Former Karnataka CM SM Krishna Passed Away: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कंडावर कांग्रेस के नेता रह चुके एसएम कृष्णा(SM Krishna) का आज 10 दिसंबर की सुबह को आवास पर निधन हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने दोपहर 2:45 पर अपनी आवाज से स्थान पर आखिरी सांस ली थी. आखरी बार वह 11 अक्टूबर 1999 20 में 2004 के बीच तक उन्होंने कर्नाटक के सीएम के तौर पर काम किया था. इसके अलावा वह महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे थे.
बता दें कि, राजनेता की तबीयत काफी समय से खराब चल रही थी जिस वजह से वह बीमार थे. एमएस कृष्ण के निधन के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और प्रियंक खरगे ने शोक भी व्यक्त किया है.
एसएम कृष्णा का आखिरी पत्र
एसएम कृष्णा 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए. निधन के पीछे फेफड़ों में संक्रमण होने की वजह सामने आई है वह इस बीमारी से लंबे समय तक जूझ रहे थे. हाल ही में एस कृष्ण का आखिरी पत्र सामने आया है. उन्होंने मांड्या ज़िला प्रशासन को एक पत्र लिखा था जो मांड्या में आयोजित होने वाला 87 अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन की सफलता को लेकर लिखा गया था. पूर्व मुख्यमंत्री ने सम्मेलन की सफलता को लेकर भी शुभकामना दी थी.
मांड्या में हो रहा था साहित्यिक कार्यक्रम
एसएम कृष्णा ने अपने पत्र में लिखा था की साहित्यिक सम्मेलन सिर्फ एक सार्वजनिक मिला ही नहीं है बल्कि एक कन्नड़ भाषा की पहचान है. कन्नड़ भाषा के विद्वानों लेखकों रचनाएं इस साहित्य के माध्यम से सामने आती है. देश में जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ती जा रही है कन्नड़ आविष्कार भी इंटरनेशनल लेवल पर इस्तेमाल किया जा रहे हैं.
कन्नड़ भाषा को शास्त्रीय दर्जा दिलाने के लिए कई सज्जनों ने अपनी कड़ी मेहनत की है जिसकी वजह से तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान हम कन्नड़ भाषा पर आधिकारिक मोहर लगाकर इसे शास्त्रीय दर्जा दे चुके हैं.
लोगों को किया संबोधित
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे लिख मांड्या एक ऐसा जिला है जो अपने आदित्य और सत्कार के लिए जाना जाता है. इस जिले में रहने वाले लोग कन्नड़ भाषा का सम्मान करते हैं अतीत में आयोजित होने वाले साहित्य सम्मेलन में लोग भाग भी लेते हैं घरेलू उत्सव की तरह इसे मानते हैं. मैं इस सम्मेलन में भाग लेने वाले लोगों के उत्साह को देखकर बहुत प्रभावित हुआ हूं. यह एक तरह का एतिहासिक रिकॉर्ड है.
साहित्य का अध्यक्ष को दी शुभकामनाएं
एसएम कृष्णा ने कहा, मुझे यह खुशी है कि इस सम्मेलन का वर्तमान अध्यक्ष चन्नबसप्पा को चुना गया है. मैं उन्हें अपनी तरफ से शुभकामनाएं देता हूं. देश की समृद्ध साहित्यिक विरासत को मांड्या जिले का योगदान काफी बेहतरीन तरीके से मिल रहा है. जिन सज्जनों ने इस जिले का गौरव बढ़ाया है उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं.