TRAI Tackles Spam Calls : टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने स्पैम कॉल्स और एसएमएस के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिससे इस तरह की शिकायतों में काफी गिरावट दर्ज की गई है. अगस्त 2023 में जहां 1.Ninety seven लाख शिकायतें दर्ज की गई थीं, वहीं अक्टूबर 2023 में यह संख्या घटकर 1.51 लाख रह गई. यह जानकारी भारत सरकार ने साझा की है.
अगस्त से अक्टूबर तक कैसे कम हुई शिकायतें?
स्पैम कॉल्स और एसएमएस को नियंत्रित करने के लिए TRAI ने लगातार कड़े नियम लागू किए हैं. 1 नवंबर 2023 से सभी मैसेजों को ट्रेस करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे फर्जीवाड़े और अनचाही कॉल्स पर लगाम लगाई जा सके. TRAI के इन प्रयासों का असर अक्टूबर तक दिखने लगा, जब शिकायतों की संख्या अगस्त के मुकाबले करीब 23% कम हो गई.
स्पैम कॉल्स और एसएमएस पर लगाम के लिए क्या कदम उठाए गए?
डीएनडी सेवाओं को मजबूत बनाना: TRAI ने उपयोगकर्ताओं को अनचाही कॉल्स से बचाने के लिए ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ (DND) सेवाओं को और प्रभावी बनाया.
मेसजों को ट्रेस करने का निर्देश: 1 नवंबर से लागू नए नियमों के तहत, सभी प्रमोशनल और ट्रांजैक्शनल मैसेजों को ट्रेस किया जा रहा है. इससे स्पैम भेजने वालों की पहचान करना आसान हो गया है.
सख्त निगरानी और दंड: टेलीकॉम कंपनियों को अनचाही कॉल्स और मैसेजों को नियंत्रित करने में विफल रहने पर सख्त दंड का प्रावधान किया गया है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग: ट्राई ने तकनीकी समाधानों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग किया है, ताकि स्पैम एक्टिविटीज का पता लगाया जा सके.
यूजर्स को कैसे हुआ फायदा?
TRAI की इन पहलों के कारण उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. अनचाही कॉल्स और एसएमएस का स्तर कम होने से यूजर्स की शिकायतें भी कम हो रही हैं. यह कदम न केवल उपभोक्ताओं के व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखने में मददगार है, बल्कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को भी बढ़ावा देता है.
आगे की रणनीति
TRAI ने स्पष्ट किया है कि स्पैम कॉल्स और एसएमएस को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रयास जारी रहेंगे. इसके लिए टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को और बढ़ाया जाएगा और टेलीकॉम ऑपरेटर्स के साथ तालमेल को मजबूत किया जाएगा.
TRAI द्वारा किए गए सख्त उपायों का असर अब साफ दिख रहा है. स्पैम कॉल्स और एसएमएस से परेशान लोगों की शिकायतें लगातार कम हो रही हैं. यह उपभोक्ताओं के लिए एक सकारात्मक संकेत है और भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है