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Manipur CM N. Biren Singh Resignation: मणिपुर सीएम ने क्यों दिया इस्तीफा, थमने का नाम नहीं ले रहा हिंसा

Manipur CM N. Biren Singh Resignation

Manipur CM N. Biren Singh Resignation: पिछले काफी समय से मणिपुर(Manipur) की खूब चर्चा हो रही है क्योंकि यहां पर कई हिंसक वारदातें देखने को मिल रही है. ऐसे में मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह(N. Biren Singh) ने अपना इस्तीफा दे दिया है. 20 महीने से मणिपुर की स्थिति सही नहीं है यहां पर हत्या की घटनाएं सामने आ रही है. इन सभी वारदातों के बाद अब रविवार 9 फरवरी को सीएम ने भी इस्तीफा(Manipur CM N. Biren Singh Resignation) दे दिया है.

मणिपुर में मैतेई और कुकी समाज के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है. ऐसे में सीएम के इस्तीफा की मांग भी की जा रही थी. मुख्यमंत्री ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया था उनका कहना था कि राज्य में शांति कायम करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. 9 फरवरी को उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह(Amit Shah) को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.

क्यों भड़की थी हिंसा (Manipur CM N. Biren Singh Resignation)

 

मणिपुर में दो समुदाय के बीच में एसटी कैटेगरी को लेकर खुद को श्रेणी में शामिल करने की मांग चल रही थी. मैतेई समुदाय की इस मांग का विरोध कुकी समुदाय लंबे समय से कर रहा था. इस मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा था और यह आदिवासी समूहों ने राज्य में अशांति फैला दी. मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के चुराचांदपुर दौरे से पहले ही विरोध किया गया था. इसी बीच मणिपुर में हिंसक वारदात शुरू हो गई थी.

कब कब हुई थी घटना


7 नवंबर 2022 को मणिपुर में 1970 और 1980 में एक आदेश पारित किया गया था. ऐसे में चुराचंदपुर और खौपुर संरक्षित वन गांव से बाहर कर दिया गया था.इसके बाद फरवरी 2023 में जिले में वनवासियों को अतिक्रमणकारियों घोषित करते हुए बेदखल का अभियान चलाया गया था. मार्च 2023 में मणिपुर कैबिनेट उग्रवादी समूह के साथ ऑपरेशन निलंबन समझौते से हटाने का फैसला लिया गया था.

10 मार्च 2023 में मणिपुर सरकार कुकी नेशनल आर्मी जूनियर रिवॉल्यूशनरी फ्रंट के साथ ऑपरेशन को लेकर पीछे हट गई थी.20 अप्रैल 2023 को मणिपुर हाई कोर्ट के एक जज ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का विचार किया था.इसके बाद 28 अप्रैल 2023 को मणिपुर के ज्यादातर जिलों में 144 लागू किया गया था और इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया था. इस बीच प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई थी गैस के गोले भी फेंके गए थे.

मई 2023 में जातीय हिंसा भड़क गई थी. ऐसे में दंगा हत्या सामूहिक बलात्कार जैसे घटनाएं हुई थी.3 मई 2023 में मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच में हिंसा भड़क गई थी और कई लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा 4 मई 2023 को मणिपुर सरकार ने हिंसा भड़काने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया था.

जुलाई 2023 में हमले का एक वीडियो सामने आया था जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान रह गया था. इस वीडियो में कुकी समुदायों की महिलाओं को नग्न अवस्था में करके मैतेई समुदाय ने परेड कराया था.20 जुलाई 2023 में मणिपुर में मुख्यमंत्री ने इंटरनेट की सुविधा बंद कर दी थी ताकि हिंसा जन्म ना ले. इसके बाद 29 जुलाई 2023 को कुकी महिलाओं को नग्न अवस्था में करके घुमाया गया था.

इसके बाद अगस्त 2023 में दोनों समुदायों के बीच शांति समझौता किया गया था. इसके बाद 7 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से संज्ञान लिया गया और एक समिति का गठन किया गया.7 सितंबर 2023 को दोनों समुदायों के बीच झड़प हुई थी. 5 अक्टूबर 2023 को ह्यूमन राइट्स अलर्ट के दौरान तोड़फोड़ की गई थी. फिर 11 नवंबर 2023 को हथियारबंद लोगों ने रिलीफ कैंप पर हमला किया था जिसके बाद हड़कंप मच गया था.

17 सितंबर 2024 को गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर के हालात को देखते हुए दोनों समुदायों के बीच बातचीत को जरूरी समझा था. 31 दिसंबर 2024 को मुख्यमंत्री ने जातीय हिंसा को लेकर राज्य के लोगों से माफी मांगी थी.जनवरी 2025 में मणिपुर के सीएम वीरेन सिंह ने नागा नेताओं से संकट को हल करने की मदद की अपील की है.

इसके अलावा 17 जनवरी 2025 को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुकी परिषद के सदस्यों से यह भी कहा कि संघर्ष ग्रस्त मणिपुर में हिंसा को खत्म करने की जरूरत है.8 फरवरी 2025 को मणिपुर के मुख्यमंत्री ने यह कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में शांति बहाल करने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद 9 फरवरी 2025 को मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.

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