Isa Guha Racist Comment on Bumrah: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट खेला जा रहा है. गाबा के मैदान पर चल रहे मुकाबले के बीच महिला कमेंटेटर ईशा गुहा(Isa Guha) के एक कमेंट पर बवाल मचा हुआ है. ब्रॉडकास्टर फॉक्स क्रिकेट पर कमेंट्री के दौरान ईशा टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह(Jasprit Bumrah) के बारे में बात कर रही थीं,इसी दौरान उन्होंने एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया जिसके कारण उन्हें ट्रोल किया जा रहा है. भारतीय मूल की पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लगा है.
ब्रिस्बेन में चल रहे टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की और पहली पारी में 6 विकेट लेकर इतिहास रच दिया. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 12वीं बार पंजा खोला और कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ दिया. गाबा टेस्ट के दूसरे दिन महिला क्रिकेटर ईशा गुहा ने बुमराह के लिए ‘प्राइमेट’ शब्द का इस्तेमाल किया जिसपर बवाल मचा है.
ईशा गुहा ने बुमराह पर की नस्लीय टिप्पणी(Isa Guha Racist Comment on Bumrah)
बता दें कि प्राइमेट शब्द के कई मतलब होते हैं. इसका एक अर्थ नरवानर होता है. फॉक्स क्रिकेट पर कमेंट्री के दौरान ईशा गुहा ने बुमराह को ‘मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट’ कहा. हालांकि, पूर्व इंग्लिश महिला क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह की तारीफ ही कर रही थीं, लेकिन उन्होंने जिस शब्द का इस्तेमाल किया उसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
कौन हैं ईशा गुहा?
ईशा गुहा एक मशहूर अंग्रेजी कमेंटेटर हैं और वर्तमान में फॉक्स स्पोर्ट्स के लिए काम कर रही हैं. वो 2005 दक्षिण अफ्रीका विश्व कप और 2009 ऑस्ट्रेलिया विश्व कप में खेलीं. इंग्लैंड की पूर्व कप्तान भारतीय मूल की हैं. उनके माता-पिता, बरुण गुहा और रोमा देब, 1970 के दशक में कोलकाता से यूके चले गए. ईशा इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय मूल की पहली खिलाड़ी थीं.
ईशा गुहा ने मांगी माफी
जसप्रीत बुमराह पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लगने के बाद महिला कमेंटेटर ईशा गुहा ने सफाई दी है और साथ ही माफी मांगी है. सोमवार को तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले उन्होंने फॉक्स स्पोर्ट्स पर कहा, ”कल कमेंटरी में मैंने एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया जिसकी कई अलग-अलग तरीकों से व्याख्या की जा सकती है. मैं किसी भी अपराध के लिए क्षमा चाहती हूं. जब दूसरों के प्रति सहानुभूति और सम्मान की बात आती है तो मैं अपने लिए वास्तव में उच्च मानक स्थापित करती हूं.
Isa Guha Racist Comment on Bumrah: जाने किस महिला कमेंटेटर ने भारतीय खिलाड़ी पर किया नस्ली टिप्पणी,कौन है वह खिलाड़ी,फिर मांगी माफी
Isa Guha Racist Comment on Bumrah: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट खेला जा रहा है. गाबा के मैदान पर चल रहे मुकाबले के बीच महिला कमेंटेटर ईशा गुहा(Isa Guha) के एक कमेंट पर बवाल मचा हुआ है. ब्रॉडकास्टर फॉक्स क्रिकेट पर कमेंट्री के दौरान ईशा टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह(Jasprit Bumrah) के बारे में बात कर रही थीं,इसी दौरान उन्होंने एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया जिसके कारण उन्हें ट्रोल किया जा रहा है. भारतीय मूल की पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लगा है.
ब्रिस्बेन में चल रहे टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की और पहली पारी में 6 विकेट लेकर इतिहास रच दिया. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 12वीं बार पंजा खोला और कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ दिया. गाबा टेस्ट के दूसरे दिन महिला क्रिकेटर ईशा गुहा ने बुमराह के लिए ‘प्राइमेट’ शब्द का इस्तेमाल किया जिसपर बवाल मचा है.
ईशा गुहा ने बुमराह पर की नस्लीय टिप्पणी(Isa Guha Racist Comment on Bumrah)
बता दें कि प्राइमेट शब्द के कई मतलब होते हैं. इसका एक अर्थ नरवानर होता है. फॉक्स क्रिकेट पर कमेंट्री के दौरान ईशा गुहा ने बुमराह को ‘मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट’ कहा. हालांकि, पूर्व इंग्लिश महिला क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह की तारीफ ही कर रही थीं, लेकिन उन्होंने जिस शब्द का इस्तेमाल किया उसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
कौन हैं ईशा गुहा?
ईशा गुहा एक मशहूर अंग्रेजी कमेंटेटर हैं और वर्तमान में फॉक्स स्पोर्ट्स के लिए काम कर रही हैं. वो 2005 दक्षिण अफ्रीका विश्व कप और 2009 ऑस्ट्रेलिया विश्व कप में खेलीं. इंग्लैंड की पूर्व कप्तान भारतीय मूल की हैं. उनके माता-पिता, बरुण गुहा और रोमा देब, 1970 के दशक में कोलकाता से यूके चले गए. ईशा इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय मूल की पहली खिलाड़ी थीं.
ईशा गुहा ने मांगी माफी
जसप्रीत बुमराह पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लगने के बाद महिला कमेंटेटर ईशा गुहा ने सफाई दी है और साथ ही माफी मांगी है. सोमवार को तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले उन्होंने फॉक्स स्पोर्ट्स पर कहा, ”कल कमेंटरी में मैंने एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया जिसकी कई अलग-अलग तरीकों से व्याख्या की जा सकती है. मैं किसी भी अपराध के लिए क्षमा चाहती हूं. जब दूसरों के प्रति सहानुभूति और सम्मान की बात आती है तो मैं अपने लिए वास्तव में उच्च मानक स्थापित करती हूं.
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