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IND vs AUS
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IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज होने वाला है शुरू, भारत को ऑस्ट्रेलिया से रहना होगा बच कर

IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर को पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी(Border–Gavaskar Trophy) या बीजीटी टूर्नामेंट शुरू हो रहा है. दोनों टीमें इस मैच के लिए जमकर तैयारी कर रही हैं. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के सीधे प्रदर्शन से भी आप खुश हो जाएंगे. भारतीय टीम में अचानक शामिल हुए ग्यारह खिलाड़ी भी प्रबल दावेदार ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के टेस्ट नतीजे बेहद खराब रहे हैं.हालांकि भारतीय टीम यहां खेली गई पिछली दो टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही है,लेकिन टीम इंडिया अब तक यहां केवल नौ टेस्ट मैच ही जीत पाई है. इनमें से 4 टेस्ट जीत पिछली दो सीरीज में मिलीं. ऑस्ट्रेलिया की जमीन में भारतीयों का प्रदर्शन सही नहीं है.भारतीय टीम ने मेजबान के खिलाफ 52 टेस्ट मैच खेले हैं.45 मैचों में भारतीय टीम मात्र नौ बार ही जीत हासिल कर पाई हैं.इस दौरान एक मैच ड्रॉ रहा और 29 टेस्ट ड्रॉ पर ख़त्म हुए. टेस्ट में IND vs AUS का रिकॉर्ड : (1947-2023) कुल टेस्ट मैच: 107 ऑस्ट्रेलिया जीता: 45 भारत जीता: 32 ड्रॉ- 29 टाई- 1 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में सबसे ज्यादा रन सचिन तेंदुलकर – 65 पारियों में 3262 रन रिकी पोंटिंग – 51 पारियों में 2555 रन वीवीएस लक्ष्मण – 54 पारियों में 2434 रन राहुल द्रविड़ – 60 पारियों में 2143 रन माइकल क्लार्क – 40 पारियों में 2049 रन चेतेश्वर पुजारा – 43 पारियों में 2033 रन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में सबसे ज्यादा विकेट नाथन लियोन – 47 पारियों में 116 विकेट रविचंद्रन अश्विन – 42 पारियों में 114 विकेट अनिल कुंबले – 38 पारियों में 111 विकेट हरभजन सिंह – 35 पारियों में 95 विकेट रविंद्र जडेजा – 30 पारियों में 85 विकेट बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में सबसे ज्यादा शतक सचिन तेंदुलकर – 65 पारियों में 9 शतक विराट कोहली – 42 पारियों में 8 शतक स्टीव स्मिथ – 35 पारियों में 8 शतक रिकी पोंटिंग – 51 पारियों में 8 शतक माइकल क्लार्क – 40 पारियों में 7 शतक BGT में पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज अनिल कुंबले – 38 पारियों में 10 नाथन लियोन – 47 पारियों में 9 हरभजन सिंह – 35 पारियों में 7 रविचंद्रन अश्विन – 42 पारियों में 7 रवींद्र जडेजा – 30 पारियों में 5 बॉर्डर-गावस्कर पर ही नाम क्यों रखा गया? सचिन-वॉर्न, पोंटिंग-गांगुली या कपिल-वॉ के नाम से भी भारत और ऑस्ट्रेलिया सीरीज खेल सकते थे, लेकिन 1996 में जब सीरीज का नाम बदला गया तब ऑस्ट्रेलिया से एलन बॉर्डर और भारत से सुनील गावस्कर का नाम ही सबसे दमदार पाया गया. उस समय तक टेस्ट खेल चुके करीब 2 हजार प्लेयर्स में ये दोनों ही ऐसे बैटर थे, जिनके नाम 10 हजार से ज्यादा टेस्ट रन थे. इसी वजह से भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज का नाम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रखा गया

Sanju Samson
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KCA ने Sanju Samson को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए बनाया कप्तान

भारतीय टीम के लिए T20 की 5 पारियों में 3 शतक लगाने के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन KCA ने Sanju Samson को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी(Syed Mushtaq Ali Trophy)  के लिए बनाया कप्तान को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में केरल टीम की कप्तानी दे दी गई है. उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) ने संजू को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए कप्तान बनाया है.यह टूर्नामेंट 23 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाला है. भारतीय टीम वर्तमान में पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है. केरल को ग्रुप ई में गोवा,मुंबई,महाराष्ट्र, सर्विसेज,नागालैंड और आंध्र प्रदेश के साथ रखा गया है. केरल की टीम के सभी मैच जिमखाना ग्राउंड और राजीव गांधी स्टेडियम में होगे. बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के खिलाफ चमके संजू संजू सैमसन ने हाल ही में पांच T20 मैचों में से तीन में शतक लगाया है. जिसमें बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार दो शतक लगाए और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टी20 में एक और शतक लगाया. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 में शतक लगाया. फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 में शतक लगाया. भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के लिए साउथ अफ्रीका दौरा शानदार रहा. इस दौरे पर उन्होंने 4 T20 मैचों में 2 शानदार शतक जड़े और टीम इंडिया को 3-1 से सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभाई. संजू के बल्ले से पिछली 5 पारियों में 3 शतक निकले हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि संजू कितनी खतरनाक फॉर्म में चल रहे हैं. इसी शानदार फॉर्म का फायदा उठाने के लिए संजू सैमसन को केरल का कप्तान नियुक्त किया गया है. संजू सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में केरल की कमान संभालेंगे. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट 23 नवंबर से 15 दिसंबर तक खेला जाएगा. उन्होंने हाल ही में रणजी ट्रॉफी में सचिन बेबी की कप्तानी में खेला था. भारत को जनवरी तक कोई लिमिटेड ओवर मैच नहीं खेलना है, जिससे सैमसन पूरे सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम के लिए उपलब्ध रहेंगे. पहले मैच में सर्विसेज से टक्कर केरल की टीम सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 23 नवंबर को हैदराबाद में सर्विसेज के खिलाफ मुकाबले से अपने अभियान की शुरू करेगा. केरल को ग्रुप ई में मुंबई,गोवा,महाराष्ट्र सर्विसेज, नागालैंड और आंध्र प्रदेश के साथ रखा गया है. केरल की टीम अपने सभी मैच जिमखाना ग्राउंड और राजीव गांधी स्टेडियम में खेलेगी. सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के लिए केरल की टीम इस प्रकार से है: कप्तान संजू सैमसन,विष्णु विनोद,रोहन कुन्नुमल,जलज सक्सेना,सचिन बेबी,मोहम्मद. अज़हरुद्दीन,एस निजार,बासिल एनपी,अब्दुल बासिथ,ए स्कारिया,अजनास ईएम,बासिल थम्पी,सिजोमन जोसेफ,मिधुन एस,निधिश एमडी,वैसाख चंद्रन, विनोद कुमार सीवी तथा शराफुद्दीन एनएम.

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दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इस धाकड़ खिलाड़ी की वापसी

कोहनी में चोट के चलते बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में नहीं खेल पाने वाले दक्षिण अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा की जल्द ही क्रिकेट में वापसी हो रही हैं. वह श्रीलंका के खिलाफ आगामी दो मैचों की टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी टीम की ओर से एक बार फिर मैदान पर नजर आएँगे. टेम्बा बावुमा दक्षिण अफ्रीकी टीम के मध्यक्रम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं. दक्षिण अफ्रीकी टीम में उनकी वापसी अगले साल लार्ड्स में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. ऑलराउंडर मार्को जानसन और तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएत्ज़ी की भी टीम में वापसी हुई है।इस संबंध मे दक्षिण अफ्रीकी टीम के कोच शुकरी कॉनराड ने कहा, “हमने प्रतिस्पर्धा में बने रहने और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए सबसे मजबूत संभावित टीम चुनी है. हमने चयन के दायरे में आने वाले खिलाड़ियों को अपनी-अपनी प्रांतीय टीमों के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का अवसर देने के लिए सामान्य 15 के बजाय 14 सदस्यीय टीम का चयन किया है. उन्होंने कहा कि हमने 15 के बजाय 14 खिलाड़ियों की टीम बनाई है, ताकि चयन से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों को अपनी प्रांतीय टीमों के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेलने का अवसर मिल सके. टेम्बा बावुमा का ठीक होकर टीम का नेतृत्व करना बहुत अच्छा है. उनका नेतृत्व और कौशल टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका टेस्ट सीरीज की सारणी दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका पहला टेस्ट: 27 नवंबर से 1 दिसंबर तक डरबन में साउथ अफ्रीका बनाम श्रीलंका, दूसरा टेस्ट: 5 से दिसंबर 9 दिसंबर तक सेंट जॉर्ज पार्क में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए श्रीलंका की टीम इस प्रकार हैं : कप्तान धनंजय डी सिल्वा,एंजेलो मैथ्यूज,पथुम निसांका,दिनेश चंडीमल,दिमुथ करुणारत्ने,ओशादा फर्नांडो,कुसल मेंडिस, कामिंडु मेंडिस,सदीरा समरविक्रमा,प्रभात जयसूर्या,निशान पेइरिस,मिलान रत्नायके,लसिथ एम्बुलडेनिया,असिथा फर्नांडो,कसुन राजिथा,विश्वा फर्नांडो, लाहिरू कुमार. टेम्बा बावुमा की टीम में वापसी इस टेस्ट सीरीज के लिए मेजबान साउथ अफ्रीका ने भी अपनी टीम का ऐलान कर दिया है. टेम्बा बावुमा की बतौर कप्तान टीम में वापसी हो गई है. वह बाएं कोहनी की चोट से उबर चुके हैं, जिसकी वजह से वह बांग्लादेश के हालिया टेस्ट दौरे के दौरान बाहर हो गए थे. ऑलराउंडर मार्को यानसन और तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएट्जी पिछली गर्मियों में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद पहली बार टेस्ट टीम में लौटे हैं. श्रीलंका के खिलाफ साउथ अफ्रीकी की टेस्ट टीम: कप्तान टेम्बा बावुमा,डेविड बेडिंघम, गेराल्ड कोएत्जी,कगिसो रबाडा, टोनी डी जोर्जी,मार्को यानसन, काइल वेरिन,केशव महाराज,एडेन मार्कराम,वियान मुल्डर,सेनुरन मुथुसामी,डेन पैटरसन,ट्रिस्टन स्टब्स और रयान रिकेल्टन।

Paris Olympics 2024
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Paris Olympics 2024 : Madhavan, Vicky Kaushal Congratulate Neeraj Chopra on Silver Medal

Paris Olympics 2024 : Neeraj Chopra sealed the silver medal for his country in the men’s javelin final at the Paris Olympics, bringing all of India together in beaming delight. Social media was inundated with congratulations against the great show put up by Chopra at the global event. Members of the Indian film fraternity also showered warm wishes for the athlete. Actor Vicky Kaushal took to Instagram Stories and wrote, “Season best performance. You always make us proud brother Neeraj Chopra.” R. Madhavan congratulated Neeraj but also lauded the achievement of Pakistan’s Arshad Nadeem for the gold medal in the same event. “What a game, man. Kudos to the Olympic record, Arshad Nadeem, and to silver medal, Neeraj Chopra. Today, sports itself won,” Madhavan wrote in his Instagram post. Actress Rakul Preet Singh dropped her word: “Woohoo! Neeraj, you did it again. Congratulations on your second Olympic medal. India beams with pride.” Neeraj’s best throw came on his second attempt, but four consecutive foul throws hindered his chances of winning gold. His first and third attempts were disqualified by red flags, and his last three attempts were also marked as fouls. Despite the strong qualification round, which he closed out with a throw of 89.34 meters, Chopra couldn’t do better than his season’s best in the final. His 89.45-meter throw was his second-best performance but fell short of retaining the gold. Chopra looked clearly under pressure before his throws. Though he was red-flagged for his fifth throw, even his sixth and final attempt was ruled out. Pakistan’s Arshad Nadeem clinched the gold with a record throw of 92.97 meters, outperforming the earlier Olympic record set by Denmark’s Andreas Thorkildsen at the Beijing Olympics in 2008. Speaking to ANI after the event, Neeraj Chopra said, “We all feel happy whenever we win a medal for the country. It’s time to improve the game now. We will sit and discuss and enhance our performance.” Fully aware that the competition wasn’t easy, Chopra added, “Today was Arshad’s day. I gave my best, but there are things to work on.” Yet he was hopeful of India’s future Olympic prospects, stating, “India played well at the Paris Olympics. Our national anthem may not have been played today but it will be heard in the future.” The Indian contingent in Paris so far has five medals.  

Paris Olympics 2024
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Paris Olympics 2024 : अमन सेहरवात के कांस्य पदक जीतने के साथ ही भारत के पेरिस ओलंपिक में 6 पदक हुए,क्रूज को 13-5 से दी पटखनी

Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत के मेडल की संख्या अब छह हो गई है। अमन सेहरावत ने भारत की झोली में एक और ब्रॉन्ज मेडल डाला है। अमन ने 57 किलोग्राम भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। ये भारत का इन खेलों में कुश्ती में पहला मेडल है। अमन का ये पहला ओलंपिक था और डेब्यू में ही वह मेडल जीतने में सफल रहे हैं। भारत के पुरुष पहलवान अमन सेहरावत ने भारत को पेरिस ओलंपिक-2024 में एक और मेडल दिलाया है। 57 किलोग्राम भारवर्ग में वह ब्रॉन्ज मेडल मैच में उतरे थे। उनके सामने थे पोर्टे रिका के डारियान टोई क्रूज। अमन को क्रूज को 13-5 से हरा दिया और इसी के साथ भारत की झोली में इन खेलों का कुल छठा मेडल डाला। विनेश फोगाट के पदक से चूकने के बाद लग रहा था कि भारत पहली बार 2008 के बाद ओलंपिक खेलों में कुश्ती में खाली लौटेगा,लेकिन अमन ने कांस्य पदक दिलवाकर भारत को कुश्ती में खाली हाथ नहीं लौटने दिया। शुरू से दिखाया दम अमन ने शुरू से ही दम दिखाया और अपने विरोधी को ज्यादा हावी नहीं होने दिया। क्रूज ने पहला अंक लिया था जब वह अमन को मैट से बाहर ले गए थे, लेकिन अमन ने तुरंत दो अंक लेकर बढ़त ले ली। क्रूज ने फिर दो अंक ले 3-2 से आगे हो गए। अमन घबराए नहीं और शांति से खेले। उन्होंने दो अंक का दाव लगाया और 4-2 की बढ़त ले ली। इसके बाद अमन ने अपने विरोधी को कोई मौका नहीं दिया और लगातार अंक बटोरे। देश को समर्पित किया मेडल अमन सेहरावत ने इस मेडल को पूरे देश के नाम कर दिया है। अमन ने पदक जीतने के बाद कहा कि वह ये मेडल अपने देश, माता-पिता को समर्पित करते हैं। अमन का ये मेडल भारतीय कुश्ती का ओलंपिक में सातवां मेडल है। भारत के लिए केडी जाधव ने साल 1952 ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। इसके बाद सुशील कुमार ने बीजिंग ओलंपिक-2008 में ब्रॉन्ज, लंदन ओलंपिक-2012 में सिल्वर मेडल दिलाया। लंदन ओलंपिक में ही योगेश्वर दत्त ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक-2016 में भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। टोक्यो ओलंपिक-2020 में बजरंग पूनिया ने भारत को ब्रॉन्ज और रवि कुमार दहिया ने सिल्वर मेडल दिलाया था। जाने कास्य पदक विजेता अमन सेहरावत के बारे में अमन सेहरावत का ओलंपिक तक का सफर बहुत मुश्किलों भरा रहा है। अमन ने बचपन में ही माता-पिता को खो दिया था। अमन हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर से आते हैं। जाट परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने 11 साल की उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था। पहले अमन की मां का हार्टअटैक से निधन हो गया था, तब उनकी उम्र 10 साल थी। फिर लगभग एक साल बाद उनके पिता की मौत हो गई थी। अवसाद से गुजरे अमन इसके बाद अमन और उनकी छोटी बहन पूजा सेहरावत को एक मौसी की देखभाल में छोड़ दिया गया। माता-पिता की मृत्यु के बाद अमन गंभीर अवसाद से जूझ रहे थे, ऐसे में उनके दादा मांगेराम सेहरावत ने उन्हें संभाला और इससे उबरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब धीरे-धीरे अमन ठीक होने लगे तो उन्होंने कुश्ती में अपना जौहर दिखाना शुरू कर दिया।  

Neeraj Chopra
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Neeraj Chopra : चोट की वजह से गोल्ड से चूके Neeraj Chopra?जेवलिन थ्रोअर के पिता ने किया दावा

Neeraj Chopra : Neeraj Chopra ट्रैक एंड फील्ड में दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। सन् 1900 में एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीतने वाले नॉर्मन प्रिचर्ड ब्रिटिश मूल के थे। प्रतियोगिता की शुरुआत से पहले ही उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी और वह सभी की उम्मीदों पर खरे उतरे। टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था। वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम 84.62 मीटर के थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे। हालांकि, पेरिस में नदीम ने शानदार वापसी करते हुए 92. 97 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया। वहीं, नीरज ने इस दौरान पांच फाउल किए। मुकाबले के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वह चोट के डर से उतना जोर भी नहीं लगा पाते हैं। फाइनल के दौरान भी उनके दिमाग में यही चल रहा था। नीरज पिछले कुछ वर्षों से ग्रोइन की समस्या से जूझ रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान नीरज को बाहर होना पड़ा था। वहीं, इस साल उन्हें एडक्टर की समस्या ने भी काफी परेशान किया। इस साल उन्होंने सिर्फ तीन प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। नीरज चोपड़ा के सीने का दर्द रहा हावी दरअसल, नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार ने बताया कि हम प्रेशर नहीं कह सकते हैं। सभी का अपना दिन होता है वो दिन अरशद का था। 12 देश इस पदक की लड़ाई में थे, जिसमें से पाकिस्तान के अरशद का दिन था, जिन्होंने इसलिए ये मैच जीता। लगातार हम दूसरे देशों को टक्कर दे रहे है, जो काफी अच्छी बात है। नीरज चोपड़ा के पिता ने कहा कि दूसरे ओलंपिक में भी हम जेवलिन थ्रो में मेडल जीत पाए, काफी अच्छा रहा। सभी एथलीट वहां पूरी तैयारी के साथ गए थे और मुझे लगता है प्रेशर का दर्द ही उन पर भारी रहा। नीरज की मां ने कहा,” बहुत-बहुत बधाई आज।सभी बच्चे मेहनत करते हैं। रजत पदक में ही खुशी हैं।हमारे लिए रजत पदक भी स्वर्ण पदक जैसा है। नीरज पिछले कुछ वर्षों से ग्रोइन स्ट्रेन (पेट का निचला हिस्सा और जननांग के आसपास जांघों की मांसपेशियां) की समस्या से जूझ रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान नीरज को बाहर होना पड़ा था। वहीं, इस साल उन्हें एडक्टर (जांघों से जोड़ने वाली मांसपेशियां) की समस्या ने भी काफी परेशान किया। इस साल उन्होंने सिर्फ तीन प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। नीरज ने मुकाबले के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने इस चोट के साथ पहले ही 89.94 मीटर (2022 में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ) फेंका है। जब मैं फेंकता हूं, तो मैं हमेशा अपनी चोट पर लगभग 50 प्रतिशत ध्यान केंद्रित करता था। हमें ज्यादातर तकनीक पर ध्यान देना होता है, लेकिन इस चोट के साथ यह मेरे लिए वाकई मुश्किल है। डॉक्टरों ने मुझे पिछले साल सर्जरी करवाने के लिए कहा था। खीच रहा हूं अभी तक (मैं अब तक खुद को खींच रहा हूं)। तब से उपचार चल रहे हैं। लेकिन हमें एक बड़ा फैसला लेना होगा।”

Vinesh Phogat
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Vinesh Phogat : विनेश को रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी की तरह मिलेंगी ईनाम और सुविधाएं : CM नायब सैनी

Vinesh Phogat : हरियाणा की बेटी विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक मुकाबले से बाहर होने के बाद सीएम नायब सैनी ने बड़ा ऐलान किया है। सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि हमारी हरियाणा की बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक के फाइनल में प्रवेश किया है। किसी कारण से वह ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई, लेकिन वह हमारे लिए वह चैंपियन है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने फैसला किया है कि विनेश फोगाट का स्वागत पदक विजेता की तरह सम्मान के साथ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, इनाम और सुविधाएं देती है वह सभी विनेश फोगाट को भी दी जाएंगी। सरकार फोगाट के देगी ये सुविधाएं बता दें कि हरियाणा सरकार ने पेरिस ओलिंपिक में खिलाड़ी का मेडल जीतने से पहले ही यह घोषणा की हुई थी। सरकार ने कहा था कि पेरिस ओलिंपिक में जो भी खिलाड़ी स्वर्ण पदक लेकर आएगा उसे 6 करोड़ रुपये, रजत पदक जीतने पर 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक जीतने पर 2.5 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। विनेश रजत पदक के मुकाबले में जीत चुकी थी, इसलिए उनको चार करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी।साथ ही साथ फोगाट को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। पंजाब की LPU 25 लाख रुपए देगी लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने विनेश फोगाट को 25 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। एलपीयू के फाउंडर एवं राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल ने कहा कि हमारे लिए विनेश अभी भी पदक विजेता है। उनकी यात्रा के दौरान उनके समर्पण और कौशल को मान्यता मिलना चाहिए। हमें उन्हें 25 लाख की पुरस्कार राशि प्रदान करने पर गर्व है, जो सिल्वर मेडल विजेताओं के लिए आरक्षित थी। सेमीफाइनल में धमाकेदार जीत के बाद हाथ लगी निराशा विनेश को 7 अगस्त को स्वर्ण पदक मैच में संयुक्त राज्य अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट से भिड़ना था, लेकिन उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया। उन्हें बताया गया कि उनका वजन तय मानक से 100 ग्राम अधिक था। विनेश ने मंगलवार रात सेमीफाइनल में क्यूबा की युसनेलिस गुजमैन लोपेज को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रवेश किया था। विनेश ने किया भावुक संन्यास का ऐलान विनेश फोगाट ने गुरुवार को पेरिस ओलंपिक 2024 में अयोग्य घोषित होने के बाद कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए अपने समर्थकों का धन्यवाद किया और अपनी मां से माफी मांगी। विनेश फोगाट का यह निर्णय उनके प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है। उनका करियर संघर्ष और उपलब्धियों से भरा रहा है। पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन भारत ने पेरिस ओलंपिक में अब तक तीन कांस्य पदक जीते हैं और ये सभी निशानेबाजी में आए हैं। भारत के पास अधिक पदक जीतने का मौका था लेकिन 10 मीटर एयर राइफल, 25 मीटर पिस्टल, स्कीट टीम, बैडमिंटन एकल और मिश्रित तीरंदाजी टीम स्पर्धाओं में चौथे स्थान पर रहने के बाद पदक जीतने में असफल रहा। विनेश फोगाट का संन्यास खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके करियर की कठिनाइयों और उपलब्धियों ने उन्हें एक प्रेरणास्त्रोत बनाया। उनका संन्यास हमें उनके समर्पण और संघर्ष को याद दिलाता है। यह दु:खद है कि एक मामूली वजन के कारण उनका ओलंपिक सपना टूट गया, लेकिन विनेश फोगाट ने हमेशा अपने देश का मान बढ़ाया है। हम सभी उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि वह अपने अगले सफर में भी सफलता प्राप्त करेंगी।  

Paris Olympics 2024
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Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला टेबल टेनिस टीम का खत्म हुआ अभियान,जर्मनी के हाथों 1-3 से मिली हार

Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक 2024 में आज बुधवार को भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम का अभियान समाप्त हो गया। भारत को जर्मनी के हाथों 1-3 से हार मिली है।इसके साथ ही भारतीय तिकड़ी क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गई है।भारतीय टीम के पास एक अच्छा मौका था कि वो सेमीफाइनल के लिए प्रवेश कर सकें लेकिन वो जर्मनी से मिली हार के साथ ही पेरिस ओलंपिक 2024 से भी बाहर हो गईं हैं। वहीं, विनेश फोगाट ने महिला फ्री स्टाइल 50 किलो ग्राम सेमीफाइनल में जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज को 5-0 से रौंदा। उन्‍होंने एक गोल्‍ड या सिल्‍वर मेडल फिक्स कर लिया है। इसके साथ ही साथ विनेश फोगाट ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी बन गई हैं। वहीं,आज यानी की बुधवार 7 अगस्त को 12वें दिन भारत की झोली में कुल 4 मेडल आने की संभावना है।गोल्ड मेडल के लिए सभी की आश विनेश फोगाट से है।कुश्ती के अलावा 3000 मीटर स्टीपलचेज में,मैराथन रेस विश्व मिक्स्ड रिले फाइनल और वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल आ सकता है। वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू एक्शन में दिखाई देंगी।3000 मीटर की स्टीपलचेज में अविनाश साबले हैं। टेबल टेनिस में खिलाड़ियों ने किया निराश टेबल टेनिस में भारतीय मिक्स्ड टीम को हार का सामना कर पड़ा।शानदार संघर्ष के बाद भी भारतीय पैडलर श्रीजा अकुला और अर्चना कामथ की जोड़ी जर्मनी के खिलाफ पहला मैच जीतने में असफल रहीं।चौथे गेम में युआन वान और शान शियाओना ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए 11-6 से जीत हासिल की।वही क्वार्टर फाइनल का पहला मैच जर्मनी ने 3-1 के स्कोर से जीत लिया है।उनके बाद उतरीं मनिका बत्रा को भी हार का सामना करना पड़ा। मनिका और सृजा को मिली हार पैडलर मनिका बत्रा जर्मनी की एनेट कॉफमैन के खिलाफ अपना सिंगल्स मैच भी हार गईं हैं।मैच नंबर 2 के पहले गेम में शानदार 1-0 की बढ़त लेने के बावजूद बत्रा इसका फायदा उठाने में विफल रहीं और बाकी तीनों गेम में हार गईं हैं।क्वार्टर फाइनल में जर्मनी का स्कोर 0-2 हो गया है। इसके बाद तीसरे मैच में अर्चना गिरीश कामथ ने भारत को गेम में वापसी कराई।उन्होंने जियाओना शान को 3-1 से हरा दिया।चौथे मैच में सृजा अकुला कोई कमाल नहीं कर पाईं और एनेट कूफमैन के खिलाफ 0-3 से हार गईं।इस तरह भारत मुकाबले में 4 में से सिर्फ 1 ही मैच जीत पाया और बाहर हो गया।  

Paris Olympics 2024
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Paris Olympics 2024 : नोआ लाइल्स ने पेरिस ओलंपिक की 100 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता… केवल 5 हजारवें सेकंड से

Paris Olympics 2024 : विश्व चैंपियन नोआह लाइल्स ने रविवार को पेरिस में पुरुषों की ओलंपिक 100 मीटर फ़ाइनल में 9.79 सेकंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता। जस्टिन गैटलिन के 2004 एथेंस खेलों में जीतने के बाद से लाइल्स इस स्पर्धा को जीतने वाले पहले अमेरिकी, पुरुष या महिला बन गए।जमैका के किशन थॉम्पसन ने लाइल्स की गति से सिर्फ़ पाँच हज़ारवां सेकंड पीछे रहकर रजत पदक जीता। लाइल्स के अमेरिकी साथी फ्रेड केर्ली ने 9.81 सेकंड में कांस्य पदक जीता, जो दक्षिण अफ़्रीकी अकानी सिम्बाइन से सिर्फ़ सौवां हिस्सा आगे था, जिन्होंने 9.82 सेकंड का समय निकाला। गत चैंपियन इटली के मार्सेल जैकब्स 9.85 सेकंड में पाँचवें, बोत्सवाना के लेत्साइल टेबोगो 9.86 सेकंड में छठे, अमेरिकी केनी बेडनारेक 9.88 सेकंड में सातवें और जमैका के ओब्लिक सेविले 9.91 सेकंड में एक आश्चर्यजनक दौड़ में आठवें स्थान पर रहे। सेविले के बाहर और टेबोगो के अंदर, लेन सात से शुरुआत करते हुए, लाइल्स ने औसत शुरुआत की, लेकिन जल्द ही वह अपनी गति में आ गए। 40 मीटर के निशान तक सिर झुकाए अमेरिकी खिलाड़ी ने बढ़त बना ली, लेकिन पूरे क्षेत्र ने उसे पूरी तरह से पीछे धकेल दिया। जैसे ही लाइल्स लाइन की ओर बढ़े और थॉम्पसन उनके साथ दौड़ रहे थे, भीड़ में उत्साह भर गया और घोषणा की गई,जिसके बाद लाइल्स को स्वर्ण पदक विजेता घोषित किया गया। 69,000 क्षमता वाले ग्राउंड फ्रांस में दौड़ से पहले एक विद्युतीय माहौल था,लाइट शो और तेज बेस से भरे संगीत ने सबका मनोरंजन किया,जबकि धावकों ने अपने शुरुआती ब्लॉकों में अंतिम समायोजन किया।फिर सभी लाइटें बंद कर दी गईं और सभी धावक ट्रैक छोड़कर कालीज़ीयम में पुरस्कार विजेता पहलवानों की तरह प्रवेश करने लगे।टैनॉय के माध्यम से बुलाए जाने पर,प्रत्येक धावक को उनके झंडे के ऊपर उनके नाम की छवि के पीछे व्यक्तिगत रूप से पेश किया गया।लाइल्स कंगारू की तरह उछलते हुए 20 मीटर तक ट्रैक पर पहुंचे। जैकब्स शांत स्वभाव के थे, दोनों हाथ ऊपर उठाए और शांति से अपने ब्लॉक की ओर बढ़े।फिर वह क्षण आया जब धावकों ने, स्टार्टर के इशारे पर, दौड़ शुरू कर दी।इंतज़ार अंतहीन लग रहा था। संगीत जारी रहा,भीड़ ने एक सुर में ताली बजाई मानो स्टार्टर को जल्दी करने के लिए, फिर धावक अपनी लाइन में खड़े हो गए,पैर से पैर हिलाते हुए और तनाव को देखा जा सकता था।कैमरों ने एक बार फिर से दृश्य घुमाया और फिर समय आ गया, केवल ऊपर हेलीकॉप्टर के पंखों की ध्वनि सुनाई दे रही थी।गोली चली और मैदान ऐसे घूम गया जैसे कोई बैंगनी ट्रैक पर चल रहा हो।

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BCCI : भारतीय क्रिकेटर तम्बाकू उत्पादों का प्रचार-प्रसार न करे, बीसीसीआई होगा नुकसान

BCCI : आने वाले दिनों में भारतीय क्रिकेटर तम्बाकू उत्पादों का प्रचार-प्रसार करते दिखाई नहीं देंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) को पत्र लिखकर तम्बाकू उत्पादों के विज्ञापन पर तुरंत रोक लगाने की अपील की है। वही सूत्रों की माने तो BCCI जल्द ही इस पर बड़ा फैसला ले सकता है। दरअसल, आईसीएमआर और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की स्टडी में पता चला है कि धुंआ रहित तंबाकू (SLT) ब्रांडों के सभी सरोगेट विज्ञापनों में से 41 प्रतिशत से अधिक अकेले 2023 के क्रिकेट वर्ल्डकप के 17 मैचों के दौरान दिखाए गए। यूथ ऐसे विज्ञापन देखकर तंबाकू और गुटखे की ओर अट्रैक्ट होते हैं। इसे देखने के बाद स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DG Health) ने बीसीसीआई (BCCI) को चिट्ठी लिखी है। इसमें कहा गया है कि खिलाड़ियों को तंबाकू और शराब का विज्ञापन करने से रोका जाए। साथ ही स्टेडियमों में तंबाकू का विज्ञापन बिल्कुल ना किया जाए। सूत्रों के मुताबिक, बीसीसीआई इस बारे में पहले से विचार कर रहा है और जल्‍द इस पर आदेश भी जारी किया जा सकता है। भारत में क्रिकेट मैचों के दौरान, स्टेडियमों में अक्सर तंबाकू उत्पादों के लिए Surrogate Advertisements लगाए जाते हैं। ये विज्ञापन सीधे तंबाकू उत्पादों को नहीं दिखाते, बल्कि उनका प्रचार बाकी उत्पादों के जरिए से किया जाता है, जिनका तंबाकू उत्पादों से कनेक्शन जुड़ा होता है। तंबाकू-शराब एड पर रोक लगाने के लिए BCCI से सरकार का आग्रह दरअसल, डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को भारतीय खिलाडी और क्रिकेट प्रेमियों को देखते हुए क्रिकेट खेल को आगे बढ़ाने के लिए नीतियां,रूपरेखा तथा दिशानिर्देश बनाने का काम सौंपा गया है और IPL जैसे क्रिकेट आयोजनों के दौरान कुछ जाने-माने क्रिकेटरों और मशहूर अभिनेताओं को तंबाकू या शराब से जुड़े विज्ञापन करते हुए देखना निराशाजनक हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हुए बीसीसीआई खिलाड़ियों को तंबाकू या शराब से जुड़े एड को करने से रोक लगाने के लिए एक सकारात्मक कदम उठा सकता है। इसके अलावा उनसे अनुरोध किया जाता है कि बीसीसीआई के खेल आयोजनों जैसे आईपीएल में बाकी हस्तियों द्वारा इस तरह के छुपे विज्ञापनों की अनुमति न दी जाए। मुझे उम्मीद है कि आप इस बात की सराहना करेंगे कि इन एड में शामिल हस्तियों को न केवल देश में बल्कि दुनिया भर में लाखों युवा रोल मॉडल के रूप में देखते हैं। BCCI को हो सकता है इससे करोड़ों का नुकसान बता दें कि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है।इसकी कमाई कई हजारों-करोड़ों में है।विश्व क्रिकेट की सबसे टी20 लीग,आईपीएल से बीसीसीआई तगड़ी कमाई करती है।वहीं टीम इंडिया के मैचों के प्रसारण से, उसके लिए किट बनाने वाली डील से और अलग-अलग स्पॉन्सर्स के जरिए BCCI प्रत्येक वर्ष जमकर पैसा कमाती है। इसके अलावा ICC के रेवेन्यू पूल से भी BCCI को ही सबसे ज्यादा रकम मिलती है। यानी सिर्फ पैसा ही पैसा।लेकिन भारतीय बोर्ड की इस कमाई का एक हिस्सा उससे छिन सकता है और उसे करोड़ों का नुकसान हो सकता है यदि भारतीय क्रिकेटरों पर तंबाकू उत्पादों या शराब का प्रचार प्रसार करने पर रोक लगेगी तो।

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