Neeraj Chopra : Neeraj Chopra ट्रैक एंड फील्ड में दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। सन् 1900 में एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीतने वाले नॉर्मन प्रिचर्ड ब्रिटिश मूल के थे। प्रतियोगिता की शुरुआत से पहले ही उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी और वह सभी की उम्मीदों पर खरे उतरे। टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था। वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम 84.62 मीटर के थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे। हालांकि, पेरिस में नदीम ने शानदार वापसी करते हुए 92.
97 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया। वहीं, नीरज ने इस दौरान पांच फाउल किए। मुकाबले के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वह चोट के डर से उतना जोर भी नहीं लगा पाते हैं। फाइनल के दौरान भी उनके दिमाग में यही चल रहा था। नीरज पिछले कुछ वर्षों से ग्रोइन की समस्या से जूझ रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान नीरज को बाहर होना पड़ा था। वहीं, इस साल उन्हें एडक्टर की समस्या ने भी काफी परेशान किया। इस साल उन्होंने सिर्फ तीन प्रतियोगिताओं में भाग लिया था।
नीरज चोपड़ा के सीने का दर्द रहा हावी
दरअसल, नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार ने बताया कि हम प्रेशर नहीं कह सकते हैं। सभी का अपना दिन होता है वो दिन अरशद का था। 12 देश इस पदक की लड़ाई में थे, जिसमें से पाकिस्तान के अरशद का दिन था, जिन्होंने इसलिए ये मैच जीता। लगातार हम दूसरे देशों को टक्कर दे रहे है, जो काफी अच्छी बात है। नीरज चोपड़ा के पिता ने कहा कि दूसरे ओलंपिक में भी हम जेवलिन थ्रो में मेडल जीत पाए, काफी अच्छा रहा। सभी एथलीट वहां पूरी तैयारी के साथ गए थे और मुझे लगता है प्रेशर का दर्द ही उन पर भारी रहा। नीरज की मां ने कहा,” बहुत-बहुत बधाई आज।सभी बच्चे मेहनत करते हैं। रजत पदक में ही खुशी हैं।हमारे लिए रजत पदक भी स्वर्ण पदक जैसा है।
नीरज पिछले कुछ वर्षों से ग्रोइन स्ट्रेन (पेट का निचला हिस्सा और जननांग के आसपास जांघों की मांसपेशियां) की समस्या से जूझ रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान नीरज को बाहर होना पड़ा था। वहीं, इस साल उन्हें एडक्टर (जांघों से जोड़ने वाली मांसपेशियां) की समस्या ने भी काफी परेशान किया। इस साल उन्होंने सिर्फ तीन प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। नीरज ने मुकाबले के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने इस चोट के साथ पहले ही 89.94 मीटर (2022 में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ) फेंका है। जब मैं फेंकता हूं, तो मैं हमेशा अपनी चोट पर लगभग 50 प्रतिशत ध्यान केंद्रित करता था। हमें ज्यादातर तकनीक पर ध्यान देना होता है, लेकिन इस चोट के साथ यह मेरे लिए वाकई मुश्किल है। डॉक्टरों ने मुझे पिछले साल सर्जरी करवाने के लिए कहा था। खीच रहा हूं अभी तक (मैं अब तक खुद को खींच रहा हूं)। तब से उपचार चल रहे हैं। लेकिन हमें एक बड़ा फैसला लेना होगा।”