो आपको बता दे  1980 बैच के आईएएस अधिकारी, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान देश की आर्थिक वृद्धि को 7 प्रतिशत से अधिक बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई. राजस्व विभाग और आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव के रूप में कार्य करने के बाद, वह 15वें वित्त आयोग के सदस्य और भारत के जी20 शेरपा भी रहे.

दास को 38 वर्षों से अधिक के प्रशासनिक अनुभव में वित्त, कराधान, उद्योग, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल है. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते हुए नीति निर्माण और आर्थिक सुधारों में योगदान दिया. उनकी नेतृत्व क्षमता और रणनीतिक दृष्टिकोण ने भारतीय अर्थव्यवस्था को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में स्थिरता और विकास के पथ पर बनाए रखा. दास का प्रशासनिक और आर्थिक अनुभव उन्हें देश के प्रमुख नीति निर्माताओं में विशिष्ट स्थान प्रदान करता है.

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